Mulberry Jam Recipe: शहतूत एक नाजुक और स्वादिष्ट फल है। शहतूत का इस्तेमाल जूस, जैम, बिस्किट, टॉफी और अन्य चीजें बनाने के लिए किया जाता है। वैसे तो शहतूत से अनगिनत चीजें बनाई जा सकती हैं, लेकिन आज हम बात करेंगे शहतूत से बनने वाले जैम के बारे में। 5 में से 3 लोग सुबह ब्रेड पर स्प्रेड लगाकर खाते हैं। लेकिन अगर ब्रेड पर लगा मक्खन या स्प्रेड हेल्दी नहीं होगा, तो सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। ऐसे में शहतूत का जैम एक हेल्दी विकल्प हो सकता है। जिन लोगों को सुबह ब्रेड जैम खाना पसंद है, वह अपनी डाइट में शहतूत को जरूर शामिल करेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि शहतूत का जैम स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर है। तो चलिए जानते हैं शहतूत का जैम बनाने का तरीका, न्यूट्रिशनल वैल्यू, फायदे और रेसिपी। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Holi Family Hospital, Delhi की डाइटीशियन सना गिल (Sanah Gill) से बात की।
शहतूत के जैम की न्यूट्रिशनल वैल्यू- Mulberry Jam Nutritional Value
- शहतूत के एक बड़े चम्मच जैम में करीब 50 से 55 कैलोरीज होती हैं।
- शहतूत के जैम में डाइटरी फाइबर भी मौजूद होता है।
- शहतूत के जैम में विटामिन-सी, ई, के और पोटैशियम व आयरन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।
- शहतूत के जैम में एंटीऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा होती है जिससे फ्री रेडिकल्स की समस्या दूर होती है।
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शहतूत का जैम बनाने की रेसिपी- Mulberry Jam Recipe
सामग्री:
- शहतूत- 500 ग्राम
- नींबू का रस- 2 टेबलस्पून
विधि:
- सबसे पहले शहतूत को अच्छी तरह से धो लें और उसके डाले को हटा दें।
- एक कढ़ाई में शहतूत डालें और मध्यम आंच पर उसे पकने दें जब तक वह मुलायम न हो जाए।
- अब उसे एक ब्लेंडर में पीस लें ताकि वह चिकना न हो जाए।
- अब इसमें नींबू का रस मिलाएं।
- मिश्रण को अच्छे से मिलाएं और फिर उबालने दें।
- जब जैम ठंडा हो जाए, तो एक जार में इसे भरें और ढक्कन बंद करें।
- शहतूत का जैम तैयार है! इसे ठंडा होने के बाद फ्रिज में स्टोर करें।
- यह शहतूत का जैम ब्रेड, बिस्किट्स, और टोस्ट के साथ खाया जा सकता है। आप अपने पसंदीदा प्रकार के फल से भी इसे बना सकते हैं। यह बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक होता है।
शहतूत का जैम खाने के फायदे- Mulberry Jam Benefits
- शहतूत में सायनायडिंग 3-ग्लूकोसाइड नाम का फाइटोन्यूट्रिएंट पाया जाता है जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है।
- शहतूत में हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव पाया जाता है इसलिए इसे डायबिटीज के मरीज भी सीमित मात्रा में खा सकते हैं।
- शहतूत में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने वाला एंटी-हीमोलिटिक प्रभाव होता है जिससे खून की कमी दूर होती है।
- शहतूत कैल्शियम से भरपूर होता है इसलिए इसके जैम को खाने से हड्डियों की कमजोरी दूर करने में मदद मिलती है।
शहतूत में विटामिन-सी और फ्लेवोनॉइड्स होते हैं। इससे बना जैम खाकर से इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं।
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