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डेंगू के कारण, लक्षण और इलाज: जानें डेंगू बुखार से कैसे बचें?

Dengue Ke Lakshan: डेंगू होने पर बुखार के साथ शरीर में दर्द, स‍िर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, त्‍वचा पर चकत्ते, कमजोरी आद‍ि जैसे लक्षण नजर आते हैं। 
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डेंगू के कारण, लक्षण और इलाज: जानें डेंगू बुखार से कैसे बचें?


डेंगू बुखार क्या है?- What is Dengue Fever

डेंगू फीवर (Dengue Fever Kya Hai), एक मच्छर जनित वायरल इंफेक्‍शन है, जो क‍ि संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू फीवर, शरीर को कमजोर बना सकता है, इसल‍िए समय पर लक्षणों की पहचान जरूरी है। डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार के साथ-साथ, शरीर में दर्द, थकान, लाल चकत्ते और अन्‍य लक्षण भी नजर आते हैं। डेंगू का इलाज समय पर होना जरूरी है।

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डेंगू के लक्षण क्‍या हैं?- Dengue Symptoms in Hindi 

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डेंगू के लक्षण (Dengue Ke Lakshan), इंफेक्‍शन के 4-7 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं। इसके प्रमुख लक्षण हैं-

  • तेज बुखार आना- 102°F से 104°F तक पहुंच सकता है
  • सिर में दर्द होना
  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होना
  • थकान और कमजोरी महसूस होना
  • भूख न लगना
  • जी मिचलाना और उल्टी आना
  • आंखों के पीछे दर्द होना
  • त्वचा पर रैशेज (चकत्ते) होना
  • हाथ-पैरों में सूजन आना
  • प्लेटलेट्स में गिरावट होना

गंभीर लक्षण:

  • पेशाब में खून आना
  • पेट में तेज दर्द होना
  • सांस लेने में कठिनाई होना
  • ज्‍यादा पसीना आना और बेचैनी होना
  • मसूड़ों या नाक से खून आना

अगर ये लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डेंगू बुखार कैसे फैलता है?- Dengue Kaise Failta Hai

  • डेंगू बुखार एक वायरल इंफेक्‍शन है, जो एडीज एजिप्टी (Aedes Aegypti) नामक मादा मच्छर के काटने से फैलता है।
  • जब एडीज मच्छर किसी डेंगू संक्रमित व्यक्ति को काटता है, तो वह मच्छर वायरस से संक्रमित हो जाता है।
  • वही संक्रमित मच्छर जब किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो वह वायरस उसके शरीर में आ जाता है। इस तरह डेंगू फैलता है।
  • डेंगू न, तो हवा से और न ही छूने से फैलता है। यह केवल मच्छर के माध्यम से ही फैलता है। डेंगू, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में डायरेक्ट नहीं फैल सकता।

क्या डेंगू के मच्छर सिर्फ दिन में ही काटते हैं?

  • हां, डेंगू फैलाने वाला मच्छर (Aedes Aegypti) ज्‍यादातर दिन में ही काटता है।
  • इस मच्छर की खास बात यह है कि साफ और ठहरे हुए पानी में पनपता है, जैसे- कूलर, गमले, बाल्टी वगैरह।

डेंगू के लक्षण कितने दिन बाद दिखते हैं?

  • डेंगू के लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के 4 से 7 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं।
  • इसे ही इन्क्यूबेशन पीरियड (Incubation Period) कहा जाता है।
  • लक्षणों की तीव्रता व्यक्ति की उम्र, इम्यूनिटी और पहले डेंगू हो चुका है या नहीं, इन पर निर्भर करती है।
  • कुछ मामलों में लक्षण बहुत हल्के हो सकते हैं और डेंगू पकड़ में नहीं आता।

डेंगू का बुखार कितने दिनों तक रहता है?

  1. डेंगू का बुखार आमतौर पर 5 से 7 दिनों तक रहता है, लेकिन गंभीर मामलों में यह 10 दिन तक भी चल सकता है।
  2. मुख्‍य रूप से डेंगू के 3 फेज होते हैं-
  • फीवर फेज ज‍िसमें 2 से 7 दिन तक तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, उल्टी जैसे लक्षण नजर आते हैं।
  • क्रिटिकल फेज ज‍िसमें दिन 4 से 6 के बीच, कुछ मरीजों में प्लेटलेट्स गिरने लगते हैं।
  • रिकवरी फेज ज‍िसमें 2 से 5 दिन, बुखार उतर जाता है, शरीर धीरे-धीरे ठीक होता है। इस दौरान थकान और कमजोरी बनी रहती है।

डेंगू होने के खतरे क्‍या हैं?- Risk of Dengue in Hindi

  • प्लेटलेट्स की कमी
  • डेंगू हेमरेजिक फीवर
  • डेंगू शॉक सिंड्रोम
  • ऑर्गन फेल‍ियर
  • डिहाइड्रेशन

डेंगू की पहचान कैसे की जाती है?- Dengue Diagnosis in Hindi

कुछ टेस्‍ट हैं, ज‍िनकी मदद से डेंगू की पहचान की जाती है-

  • एनएस1 एंटीजन टेस्ट (NS1 Antigen Test) वायरस की उपस्थिति की शुरुआती पहचान करता है। यह टेस्‍ट बुखार के पहले 5 दिन में क‍िया जाता है।
  • आईजीएम और आईजीएम एंटीबॉडी टेस्ट, शरीर की डेंगू से लड़ने की प्रतिक्रिया को चेक करने के ल‍िए क‍िया जाता है। यह बुखार के पांचवे दिन के बाद क‍िया जाता है।
  • सीबीसी (Complete Blood Count) प्लेटलेट्स, हीमोग्लोबिन, डब्‍ल्‍यूबीसी की मात्रा चेक करते हैं।

डेंगू में प्लेटलेट काउंट कितना होना चाहिए?- Platelets Count in Dengue

  • सामान्य तौर पर एक स्वस्थ व्यक्ति का प्लेटलेट काउंट 1.5 लाख से 4.5 लाख प्रति माइक्रोलिटर होता है। लेकिन डेंगू में यह तेजी से गिर सकता है।
  • प्लेटलेट काउंट कम होना डेंगू का सामान्य हिस्सा है, लेकिन अगर साथ में ब्लीडिंग हो, तो यह खतरनाक हो सकता है।
  • खुद से कोई दवा न लें।
  • 50 से 20 हजार काउंट होना एक गंभीर स्‍थि‍त‍ि में ज‍िसमें व्‍यक्‍त‍ि को अस्‍पताल में भर्ती होने की नौबत आ सकती है।

डेंगू का इलाज क्‍या है?- Dengue ka Ilaj

  • डेंगू होने पर बुखार और दर्द कम करने के लिए दवाएं दी जाती हैं।
  • आई फ्लूइड्स (इंट्रावेनस लिक्विड) की जरूरत तब पड़ती है जब मरीज बहुत ज्यादा कमजोर हो, डिहाइड्रेट हो या उल्टी के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाए।
  • डेंगू के इलाज (Dengue Treatment) में प्लेटलेट काउंट की मॉनिटरिंग जरूरी होती है। अगर प्लेटलेट्स 20,000 से नीचे आ जाएं और ब्लीडिंग हो] तो प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन (खून चढ़ाना) होता है।
  • कुछ मरीजों को डेंगू होने पर अस्पताल में भर्ती भी क‍िया जाता है। ऐसे मरीजों को ब्लीडिंग, सांस लेने में दिक्कत, पेट में तेज दर्द या बार-बार उल्टी जैसी समस्‍याएं होती हैं।

डेंगू की पुष्टि होने पर क्‍या करें? 

  • डॉक्‍टर की सलाह पर दवाओं का सेवन समय पर करें। 
  • सबसे पहले बुखार उतारने की कोश‍िश करनी है। 
  • शरीर में फ्लूड की कमी न होने दें।
  • दवा लेने के कुछ घंटे बाद भी बुखार न उतरे तो डॉक्‍टर से संपर्क करें।

डेंगू से बचाव के उपाय- Dengue se Bachne Ke Upay

  • डेंगू से बचने के ल‍िए (Dengue Prevention) घर में क‍िसी गड्डे, बर्तन या पॉट में पानी न भरने दें। इन्‍हीं में डेंगू मच्‍छर अंडे देते हैं।
  • सोते समय आपको मच्‍छर दानी का इस्‍तेमाल करना चाह‍िए, समय-समय पर घर की सफाई करवाते रहें।
  • अगर आपके घर में किसी ऐसी जगह पानी इकट्ठा होता है ज‍िसे आप हटा नहीं सकते तो आपको उसे तुरंत ढक देना चाह‍िए।
  • आपको अपने ख‍िड़की और दरवाजे शाम होने से पहले बंद कर देने चाह‍िए वहीं छोटे बच्‍चों को खासकर शाम के समय फुल स्‍लीव कपड़े पहनाएं।

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डेंगू से बचने के ल‍िए डाइट में करें बदलाव- Dengue Diet in Hindi

  • आपको पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करना है, पानी के साथ आप नींबू पानी, छाछ, नार‍ियल पानी भी पी सकते हैं।
  • डेंगू से बचाव के ल‍िए खाने में तुलसी, हल्‍दी, दालचीनी, अदरक, लौंग, काली म‍िर्च जैसे इम्‍यून‍िटी बढ़ाने वाले इंग्रीड‍िएंट्स का यूज करें।
  • बासी खाना न खाएं, ताजा खाना खाएं और फाइबर र‍िच फूड्स को अपनी डाइट में शाम‍िल करें।
  • मीट, मछली, सी फूड, तला-भुना खाना, स्‍ट्रीट फूड आद‍ि का सेवन कम से कम करें।

डेंगू एक संचारी रोग है जो एक व्‍यक्‍त‍ि से दूसरे में फैल सकता है इसल‍िए डेंगू से बचाव ही इसका सबसे बेहतर इलाज है। अपने आसपास सफाई का ध्‍यान रखें।

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FAQ

  • डेंगू से बचाव के लिए क्या सावधानियां रखनी चाहिए?

    डेंगू से बचने के ल‍िए मच्छरदानी लगाएं, दिन में फुल स्लीव कपड़े पहनें, आसपास पानी जमा न होने दें, मच्छर भगाने वाली क्रीम और स्प्रे का इस्‍तेमाल करें।
  • क्या डेंगू जानलेवा हो सकता है?

    हां, डेंगू जानलेवा हो सकता है। प्लेटलेट्स गिरने, ब्लीडिंग या शॉक सिंड्रोम जानलेवा स्‍थ‍ित‍ि है, इसल‍िए डेंगू का इलाज समय पर होना चाह‍िए।
  • क्या डेंगू दोबारा हो सकता है?

    हां, डेंगू चार स्ट्रेन से होता है, एक बार होने पर बाकी तीन से दोबारा इंफेक्‍शन होना संभव है, दूसरी बार लक्षण ज्यादा गंभीर हो सकते हैं।
  • डेंगू में कौन-कौन से टेस्ट होते हैं?

    डेंगू होने पर एनएस1 एंटीजन टेस्ट, एंटीबॉडी टेस्ट (5वें दिन के बाद), सीबीसी टेस्ट आद‍ि किए जाते हैं।

 

 

 

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