Is it Right to Add Olive Oil to Coffee: लोगों को अपनी कॉफी के साथ नए-नए एक्सपेरिमेंट्स करना पसंद होता है। ऐसे में उन्हें जो भी चीजें सोशल मीडिया पर लाइक्स बटोरती हुई दिख जाती है, वह उस ट्रेंड के नाम पर उस चीज को खुद ट्राई करने में लग जाते हैं। कॉफी से जुड़ा ऐसा ही एक ट्रेंड सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस ट्रेंड में लोग कॉफी में ऑलिव ऑयल यानी जैतून का तेल मिलाकर सेवन कर रहे हैं। आपने भी इस ट्रेंड को कहीं न कहीं जरूर देखा होगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या कॉफी में ऑलिव ऑयल मिलाना सेहत के लिए अच्छा होता भी है या नहीं? आइए इस सवाल का जवाब हम डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी (Nutritionist & Dietician Divya Gandhi) से जान लेते हैं।
कॉफी में जैतून का तेल मिलाना ट्रेंड में क्यों है?- Why is adding olive oil to coffee in trend
जैतून के तेल से बनी यह कॉफी अपने अनोखे स्वाद और स्वास्थ्य लाभों के कारण दुनिया भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। इसके लिए आपको अपनी कॉफी में सिर्फ एक चम्मच एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल मिलाना है। ट्रेंड के हिसाब से आपकी कॉफी पहले से कई गुना हेल्दी हो सकती है। बता दें कि इस तरह आप डाइट में आसानी से स्वस्थ वसा को शामिल कर सकते हैं।
बता दें कि जैतून का तेल लंबे समय से मेडिटेरेनियन डाइट का एक मुख्य हिस्सा रहा है, जो काफी समय से ट्रेंड में है। मेडिटेरेनियन डाइट में पूरे, प्लांट बेस्ड खाद्य पदार्थ, जैतून के तेल जैसे स्वस्थ वसा और लीन प्रोटीन पर जोर दिया जाता है। इससे हृदय रोग, मधुमेह और कुछ प्रकार के कैंसर जैसी पुरानी बीमारियों के कम जोखिम से जोड़ा जाता है। ऐसे में कॉफी के अंदर जैतून का तेल मिलाना इस पारंपरिक मेडिटेरेनियन डाइट के स्वास्थ्य लाभों को अपनी डाइट में शामिल करने का स्वस्थ तरीका हो सकता है। आइए इस पर एक्सपर्ट की राय जान लेते हैं।
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कॉफी में जैतून का तेल डालें या नहीं?-Should you add olive oil to coffee or not
न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी के मुताबिक, कॉफी में जैतून का तेल मिलाना एक ऐसा ट्रेंड है, जिसने लोकप्रियता हासिल की है। खासकर, कीटो या कम कार्ब डाइट का पालन करने वालों के बीच यह ज्यादा मशहूर है। आइए कुछ संभावित लाभों में शामिल कर सकते हैं:
- बढ़ी हुई एनर्जी: कैफीन और स्वस्थ फैट का संयोजन निरंतर एनर्जी को बढ़ावा दे सकता है। इससे आप खुद को एनर्जेटिक महसूस करेंगे।
- बेहतर कॉग्निटिव फंक्शन: जैतून के तेल में मध्यम-श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स (MCTs) होता है, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य का समर्थन कर सकते हैं। इससे दिमाग को हेल्दी रखा जा सकता है।
- अन्य फायदे: जैतून का तेल मोनोअनसैचुरेटेड वसा, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन-ई और सूजन-रोधी यौगिकों से भरपूर होता है। यह हृदय स्वास्थ्य, रक्तचाप और शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। जब आप जैतून के तेल को अपनी कॉफी में मिलाते हैं, तो घबराहट और थकान को रोकने में मदद मिल सकती है।
इन बातों का रखें ख्याल- Keep these Things in Mind
- स्वाद: जैतून का तेल कॉफी के स्वाद को बदल सकता है, जो हर किसी को पसंद नहीं आता है। ऐसे में सोच-समझकर ही कॉफी में तेल को मिलाएं।
- कैलोरी का सेवन: कॉफी में जैतून का तेल जोड़ने से कैलोरी की खपत बढ़ जाती है। यह वजन बढ़ने की वजह बन सकता है।
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कुल मिलाकर, आप कॉफी में जैतून का तेल मिला सकते हैं। इससे शरीर को कई तरह की छोटी-बड़ी समस्याओं से बचाया जा सकता है। अगर आपको तेल मिली कॉफी पीने में कोई समस्या महसूस होती है, तो इसका सेवन बंद कर दें। इसके बाद किसी अनुभवी डॉक्टर या एक्सपर्ट की सलाह लें।
FAQ
क्या कॉफी में जैतून का तेल डालना ठीक है?
जी हां, आप कॉफी में मिलाने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून का तेल (EVOO) इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कम प्रोसेस किया हुआ होता है और इसके पोषक तत्व ज्यादा होते हैं।जैतून के तेल का उपयोग कब नहीं करना चाहिए?
हाई तापमान पर खाना पकाने के लिए जैतून के तेल का उपयोग न करें। बता दें कि सभी खाना पकाने वाले तेलों में एक "स्मोक पॉइंट" होता है। ये वह तापमान होता है, जिस पर तेल टूटना शुरू हो जाता है और धुआं निकलने लगता है।