
Micro Workout Benefits in Hindi: आजकल किसी के पास, एक्सरसाइज करने का समय नहीं है। आप यह भी कह सकते हैं कि एक्सरसाइज, हमारी प्राथमिकता नहीं है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनके वॉकिंग स्टेप्स, दिनभर में 500 भी नहीं होते। फिजिकल वर्कआउट न करने के कारण, शरीर मोटापे का शिकार हो जाता है। मोटापे के अलावा, डायबिटीज, थायराइड, अर्थराइटिस जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। शरीर को फिट रखने और बीमारियों से बचने के लिए माइक्रो वर्कआउट (Micro Workout) की मदद ले सकते हैं। माइक्रो वर्कआउट, एक नया हेल्थ ट्रेंड बनता जा रहा है। हर कोई इसे रूटीन में शामिल कर रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि आज के समय की 2 समस्याएं, माइक्रो वर्कआउट करने से दूर होती हैं। पहला समय की कमी और दूसरा फिट न रहना। माइक्रो वर्कआउट का मतलब है, छोटे वर्कआउट सेशन, प्लान करना। जैसे- 10 मिनट का वर्कआउट सेशन, 5 मिनट का वर्कआउट सेशन। इस तरह आप अपना फिटनेस लक्ष्य भी पूरा कर सकते हैं। जो लोग ये कहते हैं कि एक्सरसाइज करने के लिए हमारे पास समय नहीं है, उन्हें माइक्रो वर्कआउट करना चाहिए। आगे जानेंगे माइक्रो वर्कआउट के फायदे और इसे करने का तरीका। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने तबाता फिटनेस की प्रबंधक, न्यूट्रिशनिस्ट और फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बात की।
क्या माइक्रो वर्कआउट के जरिए वजन घटा सकते हैं?
फिटनेस एक्सपर्ट पायल अस्थाना से बताया कि वेट लॉस एक लंबा प्रोसेस है। इसका कोई शॉर्टकट नहीं हो सकता। हालांकि एक्सरसाइज शुरू करने के लिए, माइक्रो वर्कआउट को चुनना, एक अच्छा विकल्प है। माइक्रो वर्कआउट करने से वजन कम होता है। वजन कम करने के लिए, माइक्रो वर्कआउट इसलिए फायदेमंद है क्योंकि आप इसे पूरी ऊर्जा के साथ करते हैं। जब वर्कआउट में आपकी ऊर्जा लगती है और पॉजिटिविटी जुड़ी होती है, तो वजन घटाने में मदद मिलती है। छोटे-छोटे हिस्सों में, बार-बार एक्सरसाइज करने से, शरीर पर जोर पड़ता है और कैलोरीज, जल्दी बर्न होती हैं।
माइक्रो वर्कआउट कैसे करें?- How To Do Micro Workout
- माइक्रो वर्कआउट करने के लिए, 10 मिनट निकालना भी काफी है।
- एक दिन में आप वर्कआउट के, 2 से 3 सेशन कर सकते हैं।
- यह बात ध्यान रखें, कि कम समय में ज्यादा ऊर्जा नहीं लगानी है।
- केवल पूरे मन से एक्सरसाइज फॉलो करना है।
- माइक्रो एक्सरसाइज करने के लिए, 5 मिनट वॉर्मअप करें फिर एक्सरसाइज शुरू करें।
- जॉगिंग, वॉक, कार्डियो या कोई भी अन्य एक्सरसाइज चुन सकते हैं।
- माइक्रो वर्कआउट करने के लिए, अपर और लोअर बॉडी के वर्कआउट शामिल करें।
- माइक्रो वर्कआउट के साथ, हेल्दी डाइट का सेवन करना न भूलें।
- अपनी डाइट में प्रोटीन, फाइबर, गुड फैट्स, कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट शामिल करें।
- शरीर को हाइड्रे रखें, पानी का सेवन करते रहें।
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माइक्रो वर्कआउट के फायदे- Micro Workout Benefits
- हेल्दी वेट लॉस के लिए माइक्रो वर्कआउट फायदेमंद है।
- जो लोग रिकवरी के बाद या लंबे गैप के बाद एक्सरसाइज कर रहे हैं, उन्हें माइक्रो वर्कआउट करना चाहिए।
- माइक्रो वर्कआउट को कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है।
- माइक्रो वर्कआउट के जरिए, थायराइड, डायबिटीज आदि को कंट्रोल किया जा सकता है।
- पाचन की समस्याएं, जैसे कब्ज या एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए, माइक्रो वर्कआउट कर सकते हैं।
माइक्रो वर्कआउट में कौनसी एक्सरसाइज करें?
माइक्रो वर्कआउट को कभी भी और कहीं भी किया जा सकता है। इसमें समय की पाबंदी नहीं होती। खुद को फिट रखने के लिए, आप 10 से 15 मिनट तो निकाल ही सकते हैं। माइक्रो वर्कआउट के कई प्रकार होते हैं। जैसे आप कार्डियो कर सकते हैं, हाई इन्टेन्सिटी इंटरवल ट्रेनिंग कर सकते हैं। जो लोग, एक्सरसाइज की शुरुआत कर रहे हैं, वे ब्रिस्क वॉक, जंपिंग जैक, स्किपिंग आदि कर सकते हैं। माइक्रो वर्कआउट करने से, वजन कम होता है, ब्रीदिंग प्रोसेस इंप्रूव होता है और मोबिलिटी बढ़ती है।
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