डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जो आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करती है। डायबिटीज दो प्रकार के हैं, पहला टाइप 1 डायबिटीज, जो जेनेटिक होती है और दूसरा टाइप 2 डायबिटीज, जो खराब लाइफस्टाइल, अनहेल्दी डाइट जैसे कारणों से होती है। पहले के समय में बुजुर्ग लोगों को डायबिटीज बीमारी होती है, लेकिन आज के समय में युवा और बच्चे भी डायबिटीज (Causes of Diabetes in Children) का शिकार हो रहे हैं। ऐसे में बच्चों को डायबिटीज होने का कारण न सिर्फ जेनेटिक, बल्कि आज कल की खराब जीवनशैली भी है, जिसमें बच्चे हेल्दी खाने के स्थान पर जंक फूड्स का ज्यादा सेवन करते हैं। वहीं माता-पिता की भी कुछ ऐसी आदतें होती हैं, जो बच्चों में डायबिटीज का कारण बन सकती हैं। आइए नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम से जानते हैं पेरेंट्स की ऐसी ही आदतों के बारे में जिसके कारण बच्चों को डायबिटीज हो सकती है।
माता-पिता की आदतें जो बच्चों में डायबिटीज का कारण बनती हैं - Parents Habits That Causes Diabetes in Children in Hindi
1. गर्भावस्था के दौरान स्मोकिंग करना
प्रेग्नेंसी के दौरान स्मोकिंग करने से भ्रूण का विकास प्रभावित हो सकता है और पैदा होने के बाद बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है, जिससे बच्चे में मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ सकता है। इतना ही नहीं तंबाकू के धुएं के संपर्क में आने से उन्हें इंसुलिन रेजिस्टेंस भी हो सकता है।
2. खराब डाइट
बच्चे अक्सर अपने माता-पिता की डाइट ही फॉलो करते हैं, ऐसे में अनहेल्दी फैट, चीनी का अत्याधिक सेवन और आवश्यक पोषक तत्वों की कमी वाली डाइट के कारण मोटापा और इंसुलिन रजिस्टेंस हो सकता है। इसलिए, पेरेंट्स की खराब खाने की आदतें सीधे बच्चों की डाइट को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे उन्हें डायबिटीज हो सकता है।
3. आर्टिफिशियल मीठे पेय पदार्थ पीना
आर्टिफिशियल मिठास वाले ड्रिंक्स को पीने से चयापचय और इंसुलिन संवेदनशीलता में बदलाव आ सकता है। ऐसे में माता-पिता के साथ बच्चे भी इस तरह के पेय पदार्थों का सेवन करने लगते हैं, जिस कारण उन्हें टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है।
4. प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन
प्रोसेस्ड फूड्स में रिफाइंड शुगर, अनहेल्दी फैट और एडिटिव्स बड़ी मात्रा में होते हैं, जो वजन बढ़ाने और इंसुलिन रेजिस्टेंस का कारण बन सकता है। प्रोसेस्ड फूड्स से भरपूर डाइट लेने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे बच्चे को टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बढ़ सकता है।
5. माता-पिता का मोटापा
आनुवंशिक, पर्यावरणीय और लाइफस्टाइल कारकों के कारण माता-पिता के मोटे होने के कारण बच्चे में भी मोटापा बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है, जो बच्चों को टाइप 2 डायबिटीज के बढ़ते खतरे से जुड़ी हुआ है।
6. जेनेटिक कारक
परिवार में किसी अन्य सदस्य को डाटबिटीज होनेे का इतिहास बच्चों में मधुमेह होने का जोखिम बढ़ सकता है। बता दें कि, जेनेटिक कारक बच्चों को डायबिटीज होने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
बच्चों को डायबिटीज से बचाने के टिप्स -
- बच्चों की डाइट में संतुलित आहार जैसे फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और हेल्दी फैट शामिल करें।
- उन्हें खेल, स्विमिंग या अन्य शारीरिक गतिविधियों को करने के लिए प्रोत्साहित करें।
- बच्चों को अनहेल्दी फूड्स और आर्टिफिशियल पेय पदार्थों देने से बचें।
- उनके आस-पास स्मोकिंग और शराब का सेवन करने से बचें।
- बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाएं।
बच्चों को डायबिटीज होने से बचाने के लिए आप इन कारकों पर ध्यान दें और हेल्दी लाइफस्टाइल, डाइट और शारीरिक गतिविधियों के लिए उन्हें प्रोत्साहित करें।
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