
सेहतमंद जीवन जीने के लिए हमारे शरीर की अंदरूनी प्रक्रियाओं का संतुलन बहुत जरूरी है और इसमें सबसे अहम भूमिका निभाता है मेटाबॉलिज्म। मेटाबॉलिज्म वह प्रक्रिया है जिसके जरिए हमारा शरीर भोजन को एनर्जी में बदलता है। यह न केवल हमारे वजन को कंट्रोल करता है, बल्कि हमारी एनर्जी, पाचन, हार्मोन बैलेंस और इम्यून सिस्टम पर भी गहरा असर डालता है। हर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म एक जैसा नहीं होता। कुछ लोगों का मेटाबॉलिज्म बहुत धीमा होता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है, थकान बनी रहती है और पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है। वहीं कुछ लोगों का मेटाबॉलिज्म बहुत तेज होता है, जिससे भले ही वजन न बढ़े, लेकिन शरीर में पोषक तत्वों की कमी, नींद की गड़बड़ी और मानसिक बेचैनी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज (Dr. Sudhir Kumar Bhardwaj, General Physician, Sant Bhagat Singh Maharaj Charitable Hospital, NIT Faridabad) से जानिए, तेज मेटाबॉलिज्म के क्या लक्षण होते हैं?
तेज मेटाबॉलिज्म के क्या लक्षण होते हैं? - Fast Metabolism Symptoms
डॉक्टर बताते हैं कि फास्ट मेटाबॉलिज्म के कुछ आम लक्षण होते हैं, जिन्हें अगर सही समय पर पहचाना जाए तो स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है। इनमें सबसे प्रमुख लक्षण है जरूरत से ज्यादा भूख लगना। ऐसे लोग सामान्य से ज्यादा बार और ज्यादा मात्रा में खाना खाते हैं, फिर भी उनका वजन नहीं बढ़ता। इसके साथ ही बार-बार पेशाब आना, अत्यधिक पसीना आना और तेज दिल की धड़कन भी इसके संकेत हो सकते हैं।
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1. वजन न बढ़ना या अचानक घट जाना
फास्ट मेटाबॉलिज्म वाले लोगों का वजन अक्सर सामान्य से कम होता है या तेजी से घटता है, भले ही वे भरपूर भोजन कर रहे हों। अगर बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज के वजन अचानक कम हो रहा हो, तो यह शरीर के अंदर चल रहे असंतुलन का संकेत हो सकता है। ऐसे में थायरायड या अन्य हार्मोनल जांच करवाना जरूरी हो जाता है।
2. बेचैनी
तेज मेटाबॉलिज्म के कारण शरीर में एनर्जी का लेवल अधिक बना रहता है, जिससे व्यक्ति में हाइपरनेस देखी जा सकती है। ऐसे लोग अक्सर बेचैन रहते हैं, नींद में कमी होती है और लंबे समय तक एक जगह बैठना मुश्किल लगता है। यह मानसिक थकावट और चिंता का कारण भी बन सकता है।
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3. त्वचा और बालों पर असर
फास्ट मेटाबॉलिज्म का असर त्वचा और बालों पर भी दिखाई देता है। ऐसे लोगों की त्वचा आमतौर पर गरम और कभी-कभी चिपचिपी रहती है। बालों का झड़ना या पतला होना भी एक संकेत हो सकता है कि शरीर का मेटाबॉलिज्म असामान्य रूप से तेज है और पोषक तत्वों को ठीक से अवशोषित नहीं कर पा रहा।
4. नींद और थकान की समस्या
फास्ट मेटाबॉलिज्म वाले लोगों में एनर्जी की अधिकता देखी जाती है, लेकिन यह हमेशा फायदेमंद नहीं होता। लगातार एक्टिव रहने की स्थिति में शरीर को पूरी तरह से आराम नहीं मिल पाता, जिससे नींद की क्वालिटी घट जाती है और सुबह उठते ही थकान महसूस होती है। यह लंबे समय में इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर सकता है।
अक्सर लोग सोचते हैं कि वजन न बढ़ना अच्छा संकेत है, लेकिन जरूरत से ज्यादा फास्ट मेटाबॉलिज्म शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह मांसपेशियों के कमजोर होने, पोषक तत्वों की कमी और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। इससे इम्यून सिस्टम भी कमजोर पड़ सकता है, जिससे इंफेक्शन और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आपको लगता है कि आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म असामान्य रूप से तेज है, तो सबसे पहले डॉक्टर से संपर्क करें। समय पर जांच और इलाज से इसके प्रभावों को कंट्रोल किया जा सकता है।
निष्कर्ष
हर शरीर की जरूरत और प्रक्रिया अलग होती है। फास्ट मेटाबॉलिज्म को हमेशा वरदान समझना गलत है। अगर इसके लक्षण दिखें, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लें और अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझें।
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Oct 25, 2025 18:00 IST
Published By : Akanksha Tiwari