What Foods Decrease Androgens: पीसीओएस महिलाओ में होने वाली हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या है। बॉडी में इंसुलिन और एंड्रोजन हार्मोन इंबैलेंस होने के कारण ओवरी में सिस्ट बनने लगते हैं। इसके कारण पीसीओएस की समस्या हो जाती है। पीसीओएस होने के कारण इर्रेगुलर पीरियड्स, पिग्मेंटेशन, एक्ने, वजन बढ़ने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इसमें कई लड़कियों को हिर्सुटिज्म की समस्या भी हो जाती है। इस समस्या में चेहरे, हाथ, कमर और चेस्ट जैसे शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर बालों की ग्रोथ बढ़ जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पीसीओएस में शरीर में मेल हार्मोन बढ़ जाते हैं। लेकिन हेल्दी डाइट और कुछ सप्लीमेंट्स के सेवन से इसे कंट्रोल भी रखा जा सकता है। हिर्सुटिज्म कंट्रोल रखने के लिए डाइट में कौन-से सप्लीमेंट्स एड करने चाहिए। इस बारे में जानकारी दी पीसीओएस डायटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट असिया अली ने। आइए लेख के माध्यम से जानें इस बारे में।
PCOS में हिर्सुटिज्म कंट्रोल रखने के लिए डाइट में शामिल करें ये सप्लीमेंट्स | Supplements To Reduce Hirsutism With Pcos In Hindi
इनोसिटोल (मायो-इनोसिटोल और डी-चिरो-इनोसिटोल) Inositol
हिर्सुटिज्म कंट्रोल करने के लिए आप इनोसिटोल सप्लीमेंट ले सकते हैं। यह सप्लीमेंट इंसुलिन सेंसिटिविटी को इंप्रूव करने में मदद करता है। इससे पीसीओएस वाली महिलाओं में एंड्रोजन हार्मोन कम होने लगता है। बॉडी में एंड्रोजन हार्मोन कम होने से हिर्सुटिज्म भी कम होने लगता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड- Omega 3
हिर्सुटिज्म की समस्या कंट्रोल करने के लिए आप ओमेगा 3 के सप्लीमेंट्स ले सकते हैं। यह फैटी एसिड होता है जो फिश ऑयल में पाया जाता है। इससे इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव होती है। साथ ही, पीसीओएस में एंड्रोजन बढ़ने के कारण इंसुलिन स्पाइक कम होने का खतरा कम होता है। इससे हार्मोन्स बैलेंस होते हैं और हिर्सुटिज्म कंट्रोल रहता है।
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विटामिन डी 3- Vitamin D3
विटामिन डी 3 के सप्लीमेंट्स इंसुलिन रेगुलेट करने और सेंसिटिविटी इंप्रूव करने में मदद करते हैं। जो कि पीसीओएस में कंट्रोल रहना बहुत जरूरी है। इंसुलिन लेवल बैलेंस रखने से एंड्रोजन हार्मोन कम होने लगता है। इससे शरीर में बालों की समस्या कम होती है और हिर्सुटिज्म कम होता है।
सॉ पाल्मेटो- Saw Palmetto
सॉ पाल्मेटो हर्बल सप्लीमेंट है जो हिर्सुटिज्म कंट्रोल रखने के लिए जरूरी है। यह सप्लीमेंट टेस्टोस्टेरोन हार्मोन को एंड्रोजन में बदलने वाले एंजाइम को ब्लॉक करने में मदद करता है। इससे शरीर में बालों की ग्रोथ भी कंट्रोल रहती है और हिर्सुटिज्म कम करने में मदद मिलती है।
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स्पीयरमिंट टी एक्सट्रैक्ट- Spearmint Tea Extract
स्पीयरमिंट टी में एंटी-एंड्रोजेनिक गुण पाए जाते हैं। इस सप्लीमेंट को डाइट में शामिल करने से टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम होता है और हेयर ग्रोथ कम होती है।
इन सप्लीमेंट्स को डाइट में शामिल करने से आप हिर्सुटिज्म की समस्या कंट्रोल रख सकते हैं। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।
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