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ओमेगा-3 की कमी के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर, जानें इसके लक्षण

शरीर में ओमेगा-3 की कमी के कारण शरीर के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। आइए इस लेख में जानते हैं कि ओमेगा-3 की कमी होने पर मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े क्या लक्षण नजर आते हैं?
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ओमेगा-3 की कमी के कारण मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है बुरा असर, जानें इसके लक्षण

आज के समय में लोग अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को लेकर भी काफी सतर्क हो गए हैं। किसी भी व्यक्ति के हेल्दी रहने के लिए जितना महत्वपूर्ण शारीरिक तौर पर रहना है, उतना ही जरूरी मानसिक तौर पर भी फिट रहना है। लोग मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को अक्सर काम के प्रेशर, घर की परेशानियों और अन्य कारणों को मानते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है कि मानसिक स्वास्थ्य का खराब होना आपके खानपान की आदतों पर भी निर्भर करता है। जी हां, लिसुन में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट अभय श्रीवास्तव की माने तो हमारे शरीर में ओमेगा-3 की कमी के कारण भी मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आइए इस लेख में हम विस्तार से जानते हैं कि ओमेगा-3 की कमी मानसिक स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है और इसके क्या लक्षण हैं?


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ओमेगा-3 की कमी का मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े लक्षण

साइकोलॉजिस्ट अभय श्रीवास्तव के अनुसार, शरीर में ओमेगा-3 की कमी के कारण सबसे पहले मूड में अस्थिरता, चिड़चिड़ापन, बेचैनी और तनाव बढ़ने की समस्या दिखाई देती है। इस पोषक तत्व की कमी के कारण व्यक्ति आसानी से भावनात्मक रूप से कमजोर हो सकता है। कई रिसर्च बताते हैं कि शरीर में ओमेगा-3 की कमी डिप्रेशन, एंग्जायटी, मानसिक थकान, ओवरथिंकिंग और नींद में समस्या की संभावना को बढ़ाता है। इसके अलावा, संज्ञानात्मक स्तर पर ध्यान में गिरावट, निर्णय लेने की क्षमता में कमी और जल्दी मानसिक थकान भी होना काफी आम बात है।

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अलग-अलग उम्र में ओमेगा-3 का मानसिक स्वास्थ्य पर असर

साइकोलॉजिस्ट अभय श्रीवास्तव का कहना है कि हर उम्र के अनुसार व्यक्ति के शरीर में ओमेगा-3 की कमी का मानसिक स्वास्थ्य पर अलग-अलग तरह से असर पड़ता है, आइए जानते हैं कैसे-

बच्चों में

बच्चों में ओमेगा-3 की कमी के कारण बेचैनी, ध्यान न लगा पाना, आक्रामकता, सीखने की गति धीमी होना और भावनाओं को कंट्रोल करने में मुश्किल देखी जा सकती है। ऐसे बच्चों में ADHD जैसे लक्षण काफी तेजी से बढ़ सकते हैं।

बड़ों में

युवाओं में ओमेगा-3 की कमी के कारण मूड स्विंग, डिप्रेशन, एंग्जाइटी, मानसिक स्पष्टता में कमी, लगातार तनाव महसूस होना, चिड़चिड़ापन और नींद की गुणवत्ता खराब होना जैसी समस्याएं हो सकती है। इसके साथ ही, वर्कप्लेस पर प्रोडक्टिविटी भी प्रभावित हो सकती है।

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वरिष्ठ नागरिकों में

बुजुर्गों में ओमेगा-3 की कमी के कारण उनकी याददाश्त कमजोर हो सकती है, मानसिक चपलता कम होती है, निर्णय लेने की क्षमता धीमी पड़ने लगती है और डिमेंशिया का जोखिम बढ़ सकता है। इसके साथ ही भावनात्मक अस्थिरता और थकान भी ओमेगा-3 की कमी के कारण बुजुर्गों में ज्यादा देखने को मिलती है।

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शरीर में ओमेगा-3 की कमी के संकेत

साइकोलॉजिस्ट अभय श्रीवास्तव के मुताबिक, ओमेगा-3 की कमी के शुरुआती संकेत हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं, जैसे-

  • लगातार थकान महसूस होना
  • स्किन का बहुत ज्यादा ड्राई होना
  • मन का बेचैन रहना
  • फोकस करने में मुश्किल होना
  • बालों का रूखापन बढ़ना
  • बार-बार उदास महसूस होना
  • बिना कारण चिड़चिड़ापन बढ़ना

ओमेगा 3 की कमी कैसे पूरी करें?

शरीर में ओमेगा-3 की कमी पूरी करने के लिए आप  साइकोलॉजिस्ट अभय श्रीवास्तव के बताएं इन टिप्स को फॉलो करें-

  • डाइट में फैटी फिश जैसे सैल्मन और सार्डिन शामिल करें
  • अखरोट
  • अलसी के बीज और चिया सीड्स खाएं
  • सोया और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें

निष्कर्ष

ओमेगा-3 की कमी का सीधा कनेक्शन आपके मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा है। इसलिए, इस पोषक तत्व की कमी के कारण तनाव, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि समस्याएं होना आम बात है। ऐसे में ओमेगा-3 की कमी पूरी करने के लिए आप अपनी डाइट में अखरोट, अलसी की बीज, चिया सीड्स, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल कर सकते हैं और अगर आपके शरीर में ओमेगा-3 बहुत ज्यादा कम है तो आप डॉक्टर की सलाह पर ओमेगा-3 सप्लीमेंट भी ले सकते हैं।

Image Credit: Freepik

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FAQ

  • ओमेगा 3 कैसे बढ़ाएं?

    ओमेगा-3 बढ़ाने के लिए आप वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल, अखरोट, अलसी और चिया सीड्स जैसे फूड्स का सेवन कर सकते हैं।
  • ओमेगा 3 कौन से फल में पाया जाता है?

    ओमेगा-3 कुछ फलों में थोड़ी मात्रा में पाया जाता है, जिसमें एवोकाडो, बेरी, कीवी और संतरे। हालांकि ओमेगा-3 का सबसे अच्छा सोर्स फल नहीं, बल्कि अखरोट, अलसी के बीज और चिया सीड्स शामिल कर सकते हैं।
  • ओमेगा 3 की कमी से कौन सी बीमारी होती है?

    ओमेगा-3 की कमी से स्किन ड्राई होना, बालों और नाखूनों का कमजोर होना, जोड़ों में दर्द, थकान और फोकस में कमी जैसी समस्याएं बढ़ जाती है। 

 

 

 

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  • Dec 03, 2025 09:23 IST

    Published By : Katyayani Tiwari

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