Planning Pregnancy With Rheumatoid Arthritis: किसी भी कपल के लिए बेबी को जन्म देने से पहले प्रेग्नेंसी की प्लानिंग करना जरूरी है। प्रेग्नेंसी की प्लानिंग इसलिए जरूरी है ताकि मां और होने वाले बच्चे की सेहत के साथ कोई लापरवाही न हो। होने वाली मां को अगर पहले से कोई बीमारी है, तो उसका पता भी प्रेग्नेंसी प्लानिंग के जरिए लगाया जा सकता है। ऐसी ही एक समस्या के बारे में हम आज बात करेंगे। कई महिलाओं को रूमेटाइड अर्थराइटिस की समस्या होती है। ऐसे में महिलाएं अक्सर यह सोचती हैं कि जोड़ों की इस बीमारी के साथ प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कैसे की जा सकती है। तो चलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि रूमेटाइड अर्थराइटिस होने पर प्रेग्नेंसी की प्लानिंग कैसे करना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की गाइनोकॉलोजिस्ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।
रूमेटाइड अर्थराइटिस के साथ क्यों जरूरी है प्रेग्नेंसी प्लानिंग?- Why Planning Pregnancy is Important
स्वस्थ महिलाओं के मुकाबले रूमेटाइड अर्थराइटिस से पीड़ित महिलाओं को गर्भधारण करने में ज्यादा मुश्किल होती है। हालांकि यह जरूरी नहीं है कि हर महिला के साथ अधिक कठिनाई हो, लेकिन अधिकतर को बीमारी के साथ शारीरिक समस्या का सामना करना पड़ता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि अर्थराइटिस में ली जाने वाली दवाओं का असर प्रेग्नेंसी और बच्चे के विकास पर पड़ सकता है। यही कारण है कि प्रेग्नेंसी से पहले उसकी योजना बनाना जरूरी है। इससे मां और बच्चे की स्वस्थ सेहत सुनिश्चित की जा सकती है।
रूमेटाइड अर्थराइटिस के साथ प्रेग्नेंसी प्लानिंग कैसे करें?- Planning Pregnancy With Rheumatoid Arthritis
रूमेटाइड अर्थराइटिस के साथ प्रेग्नेंसी प्लानिंग की जा सकती है। बस कुछ आसान टिप्स को फॉलो करना न भूलें-
- जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी प्लान करना है लेकिन पहले से रूमेटाइड अर्थराइटिस है, उन्हें दवाओं के जरिए रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों को पहले कंट्रोल करने की सलाह दी जाती है।
- बच्चे के बढ़ने पर जोड़ों पर अधिक तनाव पड़ता है इसलिए अर्थराइटिस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट, जोड़ों और अंगों की जांच और एक्स-रे या अल्ट्रासाउंड करवाने की सलाह देते हैं।
- रूमेटाइड अर्थराइटिस होने पर डॉक्टर डाइट में अन्य गर्भवती महिलाओं की तरह विटामिन-डी और कैल्शियम को डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं।
- प्रेग्नेंसी प्लानिंग कर रही हैं, तो वजन को कंट्रोल करें। ज्यादा वजन होगा, तो जोड़ों पर दबाव पड़ेगा और मांसपेशियों में दर्द बढ़ सकता है।
- रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर आपको ओमेगा 3 फैटी एसिड रिच फूड जैसे फैटी फिश या फ्लैक्स सीड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे फल और सब्जियों को खाने की सलाह देते हैं।
- रूमेटाइड अर्थराइटिस को कंट्रोल करने के लिए आराम करना जरूरी है। स्ट्रेस लेने से रूमेटाइड अर्थराइटिस के लक्षण बढ़ सकते हैं इसलिए रिलैक्स करें और डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बेबी प्लान करें।
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