Fatty Liver Symptoms In Hindi: खानपान की गलत आदतें शरीर में मोटापा बढ़ा सकती हैं। इसके साथ ही, आपको डायबिटीज, बीपी और फैटी लिवर होने का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। आज के माहौल में ज्यादातर लोग काम की टेंशन के चलते खानपान पर ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में आपकी आदतों का प्रभाव आपके लिवर पर पड़ता है। धीरे-धीरे आपके लिवर में फैट जमा होने लगता है और कुछ समय के बाद यह फैटी लिवर में तबदील हो जाता है। यदि समय पर फैटी लिवर की समस्या का इलाज न किया जाए तो यह लिवर फेलियर तक का कारण बन सकती है। लिवर शरीर के मुख्य अंगों में शामिल है। डॉक्टर्स बताते हैं कि फैटी लिवर की समस्या को मेडिकल भाष में हेपेटिक स्टीटोसिस के नाम से जाना जाता है। यदि, केवल व्यक्ति की लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में बदलाव किया जाए तो इस रोग के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। इस लेख में कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल, मुंबई की कंसल्टेंट लिवर ट्रांसप्लांट कंसल्टेंट डॉक्टर नेहा भट्ट से जानते हैं कि फैटी लिवर के क्या लक्षण (Fatty liver rog ke lakshan) हो सकते हैं और इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए?
फैटी लिवर के क्या लक्षण होते हैं - Fatty Liver Symptoms in Hindi
फैटी लिवर दो प्रकार होते है जिसमें पहला है अल्कोहोलिक फैटी लिवर (AFLD) - यह उन लोगों को अधिक होता है, जो बहुत अधिक शराब पीते हैं। वहीं दूसरा होता है नॉन अल्कोहोलिक फैटी लिवर (NAFLD), इस स्थिति में शराब न पीने वाले व्यक्ति को भी फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। आगे फैटी लिवर होने के लक्षणों को बताया गया है।
- भूख कम लगती है
- वजन कम होने लगता है
- जी मिचलाना या उल्टी आना
- बहुत थकान और कमजोरी महसूस होना
- पेट में दर्द होता है
- आंखों में पीलापन और त्वचा भी पीली पड़ने लगती है
- त्वचा में एलर्जी और खुजली होती है
- मामूली सी चोट में भी खून निकलने लगता है
- पैरों में सूजन की समस्या होती है
- पेशाब बहुत पीला या गहरे रंग का आता है
- मल का रंग भी पीला हो जाता है
- पेट में द्रवों का जमाव होने लगता है
- त्वचा के नीचे रक्त वाहिकाएं मकड़ी के जाले की तरह नजर आती हैं
- पुरुषों में स्तनों का विकास होने लगता है
- भ्रम की स्थिति पैदा होती है
अगर आप इस तरह की समस्याओं का अक्सर अनुभव करते हैं, तो ऐसे में आपको डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए क्योंकि ये फैटी लिवर का संकेत हो सकते हैं।
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फैटी लिवर से बचने के उपाय- how to prevent fatty liver tips
- शराब के सेवन से सख्त परहेज करें, या फिर बहुत कम मात्रा में करें
- स्मोकिंग से भी सख्त परहेज करें।
- शरीर का वजन न ज्यादा बढ़ने दें न कम होने दें, प्रबंधित रखें।
- जंक, प्रोसेस्ड, पैकेज्ड और ज्यादा नमकीन फूड्स से सख्त परहेज करें।
- सोडा, कोला, कैफीन युक्त और अन्य कार्बोनेटिड ड्रिंक्स का सेवन सीमित करें।
- संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें, जिसमें सेचुरेटेड, ट्रांस फैट और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट कम मात्रा में हो।
- नियमित कम से कम 30 मिनट व्यायाम जरूर करें। याप जिम जाकर, योग, या पैदल चला, साइकिलिंग, स्विमिंग, दौड़ना आदि कर सकते हैं।
- अपने ब्लड शुगर लेवल और ट्राइग्लिसराइड को कंट्रोल रखें।
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इन आसान टिप्स की मदद से आप फैटी लिवर की समस्या से निजात पा सकते हैं, साथ ही भविष्य में भी इसके जोखिम को कम कर सकते हैं। डॉक्टर से परामर्श जरूर करें और समय-समय पर चेकअप कराते रहें।
FAQ
फैटी लिवर होने पर कौन-कौन से शुरुआती लक्षण दिखाई देते हैं?
फैटी लिवर होने पर व्यक्ति को सामान्य रूप से ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, जिससे व्यक्ति कई बार कंफ्यूज हो जाता है। इस दौरान पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, खाने के बाद दर्द बढ़ना, भूख में कमी और कुछ मामलों में उल्टी भी हो सकती है।क्या फैटी लिवर केवल मोटे लोगों को ही होता है?
ऐसा नहीं कहा जा सकता है, यह समस्या केवल मोटापे तक ही सीमित नहीं है। यदि पतले लोगों की डाइट अनियमित और खराब है या वह शराब अधिक पीते हैं तो ऐसे में उनको भी फैटी लिवर होने की संभावना होती है।फैटी लिवर को कैसे रोका या सुधारा जा सकता है?
फैटी लिवर को रोकने के लिए आप रेगूलर एक्सरसाइज करें। मोटापे को कंट्रोल में रखें। साथ ही, पौष्टिक और सुपाच्य भोजन का सेवन करें। इसके अलावा, शराब पीना बंद करें, क्योंकि यह फैटी लिवर की संभावना को बढ़ाने में मदद करती है।