आज की तेजी से बदलती दुनिया में, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ यानी प्रोसेस्ड फूड्स लगभग सभी के आहार का हिस्सा बन गए हैं। लेकिन यह समझना जरूरी है कि सभी प्रोसेस्ड फूड्स हानिकारक नहीं होते। कुछ, प्रोसेसिंग केवल भोजन को संरक्षित करने, उसे सुरक्षित बनाने या उसके पोषण में सुधार करने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, जमे हुए फल और सब्जियां, पाश्चुरीकृत दूध या फोर्टिफाइड अनाज प्रसंस्कृत होते हैं, फिर भी वे आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं और एक स्वस्थ आहार का समर्थन कर सकते हैं। तो इन्हें आप नुकसानदेह नहीं बता सकते। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि सारे प्रोसेस्ड फूड्स हेल्दी होते हैं क्योंकि कई सारे ऐसे प्रोसेस्ड फूड्स भी हैं जो कि सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह हैं। तो आज हम जानेंगे इन दोनों के बीच का अंतर मिस शहनाज़ बानो, कंसलटेंट -डाइटिशियन एंड न्यूट्रिशन, मदरलैंड अस्पताल, नोएडा और पोषण निदेशक, अहमद सर (Ahmed, Director, Poshaan) से।
क्या होते हैं गुड और बैड प्रोसेस्ड फूड्स-What are good and bad processed in Hindi
गुड प्रोसेस्ड फूड (good processed foods) भोजन वो होता है जिसमें पौष्टिकता बनी रहती है और जो शरीर के लिए लाभकारी होता है, जैसे कि ताजे फल और सब्जियों को काटकर पैक करना या बिना ज्यादा तेल, नमक और चीनी के तैयार किये गए खाद्य पदार्थ। ऐसे भोजन जल्दी बनते हैं, खाने में आसान होते हैं और सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाते।
अब बैड प्रोसेस्ड फूड्स (bad processed foods) की बात करें तो बैड प्रोसेस्ड फूड भोजन वह होता है जिसमें बहुत सारे केमिकल, प्रिजर्वेटिव, ज्यादा तेल, नमक और शक्कर का प्रयोग किया जाता है, जैसे जंक फूड, तली हुई चीजे, मिठाइयां। ऐसे खाद्य पदार्थ शरीर में मोटापा, दिल की बीमारी, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं बढ़ाते हैं। इसके अलावा पैकेज्ड स्नैक्स और जितने भी इंस्टेंट मील हैं सभी बैड प्रोसेस्ड फूड्स हैं जिनका सेवन सेहत के लिए उतना फायदेमंद नहीं माना जाता। ऐसे खाद्य पदार्थ अक्सर कैलोरी-घने लेकिन पोषक तत्वों से रहित होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे शरीर को पोषण दिए बिना पेट भर देते हैं। नियमित रूप से इन पर निर्भर रहने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी, कम ऊर्जा और दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है गुड प्रोसेस्ड फूड?
गुड प्रोसेस्ड फूड शरीर को ऊर्जा और जरूरी पोषण तत्व देता है, जबकि बैड प्रोसेस्ड फूड हमारी सेहत को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाता है। इसलिए एक्सपर्ट की हमेशा सलाह यही रहती है कि भोजन लेते समय लेबल को ध्यान से पढ़ें और ज्यादा ऑयली, मीठे या नमकीन फूड्स खाने से बचें। स्वस्थ रहने के लिए ताजे और कम संसाधित खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें। खासकर रोजमर्रा के आहार में फल, सब्जियां, दालें और साबुत अनाज शामिल करें। गुड प्रोसेस्ड फूड स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है क्योंकि यह शरीर को पोषण देता है और बीमारियों से बचाता है, जबकि बैड प्रोसेस्ड फूड सेहत के लिए हानिकारक होता है। इसलिए सेहतमंद जिंदगी के लिए सोच-समझ कर खाद्य पदार्थों का चुनाव करना जरूरी है।
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मल्टीविटामिन, प्रोटीन पाउडर या ओमेगा-3 कैप्सूल जैसे सप्लीमेंट्स असली खाने की जगह नहीं लेते। लेकिन जब आहार में कमी हो, तो ये कमी पूरी करने में मदद कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, बहुत ज्यादा रिफाइंड खाना खाने वाला व्यक्ति फाइबर, आयरन या विटामिन बी12 की कमी महसूस कर सकता है। ये ऐसे क्षेत्र हैं जहां सही सप्लीमेंट्स मदद कर सकते हैं। पोषण में, हम संतुलन पर जोर देते हैं। पहला कदम हमेशा बेहतर प्रोसेस्ड विकल्प चुनना होता है, जैसे तले हुए स्नैक्स की बजाय बेक्ड, सफेद ब्रेड की बजाय होल-ग्रेन ब्रेड, या कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों की बजाय फोर्टिफाइड खाद्य पदार्थ। जब ये पर्याप्त न हों, तो सप्लीमेंट्स एक सुरक्षा जाल की तरह काम कर सकते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि शरीर को उसकी जरूरतें पूरी होती रहें।
तो अच्छे प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ स्वस्थ जीवन को आसान बना सकते हैं, खराब खाद्य पदार्थ इसे कमजोर कर सकते हैं और अगर सप्लीमेंट्स का समझदारी से इस्तेमाल किया जाए, तो वे हमें सुविधा और संपूर्ण पोषण के बीच संतुलन बनाने में मदद कर सकते हैं।