
क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग सुबह उठते ही एनर्जेटिक क्यों दिखते हैं, जबकि कुछ लोग नींद पूरी करने के बाद भी थकान महसूस करते हैं? इसका जवाब छिपा है उनके मेटाबॉलिज्म (Metabolism) में। मेटाबॉलिज्म हमारे शरीर की वह प्रक्रिया है जो भोजन को एनर्जी में बदलती है। अगर यह सही तरह से काम करे तो शरीर चुस्त-दुरुस्त रहता है, वजन कंट्रोल रहता है और दिनभर जोश बना रहता है लेकिन अगर मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाए, तो वजन बढ़ना, सुस्ती, पाचन गड़बड़ और ब्लड शुगर असंतुलन जैसी दिक्कतें सामने आने लगती हैं। अच्छी बात यह है कि मेटाबॉलिज्म को बढ़ाना (Boost Metabolism Naturally) किसी दवा या सप्लीमेंट पर निर्भर नहीं करता। बस सुबह की कुछ छोटी-छोटी हेल्दी आदतें (Healthy Morning Habits) अपनाने से आप अपने शरीर की एनर्जी को नेचुरली एक्टिव कर सकते हैं।
अगर आप भी यह सोचते हैं कि मेटाबॉलिज्म कैसे बढ़ाएं (How To Boost Metabolism Naturally) या सुबह की कौन सी आदतें वजन घटाने में मदद करती हैं, तो यह लेख आपके लिए है। यहां जानिए वे आसान और असरदार मॉर्निंग हैबिट्स जो आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ा सकती हैं और दिनभर आपको एनर्जी से भर देंगी। इस लेख में जयपुर स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानिए, कौन सी आदतें मेटाबॉलिज्म हो बढ़ा सकती हैं?
सुबह की आदतें जो मेटाबॉलिज्म बढ़ाती हैं? - Morning Habits To Boost Metabolism Naturally In Hindi
1. सुबह उठते ही पानी पीने की आदत
सुबह उठने के तुरंत बाद एक या दो गिलास गुनगुना पानी पीना मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने का सबसे आसान तरीका है। रातभर सोने के बाद शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है, जिससे मेटाबॉलिक क्रिया धीमी पड़ जाती है। पानी पीने से न सिर्फ पाचन तंत्र एक्टिव होता है बल्कि शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं। अगर आप चाहें तो गुनगुने पानी में नींबू और थोड़ा शहद मिलाकर पी सकते हैं।
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2. सुबह की धूप जरूर लें
धूप शरीर में विटामिन D के प्रोडक्शन को बढ़ाती है, जो न सिर्फ हड्डियों बल्कि मेटाबॉलिज्म के लिए भी जरूरी है। सुबह की धूप लेने से शरीर की सर्केडियन रिद्म (बॉडी क्लॉक) ठीक रहती है, जिससे नींद और एनर्जी का चक्र बेहतर चलता है। सूरज की हल्की किरणों में 10-15 मिनट बैठना शरीर को एक्टिव बनाता है और हार्मोनल बैलेंस सुधारता है।
3. सुबह योग और प्राणायाम
योग और प्राणायाम से शरीर में ऑक्सीजन का फ्लो बढ़ता है, जिससे कोशिकाएं ज्यादा एक्टिव हो जाती हैं और कैलोरी बर्निंग क्षमता बढ़ती है। सूर्य नमस्कार, कपालभाति और अनुलोम-विलोम जैसे योगासन और प्राणायाम, मेटाबॉलिज्म को प्राकृतिक रूप से तेज करते हैं। सिर्फ 20 मिनट का मॉर्निंग योगा शरीर को दिनभर एनर्जेटिक रखता है और भूख-प्यास का संतुलन बनाए रखता है।
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4. हेल्दी ब्रेकफास्ट करें
कई लोग वजन घटाने के लिए सुबह का नाश्ता छोड़ देते हैं, लेकिन यह गलती मेटाबॉलिज्म को और धीमा कर देती है। नाश्ता दिन का सबसे जरूरी भोजन माना गया है। यह शरीर को दिन की शुरुआत के लिए एनर्जी देता है। नाश्ते में प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट शामिल करें, जैसे ओट्स, मूंग दाल चीला, दही या फल। इससे शरीर लंबे समय तक एनर्जेटिक रहता है और बार-बार भूख नहीं लगती।
5. हर्बल या ग्रीन टी लें
कई लोग सुबह उठते ही चाय या कॉफी पी लेते हैं, लेकिन खाली पेट कैफीन एसिडिटी बढ़ा सकता है। इसकी जगह आप ग्रीन टी, अदरक की चाय, या दालचीनी-शहद वाला ड्रिंक ले सकते हैं। ये ड्रिंक्स शरीर को डिटॉक्स करते हैं और मेटाबॉलिक रेट बढ़ाते हैं।
निष्कर्ष
सुबह का पहला एक घंटा गोल्डन आवर कहा जाता है। इस समय की आदतें पूरे दिन की एनर्जी, मूड और मेटाबॉलिज्म पर असर डालती हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका मेटाबॉलिज्म नेचुरली बढ़े, तो सुबह उठकर पानी पीना, थोड़ी वॉक या योग करना, धूप में बैठना और हेल्दी नाश्ता करना बहुत जरूरी है और इसे रोजाना का नियम बना लें।
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FAQ
मेटाबॉलिज्म स्लो होने के क्या संकेत हैं?
अगर आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो गया है तो इसके कारण वजन जल्दी बढ़ना, थकान, कब्ज, ठंड लगना, बाल झड़ना और स्किन ड्राईनेस जैसी दिक्कतें होने लगती हैं।क्या ज्यादा पानी पीने से मेटाबॉलिज्म बढ़ता है?
पर्याप्त पानी पीने से शरीर में डिहाइड्रेशन नहीं होता और पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।क्या उम्र बढ़ने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है?
उम्र के साथ मांसपेशियों का घनत्व कम होने लगता है और हार्मोनल बदलाव आते हैं, जिससे मेटाबॉलिक रेट घट सकता है, लेकिन एक्सरसाइज और सही डाइट से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
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Nov 03, 2025 14:25 IST
Published By : Akanksha Tiwari