
मैंने अपने आसपास कई ऐसे बच्चे देखे हैं जिनके व्यवहार में हिंसक तत्व या गुस्सा नजर आया। कई बार माता-पिता भी बच्चे के अजीब व्यवहार को देखकर हैरान हो जाते हैं। अक्सर सोसाइटी इसे बदतमीजी या संस्कारों की कमी कहती है, लेकिन इसके पीछे छुपी स्वास्थ्य समस्याओं पर कोई बात नहींं करता। एक्सपर्ट्स की मानें, तो बच्चे में हिंसक व्यवहार केवल अनुशासन की कमी नहीं बल्कि शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक समस्याओं का कारण हो सकती हैं।ऐसे में माता-पिता को समझना जरूरी है कि बच्चे के हिंसक व्यवहार के पीछे क्या कारण हैं? लखनऊ के बोधि ट्री इंडिया सेंटर की डायरेक्टर काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ. नेहा आनंद ने बताया कि अगर घर में अनुशासन नहीं है या डिजिटल डिटॉक्स नहीं हो रहा है, तो ऐसे बच्चों में हिंसक व्यवहार देखने को मिल सकता है। साथ ही आज के समय में मोबाइल एडिक्शन भी बहुत कॉमन होता जा रहा है जिसके कारण बच्चों में गुस्सा या एंगर इश्यूज (Anger issues) भी बढ़ सकते हैं।
1. हार्मोनल असंतुलन- Hormonal Imbalance

- टेस्टोस्टेरोन और कोर्टिसोल जैसे हार्मोन जब बच्चे के शरीर में बढ़ते हैं, तो स्वभाव में गुस्सा और चिड़चिड़ापन नजर आता है।
- ऐसा किशोरावस्था में ज्यादा होता है क्योंकि इस दौरान हार्मोन तेजी से बदलते हैं।
- अगर बच्चे में हिंसक व्यवहार लगातार बना रहे, तो तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें।
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2. पोषण की कमी- Nutritional Deficiency
- डॉ. नेहा आनंद ने बताया कि विटामिन-बी, ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन और मैग्नीशियम की कमी, बच्चे के मूड और दिमाग की कार्यप्रणाली पर बुरा असर डालते हैं।
- इनकी कमी से बच्चे में बेचैनी और गुस्सा नजर आ सकता है।
- बच्चे की शारीरिक और मानसिक सेहत को बनाए रखने के लिए उसे संतुलित आहार दें, जैसे फल, हरी सब्जियां, सूखे मेवे वगैरह।
3. नींद की कमी- Lack Of Sleep
- नींद की कमी से भी बच्चे के व्यवहार में गुस्सा या ध्यान की कमी नजर आ सकती है।
- लगातार नींद पूरी न होने से दिमाग आराम नहीं कर पाता और व्यवहार में अस्थिरता नजर आने लगती है।
- रोजाना 8 से 10 घंटे की नींद बच्चों के लिए जरूरी है तभी उनका मानसिक संतुलिन ठीक रहेगा।
4. थायराइड- Thyroid
बच्चों में हिंसक व्यवहार का कारण थायराइड (Thyroid) हो सकता है। थायराइड ग्रंथि का असंतुलन, दिमाग और मूड पर बुरा असर डाल सकता है। थायराइड ग्रंथि में असंतुलन के कारण बच्चा बेचैनी, चिड़चिड़ापन महसूस करता है। ऐसी स्थिति में बच्चे का हेल्थ चेकअप करवाएं ताकि सही समय पर इलाज हो सके।
5. इंंजरी- Injury
अगर बच्चे के फ्रंटल लोब (दिमाग के आगे के हिस्से) में चोट लगी है या मिर्गी (Epilepsy) है, तो हिंसक व्यवहार नजर आ सकता है। इसका स्पष्ट कारण जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
बच्चे के हिंसक व्यवहार का कारण समझना जरूरी है। इसके पीछे नींद की कमी, पोषण की कमी, हार्मोनल असंतुलन या इंजरी भी हो सकती है। अगर आपके घर में किसी बच्चे को ऐसी समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर या साइकोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
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Nov 04, 2025 17:17 IST
Modified By : Yashaswi MathurNov 04, 2025 17:17 IST
Published By : Yashaswi Mathur