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खराब पॉश्चर कोहनी को कैसे प्रभाव‍ित करता है? एक्‍सपर्ट से जानें

अगर आपका पॉश्चर सही नहीं है, तो रीढ़ की हड्डी समेत कई अन्‍य अंग प्रभाव‍ित हो सकते हैं। खराब पॉश्चर के कारण कोहनी में भी दर्द हो सकता है। 
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खराब पॉश्चर कोहनी को कैसे प्रभाव‍ित करता है? एक्‍सपर्ट से जानें

How Poor Posture Affect Elbow: खराब पॉश्चर का बुरा असर सेहत पर पड़ता है। खराब पॉश्चर के कारण, शरीर के अंगों पर दबाव बनता है। कंधे आगे की ओर झुक जाते हैं। इससे कोहनी पर भी दबाव बनता है और झनझनाहट महसूस हो सकती है। गलत पॉश्चर से हाथों पर जोर पड़ता है। लंबे समय तक खराब पॉश्चर के कारण कंधे का लचीलापन कम हो सकता है, ज‍िससे कोहनी पर बुरा असर पड़ सकता है। अगर कंधे का जोड़ ठीक से नहीं चल रहा है, तो ऐसी स्‍थ‍ित‍ि में कोहनी को काम करना पड़ सकता है ज‍िससे हाथों में तनाव और दर्द महसूस होगा। इस लेख में जानेंगे खराब पॉश्चर के कारण कोहनी पर क्‍या असर पड़ता है। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

elbow pain treatment

खराब पॉश्चर कोहनी को कैसे प्रभाव‍ित करता है?- How Poor Posture Affect Elbow

खराब पॉश्चर के कारण कोहनी पर बुरा असर पड़ता है। अगर आप गलत पॉश्चर में बैठे या काम कर रहे हैं, तो इससे कोहनी पर ज्‍यादा तनाव पड़ेगा क्‍योंक‍ि कोहनी हमारे शरीर के अन्‍य अंगों की गलत मुद्रा को बैलेंस करने की कोश‍िश करती है। शरीर का एलाइनमेंट  बिगड़ने का असर कोहनी पर भी होता है। खराब पॉश्चर के कारण गर्दन, कंधे और ऊपरी पीठ की मांसपेश‍ियों में असंतुलन हो सकता है। यह असंतुलन कोहनी तक भी फैल जाता है और इससे कोहनी की मांसपेश‍ियों पर ज्‍यादा दबाव पड़ सकता है। 

कोहनी को मजबूत बनाएं- Make Your Elbow Strong 

  • कोहनी का सही संतुलन बनाने के ल‍िए अपने पॉश्चर पर गौर करें। 
  • हमेशा सीधा बैठें और खड़े हों। 
  • कंधों को पीछे और नीचे की ओर रखें और स‍िर को सीधा रखें।
  • काम करते समय कोहनी को कंधे को कुर्सी या टेबल के मुताब‍िक एडजस्‍ट करने की कोश‍िश न करें। बल्‍क‍ि कुर्सी या टेबल को अपनी हाइट के मुताब‍िक एडजस्‍ट करें।   
  • कीबोर्ड और माउस तक पहुंचने के लिए कोहनी को 90 डिग्री के कोण पर रखें।

कोहनी में दर्द होने पर क्‍या करें?- Elbow Pain Treatment 

  • अपने हाथों को सीधा रखें और दूसरे हाथ की सहायता से अपनी उंगलियों को पीछे की ओर खींचें। इसे फोरआर्म स्‍ट्रेच कहते हैं। इससे हाथ मजबूत बनते हैं।  
  • वेट ट्रेनिंग की मदद से कोहनी को मजबूत बना सकते हैं। हल्के वजन उठाएं और धीरे-धीरे भार बढ़ाएं। बाइसेप्स और ट्राइसेप्स के लिए खास व्यायाम करें।
  • कोहनी की सूजन और दर्द को कम करने के लिए बर्फ से ठंडी स‍िंकाई करें।
  • आराम और दर्द से राहत के लिए गर्म पैक का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

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