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लार ग्रंथि संक्रमण के कारण और लक्षण, एक्सपर्ट से जानें

अक्सर लोगों को अपनी ओरल हेल्थ का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। कई बार लोगों को लार ग्रंथि में इंफेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए लेख में जानें लार ग्रंथि के इंफेक्शन और लक्षणों के बारे में -
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लार ग्रंथि संक्रमण के कारण और लक्षण, एक्सपर्ट से जानें


Salivary Gland Infection Causes And Symptoms In Hindi: अक्सर लोगों को अपनी ओरल हेल्थ का खास ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इससे मुंह के इंफेक्शन, दांतों की कैविटी और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है, लेकिन कई बार लोगों को लार ग्रंथि में संक्रमण का सामना भी करना पड़ सकता है। इस समस्या को मेडिकल रूप से सियालाडेनाइटिस के नाम से जाना जाता है। इस समस्या में लोगों की लार ग्रंथि में सूजन आ जाती है और लोगों को कई अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। ऐसे में आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानें लार ग्रंथि में होने वाले इंफेक्शन के कारण और लक्षणों के बारे में -

क्या है लार ग्रंथि? - What Is Salivary Gland?

लार ग्रंथि मुंह में लार के उत्पादन में एक अहम भूमिका निभाता है, जो पाचन को प्रक्रिया को बेहतर करने में सहायक है, साथ ही, इससे ओरल हेल्थ को बेहतर बनाए रखने और मुंह में नमी बनाए रखने में मदद मिलती है। इसमें संक्रमण होने की समस्या होने पर लोगों को लार ग्रंथि में दर्द होने और सूजन आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

लार ग्रंथि में इंफेक्शन के कारण - Causes Of Salivary Glands Infection In Hindi

बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन की समस्या

लार ग्रंथि में बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन होने के कारण लोगों को इससे जुड़े इंफेक्शन की समस्या हो सकती है। इसके कारण लोगों को लार ग्रंथि में सूजन आने, दर्द होने और लार के प्रवाह में रुकावट आ सकती है, जो कई परेशानियों का कारण बन सकता है।

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शरीर में पानी की कमी होने

डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने के कारण लोगों के मुंह में लार का प्रवाह प्रभावित होता है। इस दौरान लार के प्रवाह में कमी आने के कारण लार की नलिकाओं में ठहराव आ सकता है, जिसके कारण बैक्टीरिया का विकास हो सकता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है।

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खराब ओरल हेल्थ की समस्या होने

अक्सर लोगों को मुंह की साफ-सफाई का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन कई लोग इसका ध्यान नहीं रखते हैं, जिसके कारण उनको दांतों में कैविटी होने, मसूड़ों से जुड़ी समस्या होने, प्लाक के जमा होने, मुंह में बैक्टीरिया होने की समस्या हो सकती है, जो लार ग्रंथि के संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है।

क्रानिक बीमारियों के कारण

डायबिटीज, एचआईवी/एड्स या स्जोग्रेन सिंड्रोम जैसी क्रोनिक बीमारी के कारण और इम्यूनिटी के कमजोर होने के कारण लोगों को लार ग्रंथि में संक्रमण होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं को नजरअंदाज न करें।

सियालोलिथियासिस की समस्या

सियालोलिथियासिस की समस्या को लार की पथरी के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में लार ग्रंथि में कैल्शियम से युक्त पत्थर बन जाता है, जिसके कारण लार के प्रवाह में रुकावट आने की समस्या हो सकती है, जिससे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने, दर्द होने, सूजन आने और रेडनेस होने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

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लार ग्रंथि में संक्रमण के लक्षण - Symptoms Of Salivary Glands Infection In Hindi

मुंह के ड्राई होने या स्वाद में बदालव आने

लार ग्रंथि से जुड़ी समस्या होने पर लार नली में इसके प्रवाह की कमी होने लगती है, जिसके कारण लोगों को मुंह के ड्राई होने या स्वाद में बदलाव आने की समस्या का समना करना पड़ सकता है।

दर्द और सूजन की समस्या

लार ग्रंथि में इंफेक्शन होने पर लोगों को गर्दन, कानों के पास या जबड़ों के पास छूने से दर्द होने या सूजन आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

मवाद निकलने की समस्या

लार ग्रंथि से जुड़ी अधिक गंभीर समस्या होने पर इंफेक्शन के कारण लोगों को मवाद होने की समस्या हो सकती है।

मुंह खोलने में परेशानी

लार ग्रंथि में संक्रमण होने पर लोगों को दर्द और सूजन होने के कारण लोगों को मुंह खोलने, चबाने और निगलने में परेशानी होने की समस्या हो सकती हैं।

बुखार आने

लार ग्रंथि में संक्रमण होने के कारण लोगों को बुखार होने और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ये समस्याएं संक्रमण के फैलने का संकेत हो सकती हैं।

निष्कर्ष

लोगों बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन, शरीर में पानी की कमी होने, खराब ओरल हेल्थ की समस्या, क्रानिक बीमारियों और सियालोलिथियासिस जैसी समस्या के कारण लोगों को लार ग्रंथि में इंफेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इस समस्या से पीड़ित लोगों को बुखार आने, मुंह खोलने, चबाने और निगलने में परेशानी, मुंह के ड्राई होने या स्वाद में बदालव आने, दर्द और सूजन की समस्या और मवाद निकलने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में लार ग्रंथि से जुड़े इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें। ध्यान रहे, इन लक्षणों के दिखने पर इनको नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • अधिक लार आने का कारण क्या है?

    साइनस इंफेक्शन की समस्या होने, बोलने के गलत तरीके के कारण, निमोनिया की समस्या, स्किन इंफेक्शन के कारण और होठों के फटने, दवाइयों और इंफेक्शन होने जैसी समस्या के कारण लोगों को अधिक लार आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। 
  • मुंह में बहुत ज्यादा लार आने को कैसे रोकें?

    मुंह में अधिक लार आने की समस्या होने पर इससे राहत के लिए दिनभर में पर्याप्त पानी पिएं, ओरल हेल्थ की साफ-सफाई का ध्यान रखें, तुलसी के पत्तों को चबाएं, चीनी का सेवन करें, आंवला पाउडर लें, दालचीनी की चाय का सेवन करें। इनसे ओरल हेल्थ अच्छी रहती है। 
  • प्रेग्नेंसी में ज्यादा लार क्यों बनती है?

    प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने, कैविटी होने, दांतों से जुड़ी समस्या होने, ओरल हेल्थ खराब होने, दवाइयों का सेवन करने, मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होने और मतली होने जैसी समस्या महसूस होने पर महिलाओं को मुंह में लार होने की समस्या हो सकती है। 

 

 

 

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