
Prevention Tips For Viral Fever In Children In Hindi : मौसम में बदलाव होने के साथ ही बच्चों के बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है। इस समय संक्रमण का खतरा बच्चों को अधिक होता है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कमजोर होना इसका एक बड़ा कारण है। इस समय बच्चों को बीमारियों से बचाव करने के लिए सावधानियां बरतनी चाहिए। इन दिनों एडिनोवायरस बच्चों को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। पश्चिम बंगाल में कई बच्चों की इस वायरस की वजह से मृत्यु हो गई, जबकि कई बच्चों को इस रोग के होने की संभावना अधिक है। मौसम बदलते समय संक्रमण होना एक आम समस्या है। एडिनोवायरस में भी सर्दी की तरह ही लक्षण दिखाई देते हैं। बच्चों को वायरल फीवर से बचाने के लिए आपको आगे बताए गए उपायों को अपनाना चाहिए। इससे बच्चे को संक्रमण से होने वाले अन्य रोग से भी सुरक्षित रखा जा सकता है। इस विषय पर हमने नवी मुंबई के मेडिकवर अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ और विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप सावंत से बात कि तो उन्होंने वायरल फीवर से बचाव के कुछ मुख्य उपायों को बताया।
वायरल फीवर में इस तरह करें अपने बच्चों का बचाव - Prevention Tips For Viral Fever In Children In Hindi
घर में किसी भी सदस्य को बुखार होने पर अन्य सदस्यों को भी वायरल फीवर होने की संभावना बढ़ जाती है। वायरल फीवर से बच्चों को सुरक्षित रखना बेहद आवश्यक होता है। ऐसे में आपको आगे बताए गए उपायों को अपनाना चाहिए।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं
बच्चों को वायरल फीवर से बचाव के लिए आप उन्हें पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं। इससे उनके शरीर का तापमान सही बने रहता है और उनको संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है। इसके साथ ही आप बच्चे को फ्रूट जूस भी दे सकते हैं। जूस से बच्चे की इम्यूनिटी बेहतर होती है और उसके संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है।
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वायरल फीवर वाले मरीज से बच्चे को दूर रखें
यदि आपके घर में किसी व्यक्ति को वायरल फीवर हो गया है, तो उससे बच्चे को दूर रखें। वायरल फीवर के मरीज द्वारा खांसने और छींकने से संक्रमण अन्य लोगों को भी हो सकता है। ऐसे में बच्चे को भी वायरल इंफेक्शन होने संभावना बढ़ जाती है।
बच्चे को संतुलित और पौष्टिक आहार दें
बच्चे को वायरल फीवर से बचाने के लिए आपको उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करना होगा। बच्चों की डाइट में पौष्टिक आहार और संतुलित आहार को शामिल कर आप उन्हें संक्रमित रोगों से बचा सकते हैं। संतुलित आहार से बच्चे को पर्याप्त पोषण मिलता है और इससे वह बाहर के खाने से होने वाले इंफेक्शन से भी सुरक्षित रहते हैं।
भोजन से पहले हाथ धोएं
वायरल फीवर से बचने के लिए आप बच्चे को खाने से पहले हाथ धोने के लिए कहें। गंदे हाथ से भोजन करने से आपके बच्चे को संक्रमण होना खतरा अधिक होता है। इस मौसम में संक्रमण फैलाने वाले वायरस मिट्टी व बाहर की चीजों में होते हैं, जो बच्चे के हाथों से उनको संक्रमित कर सकते हैं।
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बाहर के खाने से दूरी बनाएं
बच्चा अगर बाहर का खाना खाने की जिद करे तो उसे कहीं साफ सफाई वाली जगह पर ही खिलाएं। बाहर का खाना खाने से बच्चे को वायरल फीवर होने की संभावना बढ़ जाती है। बाहर के तले भूने खाने में कीटाणु तेजी से पनपते हैं, और ये कीटाणु आपके बच्चे के संक्रमित कर सकते हैं।
बच्चे को यदि वायरल फीवर हो जाए तो आप उसको घरेलू उपाय से ठीक करने की अपेक्षा डॉक्टर के पास ले जाएं। घरेलू उपाय से उसके बुखार में आराम मिल सकता है। लेकिन उसके इलाज के लिए डॉक्टरी सलाह अवश्य लेनी चाहिए।