नीची टेबल पर काम करने के नुकसान क्या हैं? ज्यादा देर नीची टेबल पर काम करने से आपके लोअर बैक में दर्द और तनाव महसूस हो सकता है। काम करते वक्त आपके कंधें, गर्दन, कमर को झुकना नहीं चाहिए। ज्यादा देर तक नीची टेबल पर बैठने से पॉश्चर भी खराब होता है। नीची हाइट या कम हाइट की टेबल पर काम करने से ज्वॉइंट पेन हो सकता है। पॉश्चर खराब होने के साथ आपकी हेल्थ और काम करने के क्षमता भी घट सकती है। कम हाइट की टेबल पर काम करने से आपको कीबोर्ड तक हाथों को ले जाने में ज्यादा मेहनत लगती है जिससे हाथों में भी दर्द उठता है। इस लेख में हम जानेंगे आप सही हाइट की टेबल का इस्तेमाल कैसे करें और इसके क्या फायदे हैं और बॉडी पॉश्चर को ठीक रखने के उपायों पर भी चर्चा करेंगे। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
नीची हाइट की टेबल पर काम करने के नुकसान (Health risks of working on a low height table)
- नीची हाइट की टेबल पर काम करने से आपका पॉश्चर खराब हो सकता है।
- जिन लोगों को स्पॉन्डलाइटिस की समस्या है उन्हें नीची हाइट की टेबल पर काम करने में दिक्कत हो सकती है।
- नीची हाइट की टेबल पर काम करने से नेक पेन, बैक पेन, एल्बो पेन, रिस्ट पेन हो सकता है।
- स्पाइन इंजरी की आशंका भी बढ़ जाती है अगर आप ज्यादा देर तक नीची हाइट वाली टेबल पर काम करते हैं।
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सही हाइट की टेबल पर काम करने के फायदे (Health benefits of using table with correct height)
- पॉश्चर ठीक रहता है
- बैक इंजरी की आशंका कम होती है
- आई स्ट्रेन की समस्या से बच सकते हैं
- ज्वॉइंट पेन की समस्या नहीं होती
कैसे जानें आपकी टेबल की हाइट कम है? (How to check your table height if low)
- आपको इस बात का ध्यान रखना है कि आपका मॉनिटर आपकी आंखों के लेवल पर होना चाहिए या हल्का नीचे हो सकता है।
- ये समझने के लिए कि आपकी गर्दन पर जोर तो नहीं पड़ रहा आपको ये नोटिस करना है कि गर्दन की मसल्स में कसाव या दर्द महसूस न हो रहा हो, अगर 4 से 5 घंटे काम करने के बाद भी दर्द नहीं है तो मतलब आपका पॉश्चर ठीक है।
- आपकी टेबल घुटनों को टच नहीं करनी चाहिए। टेबल की हाइट आपके घुटनों से ऊपर ही होनी चाहिए।
- आपकी टेबल का लेवल आपकी कोहनी के लेवल पर होना चाहिए।
- टेबल पर बैठने के बाद आपको अपनी एल्बो को 90 डिग्री के ऐंगल पर रखकर देखना है और कलाई को सीधा रखना है, अगर आप काम कर पा रहे हैं तो मतलब आपकी टेबल की हाइट ठीक है।
अगर टेबल की हाइट ज्यादा है तो क्या करें? (What to do if your table is too high)
अगर आपकी टेबल की हाइट बहुत ज्यादा है तो आपको काम करते समय सिर को पीछे ले जाना होना ताकि आप मॉनिटर को देख पाएं, अगर ऐसा होता है तो समझ जाएं कि टेबल की हाइट ज्यादा है। ज्यादा ऊंची टेबल पर काम करने से भी गर्दन में दर्द हो सकता है। टेबल की हाइट ज्यादा से कंधे और हाथों में भी दर्द हो सकता है। अगर आपकी टेबल की हाइट ज्यादा है तो आप हाइट एडजस्ट करने वाली कुर्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं। दूसरा तरीका है कि आप अपने पैरों के नीचे फुटरेस्ट लगा सकते हैं।
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काम करते समय बैक पेन या गलत बॉडी पॉश्चर से बचने के उपाय (Tips and treatment for back pain or wrong posture)
- आपको हर थोड़ी देर में अपनी पोजिशन बदलती रहनी चाहिए, इससे बैक पेन नहीं होगा।
- पॉश्चर ठीक रखने के लिए आप बैक सपोर्ट भी खरीद सकते हैं।
- कमर या बैक में पेन होने पर आप स्ट्रेचिंग कर सकते हैं। स्ट्रेचिंग से बैक पेन ठीक होता है।
- आपको अपने लिए ऐसी कुर्सी और टेबल खरीदनी चाहिए जिसकी हाइट एडजस्ट हो सके क्योंकि एक ही हाइट की टेबल बच्चे और बड़े दोनों इस्तेमाल नहीं कर सकते।
- अगर आपकी टेबल की हाइट ज्यादा नीचे है तो आप टेबल के नीचे कार्डबोर्ड या बॉक्स लगाकर उसकी हाइट ठीक कर सकते हें।
- अगर आप टेबल को सही हाइट के मुताबिक बनवाना चाहते हैं तो एक स्टैंडर्ड टेबल की हाइट 28 से 29 इंच होती है। ये जरूरी नहीं है कि ये साइज सबको सूट कर जाए पर इस हाइट की टेबल ज्यादातर सभी के लिए ठीक होती है।
- अगर आपकी हाइट 5 फीट के आसपास है तो आपकी टेबल की हाइट 92 से 97 सेंटीमीटर के बीच होनी चाहिए।
- अगर आपकी हाइट 6 फीट के आसपास है तो आपकी टेबल की हाइट 110 से 120 सेंटीमीटर के बीच होनी चाहिए।
अगर आप घर से काम करते हैं तो आपको स्टैंड डेस्क भी खरीदना चाहिए जिससे आप कुछ देर अपनी पोजिशन बदलकर खड़े होकर भी काम कर सकें। स्टैंड डेस्क को आप अपनी हाइट के मुताबिक सेट कर सकते हैं।
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