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नॉर्मल डिलीवरी के दौरान दर्द को कैसे कम करें? डॉक्टर से समझें

नॉर्मल डिलीवरी के दौरान महिलाओं को अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है। आगे डॉक्टर से जानते हैं कि नॉर्मल डिलीवरी में दर्द को कम करने के लिए क्या कर सकते हैं?
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नॉर्मल डिलीवरी के दौरान दर्द को कैसे कम करें? डॉक्टर से समझें


How To Reduce Pain During Normal Delivery In Hindi: प्रेग्नेंसी महिलाओं के लिए एक विशेष समय होता है। इस समय महिला के शरीर में कई तरह के मानसिक और शारीरिक बदलाव होते हैं। जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी का समय बढ़ता है, वैसे-वैसे महिलाओं को डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द से घबराहट होने लगती है। हालांकि, सिजेरियन डिलीवरी में महिलाओं को दर्द का अहसास कम होता है। लेकिन, नॉर्मल डिलीवरी के समय उनको ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। नॉर्मल डिलीवरी में होने वाले दर्द को कम करने के लिए डॉक्टर आपको कई तरह की मेडिसिन या अन्य विकल्प का सुझाव दे सकते हैं। इससे नॉर्मल डिलीवरी के समय होने वाले दर्द को कम करने का प्रयास किया जाता है। इस लेख में मैक्स अस्पताल, लखनऊ की गाइनाकलॉजिस्ट विभाग की निदेशक डॉक्टर भूमिका बंसल से जानते हैं कि नॉर्मल डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द को कैसे कम किया (How To Reduce Pain During Normal Delivery) जा सकता है? 

नॉर्मल डिलीवरी के दौरान दर्द को कैसे कम करें? - How To Reduce Pain During Normal Delivery In Hindi

कुछ महिलाओं को लिए प्रेग्नेंसी के अंतिम पड़ाव में नॉर्मल डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द को लेकर चिंता सताने लगती है। यह डर और घबराहट पहली बार मां बनने वाली महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलती है। आगे डॉक्टर से जानते हैं नॉर्मल डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए कौन से उपाय अपनाएं जाते हैं।  

एनाल्जेसिक दवाएं (Analgesic Drugs)

डॉक्टर के मुताबिक दर्द को दूर करने के लिए प्रसव के दौरान महिला को एनाल्जेसिक दवाएं दी जा सकती है। लेकिन, यह महिला की मौजूद स्थिति पर निर्भर (Best pain medication for labor) करती है। यह दवाएं प्रेग्नेंसी के समय लेना सुरक्षित नहीं होता है, लेकिन इनका सेवन प्रसव के दौरान किया जा सकता है। 

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एपिड्यूरल एनाल्जेसिया (Epidural Analgesia)

एपिड्यूरल एनाल्जेसिया एक दर्द को कम करने की एक तकनीक है, जिसमें एपिड्यूरल स्थान में  एनेस्थेटिक का इंजेक्शन लगाया जाता है। यह इंजेक्शन रीढ़ की हड्डी के बाहर के हिस्से पर लगाया जाता है। डॉक्टर सामान्यतः प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए इसका उपयोग (Pain injection for normal delivery) करते हैं। 

मसाज करना (Massage)

नॉर्मल डिलीवरी में होने वाली प्रसव पीड़ा को कम करने के लिए डॉक्टर या उनके सहायक महिला को मसाज दे सकते हैं। इससे लेबर पेन और लेबर के समय को कम करने में मदद (Massage for Labor Pain During Normal Delivery) मिलती है। साथ ही, महिला के शरीर पर पड़ने वाले दबाव को कम किया जा सकता है। 

टेंस (TENS- Transcutaneous Electrical Nerve Stimulation)

प्रसव पीड़ा को कम करने के लिए आप TENS तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। प्रसव पीड़ा के शुरुआती दौर में यदि इसका उपयोग किया जाए तो यह काफी प्रभावी हो सकती है। इससे महिला के शरीर में एंडोर्फिन बनने का समय मिलत जाता है। प्रसव पीड़ा के दौरान पीठ दर्द के लिए इस तकनीक को भी अपनाया जा सकता है। 

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में शरीर के कौन-से हिस्सों में दर्द होता है? डॉक्टर से जानें

 

 

 

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इसके अलावा, वाटर बर्थिंग, हॉट वाटर बैग्स, म्यूजिक और एक्यूपेंचर तकनीक को भी प्रसव यानी डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए अपनाया जा सकता है। प्रेग्नेंसी के अंतिम दौर में यदि महिला को दर्द अधिक हो रहा है तो ऐसे में उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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