जैतून का तेल (Jaitun Ka Tel), सेहत का खजाना यूं ही नहीं कहा जाता। प्राचीन ग्रीक और रोमन सभ्यताओं से लेकर आज की मॉडर्न डाइट तक, जैतून का तेल हमेशा एक सुपरफूड के रूप में जगह बनाए हुए है। यह तेल न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि अपने औषधीय गुणों के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध है। लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि यह खास बात है कि जैतून के तेल का इस्तेमाल सिर्फ खाना पकाने में ही नहीं, बल्कि स्किन केयर, हेयर केयर और आयुर्वेदिक उपचारों में भी किया जाता है। एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को सबसे शुद्ध माना जाता है, क्योंकि यह बिना किसी केमिकल प्रोसेस के कोल्ड-प्रेस तकनीक से निकाला जाता है और इसके पोषक तत्व बने रहते हैं। एक अच्छी बात यह भी है कि जैतून का तेल, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड का बेहतरीन स्रोत है, जो हार्ट की सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। लेकिन, इसके अनेक फायदों के साथ-साथ कुछ नुकसान भी हैं जिन पर चर्चा जरूरी है ताकि इसका संतुलित और सही तरीके से इस्तेमाल हो सके। इस लेख में हम इसके फायदे, नुकसान और न्यूट्रिशनल वैल्यू पर गहराई से बात करेंगे।
जैतून के तेल के फायदे- Jaitoon Tail Ke Fayde
- जैतून का तेल (Jaitun Ka Tel), मोनोअनसैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होने के कारण यह हार्ट की सेहत को बेहतर बनाता है।
- खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को घटाकर यह गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है।
- एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होने के कारण, यह एजिंग साइन्स को कम करता है।
- यह स्किन को हाइड्रेट करता है और झुर्रियों को कम करने में मदद भी करता है।
- अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी बीमारियों के रिस्क को घटाने में ऑलिव ऑयल फायदेमंद माना जाता है।
- यह पाचन को बेहतर बनाता है और आंतों की सेहत को सपोर्ट करता है।
इसे भी पढ़ें- ऑलिव ऑयल और नींबू के रस से करें बॉडी डिटॉक्स, जानें इसके फायदे
रोज कितना जैतून का तेल खाएं?
- रोजाना 1-2 टेबलस्पून (15-30 ml) ऑलिव ऑयल (Jaitun Ka Tel) का सेवन सुरक्षित माना जाता है।
- मोटापा, पाचन रोग या हार्ट रोग वाले लोग मात्रा का ध्यान रखें।
- ऑलिव ऑयल को ज्यादा तापमान पर गर्म न करें ताकि इसके गुण बरकरार रहें।
- ज्यादा मात्रा (3-4 टेबलस्पून से अधिक) ऑलिव ऑयल लेने से वजन बढ़ने या पाचन संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं।
जैतून के तेल की न्यूट्रिशनल वैल्यू- Nutritional Value of Olive Oil
- प्रति 100 ग्राम (Per 100 Gram)
- एनर्जी: 884 kcal
- कुल फैट: 100 g
- मोनोअनसैचुरेटेड फैट: 73 g
- पॉलिसैचुरेटेड फैट: 11 g
- सैचुरेटेड फैट: 14 g
- कोलेस्ट्रॉल: 0 mg
- विटामिन ई: 14 mg
डाइट में जैतून के तेल का इस्तेमाल कैसे करें?- Jaitun Ke Tel Ka Istemaal
- सलाद ड्रेसिंग या सूप टॉपिंग में जैतून के तेल (Jaitun Ka Tel) का इस्तेमाल करें।
- एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को नींबू या सिरके के साथ मिलाकर सलाद पर डालें। इससे स्वाद और पोषण दोनों बढ़ता है।
- ऑलिव ऑयल को सर्व करने से पहले जैतून के तेल की कुछ बूंदें सूप या दाल पर डालें। यह स्वाद और एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ाता है।
- पास्ता, ग्रिल्ड सब्जियां या रोस्टेड आलू पर जैतून तेल डालने से स्वाद और हेल्थ दोनों बेहतर होती है।
- जैतून का तेल हल्की आंच पर सब्जियों या टोफू को भूनने के लिए बढ़िया होता है।
- 1 टेबलस्पून एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को नींबू पानी या गुनगुने पानी में मिलाकर पिएं। यह पाचन में मदद करता है।
जैतून के तेल के नुकसान भी हैं- Jaitun Ke Tel Ke Nuksan
- जैतून के तेल (Jaitun Ka Tel) के ज्यादा सेवन से वजन बढ़ सकता है क्योंकि इसमें कैलोरी ज्यादा होती हैं।
- कुछ लोगों को इससे एलर्जी या स्किन रिएक्शन हो सकता है।
- ज्यादा ऑलिव ऑयल का सेवन करने से, पित्ताशय की समस्या या हल्के डायरिया की आशंका हो सकती है।
- बहुत ज्यादा गर्म करने पर इसके पोषक तत्व नष्ट हो सकते हैं।
जैतून का तेल सेहत का खजाना है बशर्ते इसे सही मात्रा और तरीके से इस्तेमाल किया जाए। इसके फायदे तभी दिखते हैं जब इसे बैलेंस्ड डाइट में शामिल किया जाए और डॉक्टर की सलाह पर इस्तेमाल किया जाए।
उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।
FAQ
जैतून के तेल से क्या-क्या फायदे होते हैं?
जैतून का तेल, हार्ट को स्वस्थ रखता है, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करता है और स्किन-बालों को पोषण देता है। पाचन, सूजन कम करने और इम्यूनिटी मजबूत करने में भी जैतून का तेल फायदेमंद है।1 चम्मच जैतून के तेल में कितनी कैलोरी होती है?
1 टेबलस्पून जैतून के तेल में लगभग 119 कैलोरी होती हैं। यह एनर्जी का अच्छा स्रोत है और हेल्दी डाइट में संतुलित मात्रा में लिया जा सकता है।जैतून का तेल गर्म होता है या ठंडा?
जैतून का तेल प्रकृति से ठंडा माना जाता है। यह शरीर को ठंडक देने के साथ स्किन की जलन और इंफ्लेमेशन को कम करने में मदद करता है।