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बच्चे को बुखार है तो इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान, जल्दी रिकवरी में मिलेगी मदद

बच्चों को बुखार होने पर अक्सर अगर आप घबरा जाते हैं तो डॉक्टर के बताएं इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
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बच्चे को बुखार है तो इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान, जल्दी रिकवरी में मिलेगी मदद


छोटे बच्चों को बुखार होना एक आम समस्या है। बारिश में भीगना, पानी में खेलने, धूप में रहने या इंफेक्शन के कारण बच्चे बुखार की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। लेकिन बच्चों को बुखार होते हैं माता-पिता बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं, और कई बार हल्का बुखार होने पर तुरंत उन्हें डॉक्टर के पास ले जाते हैं। जबकि कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों के सिर्फ पर ठंडे पानी की पट्टियां रखना, गर्म कपड़े पहनाना और कपड़े के पंखे बंद करने लगते हैं, ताकि बच्चे का बुखार जल्द से जल्द ठीक किया जा सके। लेकिन बच्चे को बुखार होने पर कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, ताकि बच्चे का समय रहते बुखार कम किया जा सके। किरण मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन और न्यूबोर्न स्पेशलिस्ट डॉ. पवन मंडाविया से जानते हैं कि बच्चों को बुखार होने पर पेरेंट्स को किन बातों पर ध्यान देना चाहिए? 

बच्चों को बुखार होने पर क्या करें?

1. थर्मामीटर से बुखार चेक करें

थर्मामीटर से बच्चे का बुखार कंफर्म करें। बहुत बार पर्यावरण में बदलाव के कारण या फिर डिहाइड्रेशन के कारण बच्चे का सिर और हाथ पैर गर्म लग सकते हैं। इसलिए, बच्चे को कोई भी दवाई देने से पहले थर्मामीटर से बच्चे का बुखार चेक करना और उसे कंफर्म करना बहुत जरूरी है। चेक करने पर बच्चे के शरीर का तापमान 99 डिग्री के ऊपर आता है तो ही बच्चे को बुखार की दवा दें। 

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2. बुखार की दवाइ दें

बच्चे के शरीर का तापमान 99 डिग्री या उससे ऊपर होने पर बच्चे को डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाई दे सकते हैं। आप उन्हें पेरासिटामोल का डोज आप अपने डॉक्टर से पूछने के बाद ही बच्चे को दें सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे अगर बच्चे को बार-बार बुखार आ रहा है तो आप दिन में 2 बार पेरासिटामोल दे सकते हैं। हालांकि दोनों खुराक के बीच कम से कम चार घंटे का अंतराल रखें। 

3. स्पंजिंग बाथ कराएं

अगर बच्चे का बुखार दवाई खाने के बाद भी नहीं उतर रहा है तो उसको पानी की पट्टी कर सकते हैं। बच्चे के शरीर पर पानी की पट्टी रखते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि जिस पानी का आप इस्तेमाल कर रहे हैं वह ठंडा न हो, बल्कि नॉर्मल पानी का इस्तेमाल करें। इस पानी की पट्टी को आप बच्चे के सिर पर न रखें, बल्कि उससे बच्चे के पूरी शरीर को पोछें। 

4. ज्यादा कपड़ें न पहनाएं

अगर आपके बच्चे को बुखार है और ठंड लगने के कारण आपने उसे स्वेटर, मौजे और टोपी पहनाकर रखा है तो ऐसा करने से बच्चे का बुखार कम नहीं होगा। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चे को पतले कॉटन के कपड़ें पहनाएं और हल्का कंबल ओढाएं। 

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5. कमरे का तापमान नॉर्मल रखें

बच्चे को बुखार होने पर पेरेंट्स अक्सर कपड़े के सभी पंखे बंद कर देते हैं और खिड़की दरवाजों को भी बंद रखते हैं, ताकि बच्चे को कहीं से हवा न लग पाए। लेकिन बच्चे को बुखार होने पर आपको कपड़े का पंखा बंद करने की जरूरत नहीं है। बस आपको इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि बच्चे को एसी, कुलर या पंखे की सीधी हवा न लगने पाए, क्योंकि इससे बुखार बढ़ सकता है। 

 

 

 

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अगर आपके बच्चे को बुखार है तो उसे लिक्विड डाइट ज्यादा देने की कोशिश करें, ताकि उसका शरीर डिहाइड्रेट न हो पाएं। इसके साथ ही डॉक्टर के बताए इन टिप्स को भी फॉलो करें। 

Image Credit: Freepik  

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