People Who Should Avoid High Intensity Workout In Hindi: आजकल लोग अपना वेट लूज करने के लिए तरह-तरह की एक्सरसाइज करते हैं। इसमें हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट भी शामिल है। इस तरह की एक्सरसाइज करने से स्टैमिना बढ़ता है, मसल्स मजबूत होते हैं, फैट घटता है, कैलोरी बर्न होती है। इसके अलावा भी कई अन्य लाभ मिलते हैं। इसके बावजूद, यह जान लेना जरूरी है कि क्या हर कोई हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट कर सकता है? दरअसल, कुछ विशेषज्ञ सलाह देते हैं हर किसी को हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट नहीं करना चाहिए। इससे उनकी तबियत बिगड़ सकती है। इस लेख में हम जानेंगे, हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट किन लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है। आइए, सर्टिफाइड फिटनेस कोच, न्यूट्रिशनिस्ट और सप्लीमेंट स्पेशलिस्ट विनीत कुमार से जानते हैं, उन एक्सरसाइज के बारे में।
हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट क्या है? (What Is High Intensity Interval Workout)
हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट, एक किस्म की एक्सरसाइज होती है। इस दौरान व्यक्ति बहुत तेज गति में वर्कआउट करता है और दो एक्सरसाइज के बीच गैप कम लेता है। इसके अलावा, हर एक्सरसाइज को बहुत तेजी से करता है, जैसे बहुत तेजी से दौड़ना या कूदना। हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट करने से आपकी हड्डियां, मांसपेशियां और हार्ट पर काफी ज्यादा दबाव बनता है। इसलिए, हर किसी को इस तरह की एक्सरसाइज करने की सलाह नहीं दी जाती है।
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हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट किसे नहीं करनी चाहिए (who should avoid high intensity workout in hindi)
अगर घुटने में चोट लगी है (People With Knee Injury)
हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट उन लोगों को नहीं करनी चाहिए, जिन्हें घुटने, कमर आदि जगहों पर चोट लगी हुई है। ध्यान रखें, हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट में काफी मेहनत, स्ट्रेंथ की जरूरत होती है। अगर घुटने या कमर में चोट लगने के बावजूद आप इस तरह की एक्सरसाइज करेंगे, तो आपकी तकलीफ बढ़ सकती है।
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अगर आप प्रेग्नेंट हैं (Pregnant Woman)
प्रेग्नेंट महिलाओं को भी हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट नहीं करनी चाहिए। यह कहने की जरूरत नहीं है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को अपनी सेहत का बहुत ध्यान रखना चाहिए और ऐसी एक्सरसाइज बिल्कुल नहीं करनी चाहिए, जिसका उनके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
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अगर पोस्टपार्टम डिप्रेशन है (People With Postpartum Depression)
पोस्टपार्टम डिप्रेशन होने पर एक्सरसाइज करना अच्छा हो सकता है। वर्कआउट करने से फील गुड हार्मोन रिलीज होते हैं, जो पोस्टपार्टम से डील करने में मदद करते हैं। लेकिन, हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट करते हैं, तो इसका आपकी हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ये काफी थकाने वाले वर्कआउट होते हैं, जो आपसे एक्स्ट्रा एफर्ट की डिमांड करते हैं। आपकी मानसिक स्थिति के लिए ऐसा करना सही नहीं है।
अगर इम्यून कमजोर है (People With Weak Immune)
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि एक्सरसाइज की मदद से अपनी इम्यूनिटी को बूस्ट करने की कोशिश करनी चाहिए। वहीं, अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है, तो हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट करने से बचें। असल में, हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट करने के दौरान आप काफी थकान महसूस कर सकते हैं। अगर इम्यूनिटी कमजोर होने के बावजूद आप इस वर्कआउट को कर रहे हैं, तो इससे आप बीमार पड़ सकते हैं।
अगर हार्ट प्रॉब्लम है (People With Heart Problem)
हाई इंटेंसिटी इंटरवल वर्कआउट करने से हार्ट पर काफी दबाव पड़ता है। ऐसे में, अगर आपको पहले से ही हार्ट से जुड़ी किसी भी तरह की प्रॉब्लम है, तो यह आपकी हेल्थ पर नेगेटिव असर डाल सकता है। बेहतर यही होगा कि आप वही एक्सरसाइज करें, जो हार्ट पर ज्यादा प्रेशर न डालते हों। इसके लिए, आप एक बार एक्सपर्ट से सलाह ले लें।
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