
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर हो रही है। ऐसे में उन्हें संक्रमण और वायरल इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। इस वजह से बच्चों में रोग के कई लक्षण दिखाई देते हैं। बार-बार आंखों से पानी आने की समस्या बच्चों में अक्सर देखने को मिलती है। इस समस्या में बच्चे को आंखों में दर्द भी महसूस होता है। बच्चे की आंखों से पानी आना और डिस्चार्ज होने के कई कारण हो सकते हैं। आंखों में होने वाली समस्याओं से बच्चे को देखने में परेशानी होती है और बार-बार आंखों को पोछने में उसे परेशानी होती है। बच्चे की इस समस्या से माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए। ये एक सामान्य लक्षण है और इसे डॉक्टरी इलाज से ठीक किया जा सकता है। इस लेख में आपको बच्चों को आंख से बार-बार पानी आने के लक्षण, कारण और इलाज को बताया गया है।
बच्चों की आंखों से पानी आने के लक्षण - Symptoms Of Eye Discharge In Toddlers In Hindi
जैसा की आपको पहले ही बताया गया है कि बच्चे की आंखों में पानी आने के कई कारण हो सकते हैं। कारणों के आधार पर भी ये लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कई बार बच्चे की आंखों में गंदगी या कुछ चले जाने की वजह से पानी आने लगता है। जबकि कई बार आंखों में इंफेक्शन की वजह से भी बच्चे की आंखों में पानी आने लगता है। आगे आपको बच्चे की आंखों में पानी आने या आंखों से डिस्चार्ज होने के अन्य कुछ लक्षणों को बताया गया है।
- बच्चे का आंखे बार-बार रगड़ना,
- बच्चे की आंखों में दर्द,
- आंखे न खोल पाना,
- आंखों के अंदर लाल रंग की लाइन दिखना,
- आंखों में सूजन आना,
- चेहरे पर सूजन आना, आदि।
इसे भी पढ़ें : सर्दियों में बच्चों को निमोनिया का होता है अधिक खतरा, इन घरेलू उपायों से बच्चों का करें बचाव
बच्चे की आंखों से पानी आने के कारण - Causes of Eye Discharge In Toddlers In Hindi
बच्चे की आंखों से पानी आने के कारण हो सकते हैं। इन कारणों को आगे बताया जा रहा है।
कंजंक्टिवाइटिस (Conjunctivitis)
आंख आने की वजह से बच्चे की आंखों से बार बार पानी आने लगता है। इसमें बच्चे की आंखों के टिश्यू में सूजन और दर्द होने लगता है।
आंखों से सामान्य डिस्चार्ज होना
कई बार बच्चे के नींद से जागने के बाद आंखों के किनारे पर म्यूकस जमा होने लगता है। ये म्यूकस सफेद, लाल, हरा और पीले रंग का हो सकता है। ये एक सामान्य प्रक्रिया है। स्वस्थ आंखों में भी ऐसा हो सकता है। अगर इस समस्या की वजह से बच्चे को ज्यादा परेशानी हो तो उसे डॉक्टर के पास ले जाएं।
वायरल इंफेक्शन
बच्चे की आंखों पर वायरल इंफेक्शन की वजह से भी आंखों में पस या पानी आने की समस्या हो सकती है।
बैक्टीरियल इंफेक्शन
जब बच्चे की आंखों पर बैक्टीरियल इंफेक्शन चले जाता है तो इससे उसकी आंखे लाल हो जाती है और बच्चे की आंखों से पानी आने लगता है। बैक्टीरिया की वजह से बच्चे की आंखों से सफेद और हरे रंग का म्यूकस आ सकता है।
आंखों में कुछ गंदगी चले जाना
आंखों में कुछ गंदगी चले जाने की वजह से भी बच्चे की आंखों से पानी आने की समस्या हो सकती है। कई बार धूल, पलकों का बाल या कोई टुकड़ा आंखों में जाने की वजह से भी बच्चे को ये परेशानी हो सकती है।
इसे भी पढ़ें : वायरल फीवर के बढ़ते मामलों में इस तरह करें अपने बच्चों का बचाव
बच्चों की आंखों से पानी आने का इलाज कैसे किया जाता है? Treatment Of Eye Discharge In Toddlers In Hindi
आंखों से पानी आने के कारणों के आधार पर इस समस्या का इलाज किया जाता है। अगर बच्चे की आंखों में कोई छोटा कण चला गया है तो इसे आसानी से निकाला जा सकता है, लेकिन यदि कण बड़ा हो और उसे घर में निकालने में परेशानी हो रही है तो ऐसे में आपको डॉक्टर से मदद लेनी चाहिए। इसके अलावा गर्म सिकाई से भी बच्चे की आंखों में आराम मिलता है। यदि आंखों में समस्या अधिक हो तो आपको डॉक्टर के पास बच्चे को ले जाना चाहिए।
इस समय डॉक्टर बच्चे को वायरल इंफेक्शन होने पर एंटी बॉयोटिक्स की दवाएं, वायरल इंफेक्शन में स्ट्रेरॉयड व ब्लॉक टियर डक्ट यदि अपने आप सही नहीं होती तो उस स्थिति में सर्जरी की सलाह दे सकते हैं।
बच्चे की आंखें बेहद की कोमल होती हैं। उसमें किसी भी तरह का इंफेक्शन या समस्या का लक्षण दिखाई देने पर अभिभावकों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यदि बच्चे को परेशानी अधिक है तो ऐसे में जल्द डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।