
Mpox vs Smallpox: कोरोना वायरस के बाद, अब एमपॉक्स के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभागों और लोगों को चिंता में डाल दिया है। अफ्रीकी देशों में Mpox के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही हैं। इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए, भारत समेत कई अन्य देशों ने तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। भारत में अस्पतालों और एयरपोर्ट्स को भी एडवाइजरी जारी कर दी गई है। इतना ही नहीं, आइसोलेशन वार्ड भी बनाए जा रहे हैं। तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर दाने आदि, एमपॉक्स के लक्षण माने जाते हैं। हालांकि, स्मॉल पॉक्स होने पर भी कुछ ऐसे ही लक्षणों का अनुभव होता है। तो आइए, जनरल फिजिशियन एवं टीकाकरण अधिकारी डॉ. पीयूष मिश्रा से जानते हैं एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स में अंतर-
Mpox और Smallpox में अंतर
डॉ. पीयूष मिश्रा के अनुसार, एमपॉक्स आमतौर पर स्मॉल पॉक्स से कम गंभीर होता है। इस बीमारी की मृत्यु दर कम होती है। साथ ही, जटिलताएं भी कम पैदा होती है। हालांकि, एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स के लक्षण एक जैसे लग सकते हैं। इन्हें बिलकुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
एमपॉक्स के लक्षण- Mpox Symptoms in Hindi
- बुखार
- सिरदर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- पीठ दर्द
- लिम्फ नोड्स में सूजन
- बुखार
- चेहरे पर दाने
- हथेलियों और तलवों पर दाने
- दानों से पस निकलना
स्मॉल पॉक्स के लक्षण- Smallpox Symptoms in Hindi
- तेज बुखार
- थकान और कमजोरी
- तेज सिरदर्द
- पीठ दर्द
- बुखार
- त्वचा पर दाने
एमपॉक्स के कारण- Mpox Causes in Hindi
एमपॉक्स वायरस जानवरों के संपर्क में आने से फैल सकता है। यह संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से भी फैल सकता है। यह वायरस, संक्रमित व्यक्ति के रक्त, घाव से निकलने वाले तरल पदार्थ के संपर्क में आने से हो सकता है। इसके अलावा, एमपॉक्स संक्रमित व्यक्ति के श्वसन बूंदों या दूषित वस्तुओं के संपर्क में आने से हो सकता है।
स्मॉल पॉक्स के कारण- Smallpox Causes in Hindi
स्मॉल पॉक्स, वेरियोला वायरस के कारण होता है। यह संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने पर तेजी से फैल सकता है। यह वायरस, संक्रमित व्यक्ति के श्वसन बूंदों, तरल पदार्थ या फिर निजी वस्तुओं के सीधे संपर्क में आने से भी फैल सकता है।
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Mpox और Smallpox से बचाव कैसे करें?
- एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स से बचने के लिए आपको वैक्सीन जरूर लगवानी चाहिए। इससे इन वायरस से बचाव हो सकता है।
- एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स से बचाव के लिए आपको अपनी स्वच्छता का ध्यान जरूर रखना चाहिए। अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं।
- इन वायरस से बचने के लिए जानवरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए। खासकर, जिन जानवरों से ये वायरस हो सकते हैं।
- वायरस से बचाव के लिए आपको संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने से बचना चाहिए।
- भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें। अगर आपको किसी काम से जाना पड़ रहा है, तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें।
- संक्रमित व्यक्ति के तरल पदार्थ, रक्त या निजी वस्तुओं के निकट संपर्क में आने से बचें।
एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स के लक्षण दिखने में एक जैसे लग सकते हैं। आपको बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा, आपको त्वचा पर दाने भी निकल सकते हैं। हालांकि, एमपॉक्स और स्मॉल पॉक्स के कारण अलग-अलग होते हैं। इसलिए इन लक्षणों के महसूस होने पर एक्सपर्ट से कंसल्ट जरूर करें।
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