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बदलते मौसम में बच्चों को बुखार होने पर आजमाएं ये 6 टिप्स, जल्दी मिलेगा आराम

बदलते मौसम में बच्चे को बुखार हो जाए, तो सबसे पहले बुखार कंफर्म करें और जरूरत पड़ने पर सामान्य पानी की पट्टी करते रहें।  
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बदलते मौसम में बच्चों को बुखार होने पर आजमाएं ये 6 टिप्स, जल्दी मिलेगा आराम


Tips To Reduce Fever In Kids In Hindi: मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। इन दिनों अगर कोई अपनी सेहत को लेकर जरा भी लापरवाही करता है, तो इससे उनकी हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। खासकर, सर्दी-जुकाम तो इन दिनों किसी को भी हो जाता है। इस तरह की सिचुएशन से बचने के लिए जरूरी है कि आप इम्यूनिटी को स्ट्रॉन्ग करें। विशेषकर बच्चों की बात करें, तो बदलते मौसम में वे आसानी से बीमारी हो सकते हैं। बाल रोग विशेषज्ञों के अनुसार, बच्चों की इम्यूनिटी वयस्कों की तुलना में कमजोर होती है। इसलिए, बदलते मौमस में सबसे ज्यादा बच्चे बीमार पड़ते हैं। हालांकि, सही खानपान और अच्छी जीवनशैली अपनाकर आप बच्चे को बदलते मौसम में भी बीमार पड़ने से रोक सकते हैं। लेकिन, यह बात हम सभी जानते हैं कि मौसम में बदलाव होते ही या सर्दी बढ़ते ही, बच्चे बीमार पड़ जाते हैं। ज्यादातर बच्चों को इन दिनों वायरल होने का रिस्क रहता है। बच्चा बीमार हो जाए, तो पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वे अपने बच्चे की सही तरह से केयर करे, ताकि उनकी रिकवरी तेजी से हो सके। ऐसा कैसे हो सकता है? इस संबंध में बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पवन मंडाविया ने एक इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है।

बुखार कंफर्म करना जरूरी है

Tips To Reduce Fever In Kids

कई पेरेंट्स बिना सोचे-समझे अपने बच्चे को बुखार की दवा खिला देते हैं। ऐसा करना सही नहीं है। बेवजह बच्चे को दवाई खिलाना उनकी हेल्थ के लिए सही नहीं है। अगर आपका बच्चा डल है, बाहर खेलने-कूदने नहीं जाना चाह रहा है, खाना-पीना बंद कर दिया है, तो आप समझ सकते हैं कि उसकी तबियत खराब है। आपको बता दें कि कई बार एनवायरमेंट की वजह से या फिर डिहाइड्रेशन की वजह से भी बच्चे का शरीर गर्म हो जाता है। लेकिन, बुखार है या नहीं, यह बात आप थर्मामीटर से चेक करके कंफर्म करें। थर्मामीटर में अगर बच्चे का बॉडी टेंप्रेचर 99.0 फारेनहाइट है, तभी उसे बुखार की दवाई दी जानी चाहिए।

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बुखार की दवा दें

आमतौर पर हर घर में बुखार की कुछ प्रसिद्ध दवाईयां मौजूद होती हैं, जो बच्चे के बीमार पड़ने पर उसे खिलाई जाती है। इस तरह की दवाईयों का डोज आप एक से दो बार दे सकते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखें कि अगर आपने पहली बार दवा खिला दी है, फिर भी बुखार नहीं उतर रहा है। इसके बावजूद, आप चार घंटे से पहले अगली दवा न खिलाएं। बच्चे को कितनी दवा देनी है, इस बारे में आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। अगर बुखार दवाई खाने के बाद भी न उतरे या फिर बार-बार बुखार चढ़ जाए, तो उसे लेकर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।

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पानी की पट्टी करें

Tips To Reduce Fever In Kids

पेरेंट्स कई बार बच्चे को दवा देने के बाद उसका बॉडी टेंप्रेचर चेक नहीं करते हैं। आप ऐसा न करें। आप यह नोटिस करें कि क्या दवाई देने के बाद भी बच्चे का बुखार नहीं उतर रहा है? अगर नहीं, तो आप उसे पानी की पट्टी करें। हालांकि, पानी की पट्टी आपको सिर्फ सिर पर नहीं करनी है। पानी की पट्टी से आपको बच्चे के पूरे बॉडी को पोंछना है। इसके अलावा, यह ध्यान रखें कि पानी सामान्य हो, ज्यादा ठंडा न हो।

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गर्म कपड़े न पहनाएं

कई पेरेंट्स को यह लगता है कि बुखार होने पर बच्चे को गर्म कपड़े पहना देने चाहिए। इससे बुखार उतर जाता है। यह महज एक मिथ है। ऐसा नहीं होता है। बच्चे को बुखार होने पर आप उसे गर्म मोजे, जूते या स्वेटर न पहनाएं। इसके बजाय, आप बच्चे को पतला कॉटन का कपड़ा ही पहनाएं। इससे बच्चा कंफर्टेबल फील करेगा और वह ज्यादा रिलैक्स हो सकेगा। ऐसा करने से बच्चे को बुखार से रिकवरी में मदद मिलेगी।

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कमरे का तापमान चेक करें

अक्सर पेरेंट्स ऐसा करते हैं कि बच्चे को बुखार होने पर वे कमरे का पंखा और एसी बंद कर देते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें, तो आपको ऐसा करने की जरूरत नहीं है। बच्चे को बुखार होने के बावजूद आप कमरे का पंखा या एसी चलाकर रख सकते हैं। हालांकि, आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चे को पंखे या एसी से डाइरेक्ट हवा न लगे। डाइरेक्ट हवा उसकी हेल्थ कंडीशना को बिगाड़ सकती है।

डाइट का रखें ध्यान

बुखार होने पर सबसे पहले बच्चे की डाइट एफेक्टेड होती है। दरअसल, बुखार की वजह से बच्चे के मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है। इस वजह से वह कुछ भी खाने से बचता है। ध्यान रखें कि अगर बच्चा खानपान बंद कर दे, तो उसे रिकवरी में काफी समय लग सकता है। आपके लिए जरूरी है कि आप अपने बच्चे को लिक्विड इनटेक देते रहें। इसमें नारियल पानी, पानी, सूप जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा, बच्चे के लिए फलों का सेवन करना भी फायदेमंद हो सकता है

image credit: freepik

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