6 फ्लेवर वाली ये 'उगादी पचड़ी' डिश है गर्मियों के लिए बहुत फायदेमंद, जानें इसकी रेसिपी और फायदे

गुड़ी पड़वा पर उगादी पचड़ी बनाने का र‍िवाज है, इस डिश में 6 फ्लेवर होते हैं तो चल‍िए जानते हैं इसके फायदे और रेस‍िपी
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6 फ्लेवर वाली ये 'उगादी पचड़ी' डिश है गर्मियों के लिए बहुत फायदेमंद, जानें इसकी रेसिपी और फायदे


उगादी पचड़ी क्‍या होता है? महाराष्‍ट्र में गुड़ी पड़वा को नए साल के रूप में मनाया जाता है। इस द‍िन दक्ष‍िण भारत में भी फसल काटने की खुशी में उगादी पर्व मनाया जाता है। इस समय एक स्‍पेशल ड‍िश बनाई जाती है ज‍िसे हम उगादी पचड़ी कहते हैं। इस ड‍िश का पारंपर‍िक महत्‍व तो है ही साथ ही इस ड‍िश से कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ म‍िलते हैं। पुराने जमाने से लोगों को पता होता था क‍ि उन्‍हें क‍िस मौसम में क्‍या खाना चाहिए। इस समय वैश्‍व‍िक महामारी का दौर है। कोव‍िड को ध्‍यान में रखते हुए हमें इम्‍यून‍िटी बूस्‍ट करने वाली रेस‍िपी खानी चाह‍िए और उगादी पचड़ी में 6 अलग-अलग फ्लेवर म‍िलाए जाते हैं ज‍िनके अपने स्‍वास्‍थ्‍य लाभ हैं। इसके सेवन से इम्‍यून‍िटी तो बढ़ती ही है साथ ही और भी कई बीमार‍ियों से छुटकारा म‍िलता है। उगादी पचड़ी में नीम, कच्‍चा आम, इमली, गुड़ आद‍ि म‍िलाया जाता है ज‍िससे खट्टा-मीठा स्‍वाद आता है। इस ड‍िश को प‍िया जाता है, कुछ लोग इसे चावल के साथ म‍िलाकर भी खाते हैं पर आप इसे ग‍िलास या कटोरी में भरकर भी सकते हैं। उगादी पचड़ी की रेसीपी और इससे जुड़े फायदे जानने के ल‍िए हमने लखनऊ के वेलनेस डाइट क्‍लीन‍िक की डाइटीश‍ियन डॉ स्‍म‍िता सिंह से बात की। 

ugadi pachadi

उगादी पचड़ी क्‍या होता है? (What is Ugadi Pachadi)

उगादी पचड़ी 6 मुख्‍य फ्लेवर वाली एक पारंपर‍िक ड‍िश है। उगादी (Ugadi) शब्‍द उगादी पर्व से आया है जो दक्ष‍िण भारत के राज्‍य आंध्र प्रदेश और कर्नाटका का मुख्‍य त्‍यौहार है। ज‍िस तरह इस समय महाराष्‍ट्र में गुड़ी पड़वा मनाकर मराठी नए साल का स्‍वागत करते हैं उसी तरह धान कटने की खुशी में दक्ष‍िण भारत में उगादी पर्व मनाया जाता है। परंपरा के अनुसार इस द‍िन उगादी पचड़ी बनाया जाता है। इस रेस‍िपी में 6 मुख्‍य फ्लेवर स्‍वीट, सॉल्‍ट, कड़वा, टैंगी, स्‍पाइसी और खट्टा मौजूद होते हैं।

उगादी पचड़ी को बनाने का तरीका (Ugadi Pachadi Recipe)

ugadi pachadi recipe

उगादी पचड़ी एक तरह का पेय पदार्थ है। इसे लोग लू से बचने के ल‍िए भी गर्मी के द‍िनों में पीते हैं। उगादी पचड़ी को आम की चटनी भी कहा जाता है। ये ड‍िश घर-घर में बनाई जाती है। इसे खाली पेट और खाने के साथ दोनों तरह से ल‍िया जाता है। चल‍िए जानते हैं इसकी रेस‍िपी। 

सामग्री: उगादी पचड़ी बनाने के ल‍िए एक कप गुड़, इमली, एक कप कच्‍चा आम, संतरा, लाल म‍िर्च पाउडर, हरी म‍िर्ची, नमक, नीम पाउडर, केला, दालचीनी, घ‍िसा हुआ नार‍ियल, क‍िशम‍िश और  पानी की जरूरत होगी। 

व‍िध‍ि

  • 1. गुड़ को घ‍िसकर पाउडर बना लें। 
  • 2. उसमें संतरे का रस म‍िलाएं। 
  • 3. कच्‍चे आम को छोटे-छोटे पीस में काटें, उसमें इमली म‍िला लें। 
  • 4. हरी म‍िर्च, केला और नीम के पाउडर को म‍िश्रण में म‍िला दें। 
  • 5. केले को मैश करने के बजाय छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर डालें। 
  • 6. बाक‍ि मसाले डालकर तैयार म‍िश्रण में एक कप पानी डालें। 
  • 7. सारी चीजों को अच्‍छी तरह म‍िलाते हुए चलाएं। 
  • 8. उगादी पचड़ी की रेस‍िपी तैयार है, बाउल में न‍िकालरक सर्व करें।

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उगादी पचड़ी में 6 मुख्‍य फ्लेवर बनाते हैं इसे खास (6 Flavours in Ugadi Pachadi)

उगादी पचड़ी में 6 मुख्‍य फ्लेवर न स‍िर्फ हमारे टेस्‍ट के ल‍िए अच्‍छे होते हैं बल्‍क‍ि गर्मी के मौसम में इसका सेवन करने से लू नहीं लगती और रोग प्रत‍िरोधक क्षमता भी बनी रहती है। खट्टे स्‍वाद के ल‍िए उगादी पचड़ी में इमली डाली जाती है। मीठे स्‍वाद के ल‍िए उगादी पचड़ी में गुड़ डाला जाता है। सॉर और टैंगी टेस्‍ट के ल‍िए इस रेस‍िपी में कच्‍चा आम और नमक डाला जाता है। उगादी पचड़ी में कड़वे स्‍वाद के ल‍िए नीम ज‍िम्‍मेदार होता है। उगादी पचड़ी में स्‍पाइसी फ्लेवर लाल म‍िर्च पाउडर से आता है। इस सभी फ्लेवर को बनाने वाली सामग्री के हेल्‍थ बेनीफ‍िट्स आपको आगे जानने को म‍िलेंगे। 

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उगादी पचड़ी रेस‍िपी के फायदे (Health Benefits of Ugadi Pachadi)

benefits of ugadi pachadi

इस र‍ेस‍िपी में ये सारी सामग्री म‍िल जाने से ये एक स्‍वास्‍थ्‍य वर्धक औषधी बन जाती है जिसका सेवन हम सबको करना चाह‍िए। चल‍िए जानते हैं इस रेस‍िपी में डाले जाने वाले जरूरी सामग्री के स्‍वास्‍थ्‍य लाभ। 

  • 1. उगादी पचड़ी में नीम का पाउडर डाला जाता है। नीम अपने आप में एक औषधी है, उसकी शाख, पत्‍ती या फूल सब में कुछ न कुछ फायदे मौजूद होते हैं, ये आपको स्‍क‍िन इंफेक्‍शन और वायरल फीवर के ल‍िए अच्‍छा होता है।
  • 2. नीम का सेवन डायब‍िटीज, मलेर‍िया जैसी बीमारियों के ल‍िए अच्‍छा होता है पर नीम को जब हम आम और इमली के साथ म‍िक्‍स करते हैं तो ये इम्‍यून‍िटी के लिए फायदेमंद होता है और पेट संबंधी रोग के ल‍िए भी नीम का सेवन फायदेमंद है।
  • 3. नीम के सेवन से पेट में मौजूद पैरासाइट्स खत्‍म हो जाते हैं ज‍िससे पेट से जुड़ी कोई परेशानी नहीं होती।
  • 4. इस रेस‍िपी में मौजूद कच्‍चा आम से ब्‍लड वैसल्‍स को इलास्‍ट‍िसिटी म‍िलती है ज‍िससे नए ब्‍लड वैसल्‍स बनते हैं।
  • 5. कच्‍चा आम बाइल्‍स को सीक्रीट करता है ज‍िससे बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन दूर होता है और ये लीवर को ड‍िटॉक्‍सीफाई करता है।
  • 6. कच्‍चा आम एस‍िड‍िटी, डाइजेशन के ल‍िए भी अच्‍छा होता है।
  • 7. इस रेस‍िपी में गुड़ भी डलता है। गुड़ लीवर के ल‍िए अच्‍छा माना जाता है। ये लीवर को ड‍िटॉक्‍सीफाई करता है। 
  • 8. उगादी पचड़ी में गुड़ डाला जाता है। गुड़ में ज‍िंक होता है ये एंटी-ऑक्‍सीडेंट होता है, कोव‍िड से बचाव के ल‍िए एंटी-ऑक्‍सीडेंट लेने की सलाह दी जाती है। इससे इम्‍यून‍िटी बनी होती है।
  • 9. एंटी-ऑक्‍सीडेंट इंफेक्‍शन को बढ़ने नहीं देते। अगर आपको कोई स्‍क‍िन इंफेक्‍शन है तो भी आपको गुड़ का सेवन करना चाह‍िए। 
  • 10. इसके अलावा इस रेस‍िपी में इमली बहुत जरूरी सामग्री है। इमली का सेवन करने से डाइजेशन अच्‍छा रहता है।
  • 11. इमली को खाने से पेट दर्द या सूजन की श‍िकायत दूर होती है। अगर कोलेस्‍ट्रॉल लेवल बढ़ा है तो वो भी इमली से बैलेंस होता है।
  • 12. अगर आपको क‍िसी तरह का कोई स्‍क‍िन इंफेक्‍शन है तो आपको इमली का सेवन करना चाह‍िए।

इस मौसम में उगादी पचड़ी एक हेल्‍दी ड‍िश है, कोव‍िड को ध्‍यान में रखते हुए इस समय आपको हेल्‍दी फूड खाना चाह‍िए ज‍िससे आपकी इम्‍यून‍िटी बढ़े, कोश‍िश करें क‍ि ज्‍यादा से ज्‍यादा ताजे फल और सब्‍जियों को अपनी डाइट में शाम‍िल करें। 

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