ओमिक्रोन के केस लगातार बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में भारत में 7974 कोविड केस सामने आए हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबक अब तक 77 देशों में ओमिक्रोन के एक्टिव केस पाए गए हैं। इस बीच गर्भवती महिलाओं के मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि क्या उन्हें भी ओमिक्रोन से कोई खास सावधानी बरतने की जरूरत है? तो इसका जवाब है हां। इस दौरान जो भी महिलाएं मां बनने वाली हैं या प्रेग्नेंसी की स्टेज में हैं उन्हें विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। देश की राजधानी दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र में बढ़ते ओमिक्रोन के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग को सचेत कर दिया है, इन हालातों में हमने गर्भवती महिलाओं के लिए लिए जाने वाली सावधानियों को जानने के लिए एक्सपर्ट से बात की। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दीपा शर्मा से बात की।
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ओमिक्रोन से गर्भवती महिलाओं से क्या नुकसान हो सकता है? (Complications during pregnancy)
डॉ दीपा ने बताया कि ओमिक्रोन के बारे में फिलहाल हमें ज्यादा जानकारी नहीं है, विदेश में ओमिक्रोन का भी सब-वैरिएंट्स नजर आ रहे हैं जिसे देखते हुए ऐसी संभावना हो सकती है कि आने वाले समय में ओमिक्रोन के केस बढ़ें। ओमिक्रोन या कोविड के चलते गर्भवती महिलाओं में मिसकैरेज, प्रीटर्म लेबर, अबॉर्शन आदि का खतरा बढ़ सकता है इसलिए वैक्सीन को नजरअंदाज न करें। अगर आप गर्भवती हैं तो आपको उन सभी सावधानियों को बरतने की जरूरत है जिसे आप कोविड के दौरान फॉलो करते हैं हालांकि गर्भवती महिलाओं को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने की जरूरत है। ऐसा माना जा रहा है कि जिन लोगों को दोनों डोज़ लग चुकी है उन्हें ओमिक्रोन वैरिएंट के खिलाफ इम्यूनिटी मिल सकती है। इसलिए अगर आप गर्भवती हैं और आपकी कोविड डोज पूरी नहीं हुई तो बिल्कुल भी देरी न करें।
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ओमिक्रोन के लक्षणों को नजरअंदाज न करें
अगर आपको सर्दी, बुखार या गला खराब होने जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ओमिक्रोन के लक्षण फिलहाल माइल्ड हो सकते हैं। अगर आप गर्भवती हैं और आपको ज्यादा थकान हो रही है तो इसे प्रेग्नेंसी से जोड़ने के बजाय कोविड टेस्ट करवाएं। आपको अपने साथ जरूरी चीजों को रखना चाहिए जैसे अगर आपकी तबीयत खराब है तो आपको अपना तापमान नोट करके रखना चाहिए, ऑक्सीजन का लेवल भी चेक करती रहें, अगर अस्थमा की मरीज हैं तो आपको अपने साथ पंप कैरी करना चाहिए।
प्रेग्नेंसी में किन महिलाओं को हो सकता है नए वैरिएंट का ज्यादा खतरा?
अगर आप प्रेग्नेंसी के दौर में है तो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से ही कमजोर हो जाती है इसलिए सही डाइट लें, जिन महिलाओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी है उन्हें कोविड या ओमिक्रोन वैरिएंट से ज्यादा खतरा हो सकती है वहीं जिन गर्भवती महिलाओं को एनीमिया या खून की कमी है उन्हें भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर पहले आपका एबॉर्शन हो चुका है या आप जेस्टेशनल डायबिटीज की मरीज हैं तो भी आपको ओमिक्रोन या कोविड का खतरा हो सकता है।
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ओमिक्रोन से बचने के लिए गर्भवती महिलाएं किन बातों का ध्यान रखें? (Precautions during pregnancy)
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- गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखना है।
- अगर आपको थायरॉइड या डायबिटीज है तो आपको अपना वजन कंट्रोल रखना चाहिए।
- अपनी डाइट में आयरन, फाइबर, प्रोटीन की सही मात्रा एड करें।
- जिन महिलाओं को जेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा है उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है इसलिए इम्यूनिटी बूस्टिंग फूड्स का सेवन करती रहें।
ओमिक्रोन वैरिएंट के बारे में हमें सीमित जानकारी उपलब्ध है इसलिए सावधानी ही बचाव है, किसी भी लक्षण के नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लें।
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