Salivary Gland Stone Causes And Treatment: सामान्य रूप से लोगों ने किडनी या पित्त की थैली में होने वाली पथरी के बारे में ही सुना होगा। पथरी की समस्या से जुड़ी यह परेशानी बेहद आम है। लेकिन, क्या आपको मालूम है कि मुंह में लार और थूक को बनाने वाली ग्रंथि यानी सलीवरी ग्लैंड (Salivary Gland) में भी पथरी की समस्या हो सकती है। इस समस्या में व्यक्ति को तेज दर्द महसूस होता है। इस समस्या को मेडिकल भाषा में "सियालोलिथियासिस" (Sialolithiasis) कहा जाता है। जब किसी व्यक्ति की लार में मिनरल्स इकट्ठा होते हैं, तो ऐसे में यह मिनरल्स कठोर हो जाते हैं। इसकी वजह लार ग्रंथि ब्लॉक हो जाती है। यह समस्या जबड़े के नीचे स्थित ग्रंथि में देखने को मिलती है। ऐसे में व्यक्ति को खाने में परेशानी होती है। इसके अलावा, मरीज को गले में तेज दर्द महसूस होता है। इस लेख में यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन सीनियर कंसल्टैंट डॉ ए पी सिंह से जानते हैं कि लार ग्रंथि में पथरी के क्या कारण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाता है।
लार ग्रंथि की पथरी के कारण - Salivary Gland Stone Causes in Hindi
डॉक्टर्स के अनुसार सलीवरी ग्लैंड में पथरी (sialolithiasis) बनने के पीछे कुछ कारक जिम्मेदार होते हैं। इन कारणों को आगे बताया गया है।
- शरीर में मिनरल्स का अधिक स्तर होना लार ग्रंथि में पथरी का कारण माना जाता है। जब व्यक्ति की लार में कैल्शियम और फॉस्फेट आदि मिनरल्स की अधिकता होती है तो यह पथरी बनने की वजह बन सकती है।
- शरीर में पानी की कमी होना। व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी होने पर लार गाढ़ी हो जाती है। ऐसे में पथरी बनने का जोखिम अधिक होता है।
- बीमारियों के कारण भी व्यक्ति को यह समस्या हो सकती है। जिन व्यक्ति को लंबे समय से बीमारी होती है, या बुजुर्ग व्यक्तियों में लार का कम प्रवाह होना भी पथरी का कारण बन सकता है।
- सलीवरी ग्लैंड में सूजन आने के कारण भी पथरी बन सकती है। दरअसल, इंफेक्शन होने पर लार ग्रंथि यानी सलीवरी ग्लैंड में सूजन और रुकावट आ सकती है, जिससे पथरी बनने का खतरा बढ़ जाता है।
- दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण भी लार ग्रंथि में पथरी बनने की संभावना हो सकती है।
लार ग्रंथि की पथरी का इलाज कैसे किया जाता है? - Treatment Of Salivary Gland Stone In Hindi
- सलीवरी ग्लैंड में पथरी के हल्के मामलों को डॉक्टर दवाओं से ठीक करने का प्रयास करते हैं। इसमें शुरुआती दौर में कुछ एंटीबायोटिक्स दवाएं दी जा सकती हैं।
- सिलालोएंडोस्कोपी भी लार ग्रंथि से पथरी निकालने के लिए उपायोग की जा सकती है। इस प्रक्रिया में एक छोटा कैमरा ग्लैंड में डालकर पथरी को निकाला जाता है। लेकिन, यह प्रक्रिया तब अपनाई जाती है, जब पथरी का आकार बेहद कम होता है।
- इसके अलावा, अंतिम दौर में डॉक्टर सर्जरी का विकल्प चुन सकते हैं। इसमें ग्लैंड से सर्जरी के माध्यम से पथरी को बाहर निकाला जाता है।
इसे भी पढ़ें: क्या गर्दन पर चोट लगने की वजह से भी सिरदर्द होता है? डॉक्टर से जानें दोनों में संबंध
लार ग्रंथि में होने वाली पथरी से बचने के लिए आप नियमित और पर्याप्त रूप से पानी पिएं। यदि, पथरी का दर्द ज्यादा हो और खाना खाने में परेशानी हो रही हो तो ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर पथरी की मौजूदा स्थिति के आधार पर इलाज का तरीका चुन सकते हैं।