How to check eardrum at home: कान हमारे शरीर का नाजुक हिस्सा है। जिस पर कई बार हमारा ध्यान नहीं जाता, जब तक कि कोई समस्या न हो। कान का पर्दा सुनने के लिए जरूरी होता है। यह गंदगी को कान में घुसने और नुकसान करने से रोकता है। अगर कान के पर्दे में कोई डिफेक्ट आ जाता है, तो इससे सुनने की क्षमता पर असर पड़ सकता है। कान का पर्दा फटने पर कई बार पता लग पाना मुश्किल होता है। क्योंकि इसके लक्षण बाहरी रूप से नजर नहीं आते हैं। ऐसे में कैसे पहचानें कान का पर्दा (kaan ka parda fatna) फट गया है या नहीं। इस बारे में जानने के लिए हमने यशोदा हॉस्पिटल्स, हैदराबाद (मालकपेट) से कंसल्टेंट ईएनटी, हेड एंड नेक सर्जन डॉ. रघु कुमार एस सीएच से बात की।
कान का पर्दा फटने के क्या लक्षण होते हैं? Signs of Eardrum Rupture
मेडिकल भाषा में इसे टिम्पेनिक मेम्ब्रेन परफोरेशन कहा जाता है। जानें ऐसे में क्या लक्षण नजर आते हैं-
कान में दर्द होना
कान का पर्दा फटने का सबसे पहला लक्षण अचानक होने वाला कान का दर्द होता है, जो कभी गंभीर और तेज हो सकता है, लेकिन फटने के बाद जल्दी ठीक भी हो जाता है।
दवाब कम महसूस होना
कुछ लोगों को कान का पर्दा फटने के बाद दबाव कम होने पर बेचैनी का अनुभव कम होता है। खासकर उन लोगों को जिन्हें लगातार कान का संक्रमण रहता है।
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कान से मवाद आना
कान से रिसाव होना पर्दा फटने का संकेत है। यह आमतौर पर शुरुआती दर्द के बाद होता है और इसमें पारदर्शी, मवाद से भरा या लाल तरल पदार्थ निकलता है। यह समस्या हमेशा नहीं रहती लेकिन कुछ दिनों तक जारी रहती है। खासकर के अगर कान का पर्दा किसी संक्रमण के कारण फटा है।
सुनने की क्षमता का कम होना
सुनने की क्षमता में कमी होना पर्दा फटने का आम लक्षण है। ऐसे में कम सुनाई देना या सुनने की क्षमता कम होने जैसी समस्याएं नजर आती हैं। ऐसे में कान का छेद का आकार और स्थान गंभीरता को निर्धारित करता है।
भिनभिनाने जैसी आवाज आना
कान के पर्दे फटने पर अक्सर टिनिटस यानी कान में बजने या भिनभिनाने जैसी आवाज आती है। ऐसे में कुछ मरीजों को कान की नली में खुजली की समस्या भी होती है।
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चक्कर आने जैसा महसूस होना
चक्कर आना या चक्कर आने जैसा एहसास होना भी कान का पर्दा फटने का संकेत है। ऐसा इसलिए, क्योंकि कान का पर्दा कान में बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। इसके कारण मतली या उल्टी भी हो सकती है। कभी-कभी चेहरे की मांसपेशियों का लकवा या गंभीर चक्कर आने जैसे संकेत भी नजर आ सकते हैं।
एक्सपर्ट टिप
- ये लक्षण अक्सर स्पष्ट कारणों से उत्पन्न होते हैं, जैसे कान में संक्रमण, तेज आवाज के संपर्क में आना, सिर में चोट, बैरोट्रॉमा या कान के अंदर किसी बाहरी चीज घुसने के कारण।
- अगर किसी व्यक्ति को इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे खासकर के अचानक कान में तेज दर्द, बिना किसी कारण के कान से पानी आना, सुनने में अचानक कमी, या चक्कर आना तो उसे तुरंत (eardrum rupture treatment) चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
- कान के पर्दे के फटने के ज्यादातर मामलों में समस्या कुछ हफ्तों में अपने आप ठीक हो जाती है, लेकिन संक्रमण या सुनने में कमी जैसी समस्याओं से बचने के लिए किसी डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है।
निष्कर्ष
कान का पर्दा फटने पर कई लक्षण नजर आते हैं. इनमें से ज्यादातर लक्षण साधारण समस्या लगते हैं। इसलिए एक बार डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है। ऐसे में कान में अचानक दर्द (जो जल्दी कम हो सकता है) कान से बलगम जैसा मवाद या खूनी रिसाव होना, सुनने में परेशानी, कान बजना (टिनिटस), कान की नली में खुजली चक्कर आना, मतली या उल्टी आने जैसे संकेत नजर आते हैं। लेकिन इन लक्षणों को नजरअंदाज करना मुश्किल खड़ी कर सकता है।
FAQ
कैसे पता करें की कान का पर्दा फट गया है?
कान का पर्दा फटने पर कुछ लक्षण नजर आते हैं। ऐसे में कान में अचानक दर्द, कान से बलगम जैसा मवाद या खूनी रिसाव होना, सुनने में परेशानी, कान बजना, कान की नली में खुजली चक्कर आना, मतली या उल्टी आने जैसे संकेत नजर आते हैं।कान का पर्दा कितने दिन में ठीक हो जाता है?
कान का पर्दा ठीक होने में कुछ दिनों का समय लगता है। अगर पर्दे में छेद छोटे है तो ये कुछ दिनों में बिना इलाज के ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर छेद बड़ा है, तो कुछ महीनों का समय लग सकता है। ऐसे में मेडिकल हेल्प लेनी की जरूरत हो सकती है।अगर कान का पर्दा फट जाए तो क्या करें?
पहले लक्षणों को पहचानें कि कान का पर्दा फट गया है या नहीं। इसके लिए खुद इलाज करने के बजाय डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि जांच के जरिए ही छेट के साइज और ठीक होने का अंदाजा लगाया जा सकता है।