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Rheumatoid Arthritis Day: रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, दर्द और सूजन में भी मिलेगा आराम

Rheumatoid Arthritis Prevention Tips In Hindi: रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव के लिए जरूरी है कि व्यक्ति रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाए और फिजीकली एक्टिव रहे।
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Rheumatoid Arthritis Day: रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, दर्द और सूजन में भी मिलेगा आराम


Rheumatoid Arthritis Prevention Tips In Hindi: रूमेटाइड अर्थराइटिस हड्डियों से जुड़ी एक गंभीर समस्या है। यह शरीर के ज्यादातर जोड़ों को प्रभावित करती है। रूमेटाइड अर्थराइटिस होने से जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगती है। कुछ लोगों में यह बीमारी इतनी गंभीर हो जाती है कि कई अहम बॉडी पार्ट जैसे त्वचा, आंख, लंग्स और हार्ट पर बुरा असर दाल सकती है। इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष 2 फरवरी को रूमेटाइड अर्थराइटिस डे मनाया जाता है। इस दिवस को सेलिब्रेट करने का मुख्य उद्देश्य रूमेटाइड अर्थराइटिस के प्रति लोगों के बीच जागरूकता फैलाना है। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जो कि समूचे विश्व में लाखों-करोड़ों की संख्या में लोगों को प्रभावित कर चुका है। इसी चीज को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको बता रहे हैं रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव (rheumatoid arthritis se kaise bache ) केलिए क्या ठोस कदम उठाए जा सकते हैं।

रूमेटाइड अर्थराइटिस से कैसे करें बचाव- Rheumatoid Arthritis Prevention Tips In Hindi

Rheumatoid Arthritis Prevention Tips In Hindi

अपनी कंडीशन को रेगुलर मॉनिटर करें- Monitor Your Health Condition

रूमेटाइड अर्थराइटिस, ऑटोइम्यून डिजीज है। अगर समय रहते इसका पता चल जाए, तो लंबे समय तक इस बीमारी के लक्षणों को सही ट्रीटमेंट की मदद से मैनेज किया जा सकता है। नवी मुंबई और पनवेल स्थित जेसीआर क्लिनिक ऑफ रूमेटोलॉजी में कंसलटेंट रूमेटोलॉजिस्ट डॉ. मनोहर जोशी कहते हैं, "अगर किसी व्यक्ति को जोड़ों में दर्द हो या सूजन हो, तो उन्हें अपनी सिचुएशन को रेगुलर मॉनिटर करते रहना चाहिए। सवाल है रेगुलर मॉनिटर कैसे कर सकते हैं? इसके लिए नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाकर अपना चेकअप करवाएं। जैसे ही जरूरत महसूस हो, तुरंत प्रोफेशनल हेल्प लें।"

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हेल्दी आदतें अपनाएं- Maintain Healthy Lifestyle

रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने के लिए जरूरी है कि मरीज हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। डॉ. मनोहर जोशी के अनुसार, "हेल्दी लाइफस्टाइल की मदद से हर तरह की बीमारी से बचाव संभव है। अगर किसी को रूमेटाइड अर्थराइटिस है या इसके होने का रिस्क है, तो उन्हें बुरी आदतों को पूरी तरह छोड़ देना चाहिए। डाइट में हेल्दी चीजें लें और वजन बढ़ने न दें। आपको बता दें कि मोटापा रूमेटाइड अर्थराइटिस के होने का रिस्क बढ़ा देता है।"

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स्मोकिंग से दूर रहें- Quit Smoking

Quit Smoking

रूमेटाइड अर्थराइटिस के रिस्क को कम करना है, तो स्मोकिंग यानी धूम्रपान करना बंद कर दें। डॉ. मनोहर जोशी की मानें, स्मोकिंग स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। यह कैंसर जैसे घातक बीमारी के रिस्क को भी बढ़ा सकता है। धूम्रपान बंद कर देने से रूमेटाइड अर्थराइटिस का रिस्क कम होगा, साथ ही स्वास्थ्य में सुधार भी देखने को मिलेगा।

तनाव का स्तर कम करें- Reduce Stress

किसी भी बीमारी की स्थिति को बिगाड़ने में तनाव अहम भूमिका निभा सकता है। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो तनाव को मैनेज करने की कोशिश करें। अगर आप स्ट्रेस से डील नहीं कर पाते हैं, अक्सर बीमार रहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप योगा या मेडिटेशन की मदद लें। इससे भी आराम न मिले, तो एक्सपर्ट के पास जाएं।

फिजिकली एक्टिव रहें- Be Physically Active

रूमेटाइड अर्थराइटिस से बचाव के लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। डॉ. मनोहर जोशी कहते हैं, "यह सच है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस होने पर व्यक्ति के जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाती है। ऐसे में मरीज को अक्सर हड्डियों से जुडी समस्या बानी रहती है। ऐसे में एक्सरसाइज कैसे किया जाए? लेकिन, एक्सपर्ट्स का मनना है कि रूमेटाइड अर्थराइटिस होने के बावजूद व्यक्ति को लाइट एक्सरसाइज करनी चाहिए। एक्सरसाइज की मदद से बोन हेल्थ इंप्रूव होती है, हार्ट हेल्थ में सुधार होता है और मेंटल हेल्थ भी बेहतर होती है। फिजिकली एक्टिव रहने से जोड़ों का दर्द भी कम होने में मदद मिलती है।"

Image Credit: Freepik

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