प्रेग्‍नेंसी के आखिरी महीने में दिखते हैं ये 6 संकेत तो हो सकती है नॉर्मल डिलीवरी, डॉक्टर से जानें जरूरी बातें

सामान्य डिलीवरी महिला और बच्चे की सेहत के लिए अच्छा होता है, महिलाओं में प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में नॉर्मल डिलीवरी के कई संकेत दिखाई देते हैं।
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प्रेग्‍नेंसी के आखिरी महीने में दिखते हैं ये 6 संकेत तो हो सकती है नॉर्मल डिलीवरी, डॉक्टर से जानें जरूरी बातें


गर्भवती होने के बाद हर महिला के मन में सबसे पहला सवाल यही आता है कि उसकी डिलीवरी सामान्य होगी या सिजेरियन। आज के समय में ज्यादातर महिलाओ को यह लगता है कि सिजेरियन यानी ऑपरेशन के बाद डिलीवरी होना बहुत आसान होता है और इसके दर्द कम होता है, जबकि ऐसा बिलकुल नहीं है। प्रेग्नेंसी के 37वें हफ्ते तक महिला की डिलीवरी होने पर उसे सामान्य डिलीवरी कहा जाता है लेकिन अगर किसी भी महिला को कुछ कारणों से प्रेग्नेंसी के 37 हफ्ते से पहले ही डिलीवरी हो जाये तो इसे प्रीटर्म डिलीवरी या प्रीमैच्योर लेबर डिलीवरी कहा जाता है। सामान्य या नॉर्मल डिलीवरी में महिला बच्चे का जन्म बिना किसी ऑपरेशन की सहायता से होता है और यह डिलीवरी बहुत ज्यादा ठीक मानी जाती है। ऑपरेशन या सिजेरियन डिलीवरी द्वारा बच्चे का जन्म होने के कई खतरे होते हैं लेकिन सामान्य डिलीवरी में खतरा कम होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान आखिरी महीने में सामान्य डिलीवरी या नॉर्मल डिलीवरी के कुछ संकेत शरीर में देखे जा सकते हैं। आइये स्टार हॉस्पिटल एंड मैटरनिटी सेंटर की डॉ विजय लक्ष्मी से जानते हैं इसके बारे में।

नॉर्मल डिलीवरी के लक्षण और संकेत (Normal Delivery Signs And Symptoms)

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(image source - freepik.com)

नॉर्मल डिलीवरी होने के संकेत कुछ दिनों पहले से ही आपके शरीर में दिखने शुरू हो जाते हैं। कई बार आपको बार-बार ये लक्षण दिखाई दे सकते हैं। डिलीवरी होने से कुछ हफ्ते पहले से ही आपके शरीर में इसके लक्षण दिखने शुरू होते हैं। स्वस्थ और युवा महिला को आसानी से सामान्य प्रसव हो सकता है। सामान्य प्रसव या नॉर्मल डिलीवरी के लिए सक्रिय जीवनशैली, ब्लड प्रेशर भ्रूण की स्थिति सामान्य होनी चाहिए। एक प्रेग्नेंट महिला की डिलीवरी सामान्य होगी या नहीं इसके लक्षण डिलीवरी के कुछ समय पहले से ही महिला के शरीर में दिखाई देते हैं। आइये जानते हैं प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में दिखने वाले कुछ लक्षण के बारे में जिससे सामान्य प्रसव का अंदाजा लगाया जा सकता है। 

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1. डिलीवरी के कुछ हफ्ते पहले से महिला के शरीर में कुछ बदलाव दिखाई देते हैं। ऐसी स्थिति में जब महिला का शरीर सामान्य डिलीवरी के लिए तैयार होता है तो शिशु पेल्विस के हिस्से में पहुंच जाता है। डिलीवरी के आखिरी दिनों में पेल्विस के हिस्से में शिशु के आने से उसकी मूवमेंट कम हो जाती है। ऐसे में आप इन लक्षणों को देखकर सामान्य डिलीवरी का अंदाजा लगा सकते हैं। 

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2. रिलैक्सिन हार्मोन के प्रभाव से जब पेल्विस और लिंगामेंट के हिस्से मुलायम महसूस होने से आप नॉर्मल डिलीवरी का अंदाजा लगा सकते हैं। सामान्य डिलीवरी होने से पहले आपके शरीर में रिलैक्सिन हॉर्मोन के कारण लिगामेंट्स और पेल्विक के हिस्से में मुलायम महसूस होता है और उस हिस्से में अलग तरह से मूवमेंट महसूस होती है।

3. प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में सामान्य डिलीवरी से गर्भाशय की ग्रीवा अधिक चौड़ी हो जाती है। इसकी जांच चिकित्सक प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में कर सकते हैं।

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(image source - freepik.com)

4. महिला की गर्भावस्था के आखिरी महीने में अगर बार-बार पेशाब आने लगे तो इसे सामान्य डिलीवरी का संकेत माना जाता है। प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में बार-बार पेशाब का आना शिशु के सिर से मूत्राशय पर पड़ने वाले दबाव के कारण होता है।

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5. प्रेग्नेंसी के आखिरी महीने में ब्रैक्‍सटन हिक्‍स कॉन्‍ट्रैक्‍शन जैसा महसूस होने को भी सामान्य डिलीवरी का संकेत माना जाता है। आखिरी कुछ हफ्तों में प्रसव जैसा दर्द महसूस होना भी इसका लक्षण होता है।

6. सामान्य डिलीवरी के संकेत के रूप में डिलीवरी के लिए गुदा की मांसपेशियों का रिलैक्‍स होना शुरू हो जाता है इसकी वजह से मल भी पतला आने लगता है।

नॉर्मल डिलीवरी की तुलना में सिजेरियन डिलीवरी के कारण महिलाओं का शरीर अधिक कमजोर हो जाता है। इस डिलीवरी में महिलाओं के शरीर से अधिक मात्रा में रक्त निकलता है। जिसके कारण कमजोरी हो जाती है। कई बार सिजेरियन डिलीवरी के दौरान हुई दिक्कतों की वजह से महिला को लंबे समय तक इसके साइड इफेक्ट्स से जूझना पड़ता है। सिजेरियन डिलीवरी में पेट की मांसपेशियों को काटना भी शामिल होता है जिसके कारण खून अधिक मात्रा में निकलता है। पिछले कुछ सालों में नार्मल डिलीवरी की तुलना में सिजेरियन डिलीवरी की संख्या बढ़ी है। यह डिलीवरी महिला और बच्चों दोनों के सेहत पर असर डालती है। सिजेरियन डिलीवरी को लेकर कई मशहूर हस्तियां भी महिलाओं को समय-समय पर जागरूक करती रहती हैं। हाल ही में बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन ने भी इसके बारे में अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा था। उन्होनें एक पोस्ट में लिखा था कि हमेशा दर्द सहने से अच्छा है कि एक बार दर्द सहा जाए। इस पोस्ट में उन्होंने सिजेरियन डिलीवरी के बारे में बात की थी। इसलिए महिला को हमेशा नॉर्मल डिलीवरी के जरिए बच्चे को जन्म देने का प्रयास करना चाहिए।

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