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Dengue Fever: डेंगू बुखार नॉर्मल बुखार से कैसे अलग है? इन लक्षणों से करें पहचान

इस समय डेंगू के साथ ही लोगों को नॉर्मल बुखार भी हो रहा है। ऐसे में इन दोनों के लक्षणों की पहचान कैसे की जा सकती है, जानें-
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Dengue Fever: डेंगू बुखार नॉर्मल बुखार से कैसे अलग है? इन लक्षणों से करें पहचान


Dengue Fever in Hindi: देश में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा, महाराष्ट्र और कोलकाता समेत कई राज्यों के अस्पतालों में डेंगू के मरीज भर्ती हैं। आपको बता दें कि डेंगू, एडीज एजिप्ट प्रजाति के मच्छरों के काटने से होता है। जब यह मच्छर किसी व्यक्ति को काटता है, तो उसके कुछ दिन बाद डेंगू के लक्षण महसूस होने शुरू सकते हैं। बुखार, डेंगू का एक आम लक्षण है। लेकिन अक्सर लोग इस बुखार को सामान्य समझ लेते हैं और डॉक्टर को दिखाना जरूरी नहीं समझते हैं। फिर डेंगू शरीर को बुरी तरह से प्रभावित कर देता है। इस स्थिति में कई लोग अपनी जान तक गवां बैठते हैं। इसलिए इस मौसम में आपको डेंगू बुखार को नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए। अब आप सोच रहे होंगे कि आपको डेंगू बुखार है या फिर नॉर्मल बुखार, इसका पता कैसे लग सकता है। तो आइए, इस लेख में फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं डेंगू बुखार, नॉर्मल बुखार से कैसे अलग है-

डेंगू बुखार नॉर्मल बुखार से कैसे अलग है? | How Dengue Fever Different From Normal Fever in Hindi

जब एडीज मच्छर काटता है, तो 7 दिन बाद तक डेंगू के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। डेंगू बुखार, सिर्फ मच्छर के काटने के बाद ही नजर आते हैं। जबकि नॉर्मल बुखार वायरल या फिर मौसम में बदलाव की वजह से भी हो सकता है। 

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डेंगू बुखार और नॉर्मल बुखार के लक्षणों की पहचान कैसे करें?

  • डेंगू में शरीर का तापमान 103 से 104 डिग्री फारेनहाइट रहता है। जबकि वायरल के ज्यादातर मामलों में 101 डिग्री फारेनहाइट बुखार रहता है। 
  • डेंगू होने पर बुखार अचानक से चढ़ता है। जबकि नॉर्मल बुखार धीरे-धीरे बढ़ता है और फिर कम हो जाता है। 
  • डेंगू में त्वचा पर लाल चकत्ते निकल जाते हैं। बुखार के साथ लाल चकत्ते निकलना, डेंगू के मुख्य लक्षण हैं।
  • डेंगू में व्यक्ति को मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द का अनुभव होता है। नॉर्मल बुखार में ऐसा कम ही लोगों में होता है।
  • डेंगू सिरदर्द का भी कारण बन सकता है। नॉर्मल बुखार में सिरदर्द होना आम नहीं है।
  • डेंगू होने पर मरीज के प्लेटलेट्स में तेजी से कमी आने लगती है। हालांकि, बुखार होने पर प्लेटलेट्स नहीं गिरते हैं। 
  • नॉर्मल बुखार की तुलना में डेंगू बुखार अधिक खरतनाक होता है।

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डेंगू बुखार और नॉर्मल बुखार से बचने के उपाय

  • बुखार से बचने के लिए आस-पास पानी जमा न होने दें। 
  • शरीर पर मच्छरों को भगाने वाली क्रीम लगाकर ही सोएं।
  • फुल स्लीव्स के कपड़े पहनें। डेंगू के मौसम में आपको कट स्लीव्स के कपड़े पहनने से बचना चाहिए।
  • रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें। 
  • घर के दरवाजे और खिड़की बंद करके रखें।

हालांकि, डेंगू और नॉर्मल बुखार, दोनों को ही नजरअंदाज बिल्कुल नहीं करना चाहिए। 

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