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Diabetes Special Snacks: डायबिटीज में भुने चने क्यों होते हैं फायदेमंद? आयुर्वेदाचार्य ने बताए कारण

Roasted Chana for Diabetes: डायबिटीज में डाइट का खास ध्यान रखा जाता है। आयुर्वेद में भुने चने डायबिटीज रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। इस लेख में आयुर्वेदाचार्य ने भुने चने के फायदों के बारे में विस्तार से बताया है।
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Diabetes Special Snacks: डायबिटीज में भुने चने क्यों होते हैं फायदेमंद? आयुर्वेदाचार्य ने बताए कारण

Roasted Chana for Diabetes: डायबिटीज जिस तरह से हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर रहा है, उसे देखते हुए इसे मैनेज करना काफी ज्यादा चिंता की वजह बना हुआ है। इसलिए दवाइयों के साथ-साथ लोग डाइट से भी डायबिटीज को मैनेज करना चाहते हैं। इसलिए कई तरह की डाइट मार्केट में आ रही है और लोग इसे ले भी रहे हैं, लेकिन आयुर्वेदिक डॉक्टर का कहना है कि डायबिटीज मरीजों को भुने चने लेना फायदेमंद हो सकता है। भुने चने डायबिटीज रोगियों के लिए ज्यादा बेहतरीन और सेफ माना जाता है। डायबिटीज मरीजों के लिए भुने चने कैसे फायदेमंद हो सकते हैं, इसे जानने के लिए हमने फरीदाबाद के सर्वोदय अस्पताल के सीनियर आयुर्वेदिक पंचकर्मा कंसल्टेंट डॉ. चेतन शर्मा (Dr. Chetan Sharma, Sr. Ayurveda Panchakarma Consultant, Sarvodaya Hospital, Faridabad & Noida) से बात की।


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डायबिटीज में भुने चने क्यों है फायदेमंद? 

डॉ. चेतन कहते हैं, “आयुर्वेद के अनुसार, भुने चने धीरे-धीरे पचते हैं, शुगर को स्थिर रखते हैं, भूख को कंट्रोल करते हैं और शरीर में एनर्जी बनाए रखते हैं। इसलिए डायबिटीज रोगियों को भुने चने खाने की सलाह दी जाती है। इसके कई फायदे हैं।”

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भुने चने में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होना

डायबिटीज में सबसे जरूरी होता है कि भोजन धीरे-धीरे पचे ताकि शुगर भी धीरे-धीरे बढ़ें। भुने चने में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है और इस वजह से भुने चने डाइजेस्ट होने में समय लगाते हैं। इस वजह से ग्लूकोज धीरे-धीरे ब्लड में आता है और शुगर अचानक नहीं बढ़ती। भुने चने खाने से पूरा दिन एनर्जी बनी रहती है और बार-बार भूख नहीं लगती। इसलिए एक्सपर्ट डायबिटीज मरीजों को लो GI वाले स्नैक्स खाने की सलाह दी जाती है।

भुने चने में फाइबर की मात्रा ज्यादा होना

आयुर्वेद में कहा गया है कि ऐसे चीजें जो धीरे पचती हैं और आंतों को साफ रखते हैं, वे डायबिटीज में मदद करती हैं। भुने चनों में घुलनशील और अघुलनशील फाइबर होते हैं, जो पेट को देर तक भरा रखते हैं। इससे इंसुलिन अच्छे से फंक्शन करता है और शुगर लेवल लंबे समय तक स्टेबल रहता है। जिन लोगों को लगातार भूख लगती है या जिनका शुगर हर थोड़ी देर में ऊपर-नीचे होता है, उनके लिए भुने चने बेहतरीन विकल्प हैं।

नेचुरल प्रोटीन होना

डायबिटीज में बार-बार भूख लगना बहुत ही आम है और ऐसे में भूख को शांत करने के लिए लोग कई बार नमकीन, बिस्किट या तले हुए स्नैक्स खा लेते हैं, जिससे शुगर और बढ़ जाती है। इसलिए भुने चने खाना ज्यादा फायदेमंद है, क्योंकि भुने चने बिना तेल के बनते हैं, प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है और पेट लंबे समय तक भरा रहता है। जब लोग भुने चने खाते हैं, तो अनहेल्दी स्नैकिंग कम होती है और वेट मैनेजमेंट आसान होता है। डायबिटीज मरीजों के लिए वजन कंट्रोल करना उतना ही जरूरी है जितना शुगर कंट्रोल करना।

भुने चने के आयुर्वेदिक फायदे

आयुर्वेद के अनुसार डायबिटीज कफ के बढ़ने से होता है। भुने चने शरीर में हल्कापन लाते हैं और कफ कम करने में मदद करते हैं। भुने चने अग्नि (डाइजेस्टिव फायर) को संतुलित रखते हैं और शरीर को भारी महसूस नहीं होने देते। इस कारण कई आयुर्वेदिक डॉक्टर डायबिटीज मरीजों को भुने चने सीमित मात्रा में शामिल करने की सलाह देते हैं।

भुने चने खाने से वजन घटना

डायबिटीज मरीजों के लिए वजन बैलेंस में रखना जरूरी होता है, क्योंकि ज्यादा वजन इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ाता है। भुने चने में कम कैलोरी, कम फैट, ज्यादा फाइबर और हाई प्रोटीन होता है और इस वजह से वजन कंट्रोल करने में शानदार काम करते हैं और ओवरईटिंग रोकते हैं।

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भुने चने हार्ट के लिए सेहतमंद

डायबिटीज मरीजों में हार्ट डिजीज का खतरा दोगुना होता है। भुने चनों में मैग्नीशियम, पोटैशियम और एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो दिल के लिए अच्छे होते हैं। भुने चने खाने से ब्लड प्रेशर को बैलेंस रखता है, हार्ट की मांसपेशियों को सपोर्ट करता है और सूजन कम करता है। इसलिए भुने चने पूरे कार्डियोमेटाबोलिक हेल्थ के लिए अच्छे माने जाते हैं।

डायबिटीज में भुने चने कैसे और कितनी मात्रा में खाएं?

डॉ. चेतन कहते हैं, “डायबिटीज मरीज रोजाना 30–50 ग्राम भुने चने खा सकते हैं और यह करीब एक छोटी कटोरी या एक मुट्ठी के बराबर होता है। भुने चने सुबह के नाश्ते में, शाम को चाय के समय और भोजन के बीच हेल्दी स्नैक के तौर पर भी खा सकते हैं। इसे वैसे तो पानी के साथ खाना बेहतर होता है, लेकिन मरीज चाहे तो थोड़ा नींबू और काले नमक के साथ भी खा सकते हैं। यह ध्यान रखें कि डॉक्टर से नमक के बारे में सलाह जरूर लें।

निष्कर्ष

भुने चने फायदेमंद होते हैं, लेकिन जिन लोगों को गैस जल्दी बनती है, कब्ज रहती है, चनों से एलर्जी है या IBS की समस्या है, उन्हें डॉक्टर या आयुर्वेद एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही खाने चाहिए। जिन लोगों को इसकी समस्या नहीं हैं, वे लोग रेगुलर भुने चने खा सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि इसे सीमित मात्रा में लें और अगर किसी भी तरह की समस्या दिखें, तो एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।

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  • Dec 05, 2025 18:56 IST

    Published By : Aneesh Rawat

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