अक्सर लोग सिरदर्द को सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं क्योंकि सिरदर्द हमारे रूटीन का हिस्सा बन चुका है। स्ट्रेस हो, तो सिरदर्द होता है, खाली पेट रहो या पानी न पिओ, तो भी सिरदर्द होता है। ऑफिस में काम ज्यादा हो, तो सिरदर्द होना पक्का ही है, लेकिन क्या आपने कभी गौर किया है कि सिरदर्द कम समय के लिए रहता है या लगातार बना रहता है? इसकी तीव्रता सामान्य से ज्यादा, तो नहीं है? सामान्य सिरदर्द कुछ समय के लिए होता है लेकिन लगातार बने रहने वाला सिरदर्द गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है खासकर जब उसके साथ अन्य लक्षण भी नजर आएं। Dr. Priyanka Sehrawat, Neurologist, MD Medicine and DM Neurology (AIIMS Delhi) ने एक वीडियो के जरिए बताया कि अगर आपके सिर में दर्द है और उसके साथ कुछ अन्य लक्षण नजर आ रहे हैं, तो आप इसे सामान्य समझकर घर पर नहीं बैठ सकते। ऐसी स्थिति में तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट के पास जाएं और इलाज करवाएं। इस लेख में हम आपको बताएंगे सिरदर्द के 5 ऐसे लक्षण, जो सेहत के लिए खतरे की घंटी हैं और उनके नजर आने पर तुरंत एक्शन लेना जरूरी है।
1. सिरदर्द में बदलाव होना- Change In Character Of Headache
- बहुत सालों से अगर कभी-कभी सिरदर्द (Headache) हो रहा हो और फिर ठीक हो जाता हो, तो इसे हल्के में न लें।
- सिर के पूरे हिस्से को दर्द कवर कर रहा हो, तो एलर्ट रहें।
- उल्टी जैसा महसूस हो या सिरदर्द अचानक तेज हो जाए, तो यह सामान्य नहीं है।
- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के दस्तावेज में कहा गया है कि अगर सिरदर्द अचानक, तीव्र हो, न्यूरोलॉजिकल बदलाव हो, बुखार या मनोवैज्ञानिक स्थिति बदल जाए या कोई अन्य असामान्य लक्षण हो, तो यह रेड फ्लैग माना जाना चाहिए और आगे की जांच व इमेजिंग की सलाह दी गई है।
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2. दृष्टि में बदलाव होना या कान में घंटी की आवाज आना- Vission Issues Or Ringing In Ear
- धुंधला दिख रहा है या विजन साफ नहीं है, तो एलर्ट हो जाएं।
- डबल विजन आने पर या साइड में दिखना बंद हो गया हो, तो यह सामान्य बात नहीं है।
- कान में घंटी की आवाज हो, तो भी यह एक खतरे की घंटी हो सकती है।
- यह ब्रेन में प्रेशर के बढ़ने का संकेत हो सकता है।
3. बुखार के साथ सिरदर्द- Headache With Fever
- बुखार के साथ सिरदर्द शुरू हो और बना रहे, तो सतर्क हो जाएं।
- साथ ही उल्टी या गर्दन में जकड़न महसूस हो, तो भी इसे हल्के में न लें।
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4. 50 की उम्र के बाद नया सिरदर्द- New Onset Of Headache
50 साल की उम्र के बाद एक नया सिरदर्द महसूस हो, यानी पहले कभी ऐसा दर्द न हो और अचानक से सिरदर्द शुरू हो जाए, तो उस पर गौर करें।
5. सिरदर्द के साथ कमजोरी- Headache With Weakness
- सिरदर्द के साथ चलने में दिक्कत हो रही है, कमजोरी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं।
- हाथ-पैर में कमजोरी, शरीर के किसी हिस्से में सुन्नपन है, अगर शरीर का बैलेंस बनाने में दिक्कत हो, तो उसे हल्के में न लें।
गंभीर सिरदर्द के पीछे हो सकती हैं ये बीमारियां- Possible Diseases Behind Severe Headache
- स्ट्रोक
- मैनिंजाइटिस
- न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
- नसों की समस्या
- ब्रेन ट्यूमर
- हाई ब्लड प्रेशर
निष्कर्ष:
ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण के नजर आने पर न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें। ये सभी लक्षण सामान्य नहीं है और इनके पीछे गंभीर बीमारियां हो सकती हैं इसलिए समय पर इलाज करवाएं।
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FAQ
सिर में बहुत तेज दर्द होने का क्या कारण है?
बहुत तेज सिरदर्द का कारण स्ट्रेस, माइग्रेन, विजन प्रॉब्लम, साइनस, ब्रेन में ब्लीडिंग हो सकता है। लगातार या असहनीय दर्द होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।ब्रेन ट्यूमर में सिर दर्द कैसे होता है?
ब्रेन ट्यूमर होने पर कई बार व्यक्ति को इसका आभास भी नहीं होता और खोपड़ी के अंदर प्रेशर बढ़ता रहता है। वहीं कभी-कभी इसके तीव्र लक्षण महसूस होते हैं जैसे खांसने पर सिरदर्द, सुबह उठकर सिर में तेज दर्द, दृष्टि धुंधली होना, मिर्गी जैसे लक्षण या उल्टी आना।माइग्रेन का दर्द कहां होता है?
माइग्रेन का दर्द आमतौर पर सिर के एक तरफ या आधे हिस्से में धड़कन जैसा महसूस होता है। यह आंख, कनपटी, गर्दन तक फैल सकता है।