Expert

क्या वाकई रात में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है? जानें एक्सपर्ट से

रात के समय मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। जितना एक्टिव आपका मेटाबॉलिज्म सुबह उठने के बाद होता है और दोपहर के समय रहता है उस हिसाब से रात में यह काफी धीमा हो जाता है। 
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या वाकई रात में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है? जानें एक्सपर्ट से


Does Your Metabolism Slow Down at Night in Hindi: स्वस्थ रहने के लिए एक अच्छा मेटाबॉलिज्म बेहद जरूरी होता है। मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का कारण बनती है। मेटाबॉलिज्म खराब होने से आपको पाचन संबंधी समस्याएं होने के साथ ही थकान और वजन बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि रात में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो इसके लिए इस लेख को जरूर पढ़ें। यह बात सही है कि रात में सोते समय मेटाबॉलिज्म सामान्य से धीमा हो जाता है, लेकिन कितना कम और क्यों कम होता है यह हम इस लेख के माध्यम से जानेंगे।

हालांकि, मेटाबॉलिज्म धीमा होने के पीछे अन्य भी कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। डिहाइड्रेशन, पर्याप्त नींद नहीं लेने के साथ-साथ ज्यादा तनाव लेने से भी मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ सकता है। इस बारे में अधिक जानकारी लेने के लिए हमने दिल्ली की डाइटिशियन प्राची छाबरा से बातचीत की। आइए जानते हैं रात में मेटाबॉलिज्म धीमा होता है या नहीं? (Kya Rat me Metabolism Kam Ho Jata Hai)

क्या रात में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है? (Does Metabolism Slow Down at Night in Hindi)

एक्सपर्ट के मुताबिक यह बात सही है कि रात के समय मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी पड़ (Causes of Slow Metabolism in Hindi) जाती है। जितना एक्टिव आपका मेटाबॉलिज्म सुबह उठने के बाद होता है और दोपहर के समय रहता है उस हिसाब से रात में यह काफी धीमा हो जाता है। दरअसल, नींद के दौरान बिलकुल शारीरिक गतिविधियां नहीं होती हैं, जिसके चलते मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है।

हालांकि, ऐसा नहीं है कि रात के समय मेटाबॉलिज्म बिलकुल काम करना बंद कर देता है, बल्कि केवल रात के लिए मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। सुबह उठने के बाद मेटाबॉलिज्म फिर से अपनी दिनर्चा के हिसाब से बढ़ने लगता है। 

canmetabolismslowsatnight-insde

रात में क्यों धीमा होता है मेटाबॉलिज्म? (Why Do Metabolism Slows at Night in Hindi)

रात में मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। दरअसल, रात में मेटाबॉलिज्म इसलिए कमजोर होता है क्योंकि सोने के दौान शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन मेटाबॉलिज्म को प्रभावित (Can Hormone Affect Metabolism in Hindi) कर सकते हैं। इसके अलावा रात में आपकी शारीरिक गतिविधियां भी बिलकुल कम होती हैं और शरीर का तापमान भी आमतौर पर कम होता है।

इसके चलते मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। कई बार अच्छी और गहरी नींद नहीं आने के कारण भी आपका मेटाबॉलिज्म कम हो सकता है। इस दौरान आपकी एनर्जी काफी कम रहती है। 

मेटाबॉलिज्म धीमा होने के कारण (Causes of Slow Metabolism in Hindi)

  1. मेटाबॉलिज्म कम होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं।
  2. अगर आप पर्याप्त नींद नहीं ले रहे हैं या ज्यादा तनाव ले रहे हैं तो मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ सकता है।
  3. मेटाबॉलिज्म धीम या कमजोर होने के पीछे शारीरिक गतिविधियों की कमी भी एक बड़ा कारण मानी जाती है।
  4. अगर आप खराब डाइट जैसे जंक और प्रोसेस्ड फूड्स ले रहे हैं तो इससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है।
  5. इसके साथ ही उम्र बढ़ने पर या कई बार अनुवांशिक कारणों से भी मेटाबॉलिज्म धीम हो सकता है।
  6. हार्मोनल इंबैलेंस भी मेटाबॉलिज्म कम होने का एक कारण माना जाता है। 

मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए क्या करना चाहिए? (How to Boost Metabolism in Hindi)

  1. मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए आपको अपनी डाइट में फल, सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स आदि शामिल करना चाहिए।
  2. इसके लिए आपको अपनी शारीरिक गतिविधियों को बढ़ाना चाहिए।
  3. ऐसे में भरपूर नींद लेने के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में पानी भी पीना चाहिए।
  4. इसके लिए आपको स्ट्रेस और एंग्जाइटी को कम करने की जरूरत है।
  5. इसके लिए एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, साइकिलिंग और एरोबिक्स एक्सरसाइज करें।
  6. इसके लिए आपको प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों का भी सेवन करना चाहिए।

FAQ

  • क्या सोने से आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है?

    जी हां, सोने से मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। लेकिन, ऐसा केवल ज्यादा सोने पर होता है। अगर आप सीमित मात्रा में सोते हैं तो इससे मेटाबॉलिज्म अच्छा रहता है।
  • क्या रात में खाने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है?

    अगर आप रात में ज्यादा खाना खाते हैं या अधिक कैलोरी लेते हैं तो इसका असर मेटाबॉलिज्म पर पड़ सकता है। कई बार रात में ओवरईटिंग करने से भी मेटाबॉलिज्म कम हो सकता है।
  • मेटाबॉलिज्म किस समय सबसे अच्छा होता है?

    मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया सबसे अच्छी आमतौर पर सुबह सोकर उठने के बाद होता है। सुबह 6 से 10 बजे के बीच आपका मेटाबॉलिज्म काफी अच्छा रहता है।

 

 

 

Read Next

थायराइड ग्लैंड रिमूव करने के बाद कैसे करें वजन कम? अपनाएं डॉक्टर के बताए ये 4 टिप्स

Disclaimer