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मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने से क्या नुकसान हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

शरीर में भोजन से एनर्जी को बनाने का काम मेटाबॉलिज्म द्वारा किया जाता है। ज्यादातर मोटापे से ग्रसित व्यक्ति मेटाबॉजिल्म को तेज करना चाहते हैं। लेकिन, क्या मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने से कुछ समस्याएं भी हो सकती हैं? आगे जानते हैं इस बारे में।
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मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने से क्या नुकसान हो सकते हैं? डॉक्टर से जानें

आप जो कुछ भी खाते हैं, उसे एनर्जी में बदलने का काम मेटाबॉलिज्म द्वारा किया जाता है। मोटापा और अधिक वजन वालों का मेटाबॉलिज्म ज्यादातर मामलों में स्लो होता है। इससे कलौरी बर्न होने में समय लगता है और फैट भी शरीर में ही जमने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को मोटापे की समस्या का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि ज्यादातर लोग तेज मेटाबॉलिज्म को अच्छा मानते है। लेकिन, क्या आप इस बात को जानते हैं कि मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने से सेहत पर कुछ संकेत देखे जा सकते हैं। इस लेख में अपोलो स्पेक्ट्रा के इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉक्टर आदित्य देशमुख से जानते हैं कि मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने से क्या समस्याएं हो सकती हैं? 

मेटाबॉलिज्म क्या है? - What is Metabolism in Hindi

मेटाबॉलिज्म शरीर की वह प्रक्रिया है जिससे हम जो भी खाना खाते हैं, वह ऊर्जा में परिवर्तित होता है। इसमें दो प्रकार की क्रियाएं होती हैं, जिसमें कैटबोलिज्म और एनाबोलिज्म को शामिल किया जाता है। कैटाबॉलिज्म में भोजन को छोटे-छोटे तत्वों में तोड़कर ऊर्जा बनाई जाती है। जबकि, एनाबोलिज्म में एनर्जी को शरीर की रिपेयर और निर्माण कार्यों में प्रयोग होती है। जब किसी व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म अधिक तेज हो जाता है, तो इससे उसके शरीर में एनर्जी की खपत तेजी से होती है। हालांकि, यह आपको फायदेमंद लग सकता है, लेकिन लंबे समय तक इसके भी कुछ नुकसान हो सकते हैं। 

मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होने के नुकसान - Some Disadvantages Of High Metabolism In Hindi 

वजन बढ़ने में कठिनाई

उच्च मेटाबॉलिज्म वाले लोग चाहे जितना भी खाएं, उनका वजन नहीं बढ़ता। यह उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है, खासकर अगर उन्हें मांसपेशियां बढ़ानी हों या किसी खास मेडिकल कंडीशन के कारण वजन बढ़ाना जरूरी हो, तो उनको परेशानी हो सकती है। हाई मेटाबॉलिज्म के कुछ लोगों का बीएमआई कम हो सकता है, जो इम्यूनिटी को प्रभावित कर सकता है। 

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बार-बार भूख लगना और थकान

हाई मेटाबॉलिज्म के कारण शरीर जल्दी एनर्जी खपत कर लेता है, जिससे व्यक्ति को दिनभर बार-बार भूख लगती है। यह स्थिति मानसिक रूप से परेशान कर सकती है और थकान का कारण बन सकती है।

एनर्जी में असंतुलन

एनर्जी तेजी से बर्न करने के कारण शरीर थकान महसूस कर सकता है, खासकर तब जब व्यक्ति पर्याप्त कैलोरी न ले रहा हो। यह स्टूडेंट्स और खिलाड़ियों को प्रभावित कर सकता है। 

मसल्स लॉस

हाई मेटाबॉलिज्म के चलते अगर शरीर को पर्याप्त पोषण न मिले, तो वह एनर्जी के लिए मांसपेशियों को ब्रेक करना शुरू कर देता है। इससे शरीर कमजोर और दुबला होता जाता है।

हॉर्मोनल असंतुलन

कुछ मामलों में हाई मेटाबॉलिज्म थायरॉइड ग्लैंड की अतिसक्रियता (हाइपरथायरॉइडिज्म) के कारण होता है, जिससे शरीर में हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। यह नींद और मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकता है।

इसे भी पढ़ें: मेटाबॉलिज्म क्या है? जानें इसे बढ़ाने के टिप्स

यदि, किसी का मेटाबॉलिज्म ज्यादा तेज होता है, तो इससे ऊपर बताए कुछ नुकसान देखने को मिल सकते हैं। ऐसे में व्यक्ति को डाइट में नट्स, घी, दूध, दलिया आदि शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा, एक बार में अधिक खाने की जगह पर आप स्मॉल मिल लेना शुरु करें। इसके साथ ही, योग और प्राणायाम से आप शरीर के कार्यों को बैलेंस कर सकते हैं। यदि किसी तरह की गंभीर समस्या या संकेत दिखाई दें तो  ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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