उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में हाल ही में बादल फटने की घटना इतनी अचानक और भयानक थी कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। तेज बारिश और मलबे के बहाव ने कुछ ही मिनटों में पूरे इलाके का जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। इस क्लाउडबर्स्ट (What is the reason for cloudburst) की तस्वीरें और वीडियोज तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें देखकर हर किसी के मन में भय और चिंता का माहौल बन गया है। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि बादल फटने से प्रभावित क्षेत्रों (badal fatne se bachne ke upay) में रहने वाले लोग पहले से सतर्क रहें और अपने घरों में इमरजेंसी फर्स्ट एड किट (emergency first aid kit items) जरूर तैयार रखें।
कई बार इन प्राकृतिक आपदाओं के दौरान मेडिकल सुविधा तुरंत नहीं मिल पाती, ऐसे में घर में रखी First aid kit शुरुआती इलाज और जान बचाने में मदद कर सकती है। लोगों के मन में अक्सर सवाल होता है कि इमरजेंसी किट में क्या रखें (What is a basic emergency kit) और फर्स्ट एड किट में क्या-क्या आता है? इस लेख में मेट्रो हॉस्पिटल, नोएडा के इंटरनल मेडिसिन विभाग के कंसल्टेंट डॉ. अक्षय (Dr. Akshay Chugh, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) आपको बताएंगे कि ऐसी आपदा की स्थिति में घर पर कौन-कौन सी जरूरी चीजें होनी चाहिए ताकि वक्त पर काम आ सके और खतरे से बचा जा सके। यह जानकारी खासतौर पर उत्तराखंड जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए बेहद उपयोगी हो सकती है।
हमें अपने इमरजेंसी किट में क्या रखना चाहिए? - emergency first aid kit items
उत्तरकाशी बादल फटने जैसी घटनाएं दर्शाती हैं कि यदि समय पर राहत और चिकित्सा न मिले, तो मौतें और नुकसान बढ़ सकते हैं। इसलिए हर घर में एक इमरजेंसी किट (first aid kit me kya kya hota hai) तैयार रहनी चाहिए। इमरजेंसी किट वह जरूरी सामान होता है जिसे आप किसी आपदा के समय तुरंत अपने साथ ले जा सकते हैं। यह किट आपकी और आपके परिवार की कुछ घंटों या दिनों तक मदद कर सकती है जब तक सरकारी सहायता न पहुंचे।
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- सेफ्टी ग्लव्स और मास्क
- सैनिटाइजर, टिशू और हैंड वाइप्स
- गौज पैड और कॉटन रोल
- एंटीसेप्टिक क्रीम और लोशन (Betadine)
- बैंड-एड और मेडिकल टेप
- थर्मामीटर और डिजिटल बीपी मशीन
- पेन किलर और बुखार की दवा (Paracetamol)
- एलर्जी या सर्दी-खांसी की दवाएं
- डायजेशन, उल्टी, दस्त और गैस की दवाएं (ORS आदि)
- चोट या मोच के लिए क्रेप बैंडेज और स्प्रे
- वैक्सीनेशन रजिस्टर या मेडिकल रिपोर्ट्स की कॉपी
- बच्चों के लिए डाइपर, मिल्क पाउडर और बोतल
- बुजुर्गों के लिए नियमित दवाएं और चश्मा
- महिलाओं के लिए सैनिटरी नैपकिन और हाइजीन प्रोडक्ट्स
- किसी को अगर हार्ट या डायबिटीज की दिक्कत है तो उनकी रेगुलर दवाएं
- अगर किसी को सांस संबंधी बीमारी है तो इनहेलर या अस्थमा की दवा
इन सभी सामानों के अलावा टॉर्च, मोबाइल पावर बैंक, रेनकोट, जरूरी कागजात, कैश और कुछ दिनों के लिए ड्राई फ्रूट्स, बिस्किट, रेडी-टू-ईट खाना भी होना चाहिए।
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बादल फटने के बाद क्या होता है? - badal fatne ke baad kya hota hai
बादल फटने (flood in uttarakhand) के बाद अचानक बाढ़ आ जाती है, मिट्टी धंसकने (landslide) की घटनाएं होती हैं, सड़कें और पुल टूट जाते हैं, बिजली की व्यवस्था ठप हो जाती है। इसलिए ऐसी आपदा से निपटने के लिए फर्स्ट एड किट का तैयार होना बहुत जरूरी है।
निष्कर्ष
उत्तरकाशी की तरह की प्राकृतिक आपदाएं यह सबक देती हैं कि सतर्कता और तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है। एक छोटी सी फर्स्ट एड किट और इमरजेंसी किट न सिर्फ हमारी बल्कि हमारे परिवार की जान भी बचा सकती है। अपने घर में आज ही ये दोनों चीजें तैयार करें और समय-समय पर इनकी जांच करते रहें।