आजकल बिगड़ी लाइफस्टाइल, अनियमित खानपान, पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना और अत्यधिक ऑक्सलेट युक्त आहार लेने से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ रहा है। यह समस्या न केवल बुजुर्गों में, बल्कि युवा वर्ग में भी आम होती जा रही है। किडनी स्टोन होने पर शरीर में कई लक्षण धीरे-धीरे नजर आने लगते हैं, जैसे कि पीठ और पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द, पेशाब में जलन, खून आना और मितली होना। हालांकि, किडनी स्टोन की समस्या अक्सर शुरुआती अवस्था में बिना लक्षणों के रहती है, जिसके कारण इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। आम धारणा यह है कि कैल्शियम सप्लीमेंट्स का सेवन किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकता है। इस बारे में जानकारी देते हुए आरवी हेल्थकेयर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, गुरुग्राम के न्यूरोलॉजी विभाग की कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ प्रियंका सहरावत ने एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। इस वीडियो में डॉक्टर ने किडनी स्टोन की समस्या में कैल्शियम सप्लीमेंट्स का सेवन करें या नहीं इसके बारे में बताया है।
किडनी स्टोन की समस्या से ग्रस्त व्यक्ति अक्सर यह सवाल करते हैं कि क्या कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना उनके लिए सही है या नहीं। इस मुद्दे पर बहुत से मिथक और धारणाएं हैं, जिनमें से एक यह है कि कैल्शियम सप्लीमेंट्स किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकते हैं। लेकिन क्या वास्तव में यह सच है? डॉक्टर प्रियंका सहरावत के अनुसार, इस मुद्दे पर सही जानकारी होना आवश्यक है ताकि व्यक्ति बिना किसी भ्रम के सही निर्णय ले सके। आइए जानते हैं कि डॉक्टर इस बारे में क्या कहती हैं।
किडनी स्टोन क्या होते हैं?
डॉक्टर प्रियंका सहरावत का कहना है कि 90% से अधिक किडनी स्टोन कैल्शियम ऑक्सलेट के बने होते हैं, जिसमें कैल्शियम और ऑक्सलेट का संयोजन मुख्य भूमिका निभाता है। डॉक्टर सहरावत बताती हैं कि अधिकतर किडनी स्टोन कैल्शियम ऑक्सलेट से बनते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि कैल्शियम सप्लीमेंट्स किडनी स्टोन को बढ़ाते हैं।
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किडनी स्टोन में कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना चाहिए या नहीं?
डॉक्टर प्रियंका सहरावत के अनुसार, अगर आपके शरीर में कैल्शियम या विटामिन डी की कमी होती है, तो 1 ग्राम तक का कैल्शियम सप्लीमेंट लेने से स्टोन बनने का रिस्क नहीं बढ़ता। इससे न केवल कैल्शियम की कमी पूरी होती है बल्कि यह हड्डियों की मजबूती के लिए भी फायदेमंद है। अगर आपके शरीर में कैल्शियम या विटामिन डी की कमी है और आपको किडनी स्टोन है तो भी 1 ग्राम तक कैल्शियम सप्लीमेंट्स अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार ले सकते हैं।
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ऑक्सलेट और नमक की मात्रा को करें कंट्रोल
किडनी स्टोन से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए सबसे जरूरी है ऑक्सलेट की मात्रा को नियंत्रित करना। चाय, पालक जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है। इसलिए डॉक्टर सहरावत का सुझाव है कि अगर आपको किडनी स्टोन की समस्या है तो चाय का सेवन कम कर दें। चाय में मौजूद ऑक्सलेट कैल्शियम के साथ मिलकर स्टोन बनने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है। इसके अलावा, भोजन में नमक की अधिकता भी किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकती है। इसलिए नमक का सेवन भी नियंत्रित रखें।
निष्कर्ष
कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेने से किडनी स्टोन बनने का जोखिम नहीं बढ़ता, बशर्ते इसे सही मात्रा में लिया जाए। साथ ही, ऑक्सलेट और नमक का सेवन नियंत्रित रखना जरूरी है ताकि स्टोन बनने की संभावना कम हो। यदि आप किडनी स्टोन की समस्या से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर ही कैल्शियम सप्लीमेंट्स लें और अपनी डाइट को संतुलित रखें।
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