Low Levels of Calcium And Magnesium Can Affect Brain in Hindi: शरीर में पोषक तत्वों की कमी होना सेहत से जुड़ी कई समस्याओं का कारण बनती है। स्वस्थ रहने के लिए सभी पोषक तत्वों का बैलेंस रहना जरूरी होता है। दरअसल, पोषक तत्व शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने के साथ-साथ लंबे समय तक आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद करता है। इसके लिए आपको आयरन, विटामिन-डी, विटामिन-सी, फोलेट और जिंक आदि से भरपूर आहार लेने चाहिए, जिससे पोषक तत्वों की कमी पूरी हो सके। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी होने से दिमाग के फंक्शन्स पर बुरा असर पड़ सकता है।
क्या कहती है स्टडी?
Journal Nutrients में छपी इस स्टडी के मुताबिक कैल्शियम और मैग्नीशियम की कमी का सीधा संबंध कॉग्निटिव फंक्शन्स से है। जिन लोगों में इन माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी होती है, उनमें सोचने-समझने और कुछ नया सीखने की क्षमता कम हो जाती है। हालांकि, 60 साल से उपर के लोगों में यह समस्या अधिक देखी जाती है। वहीं, स्टडी कहती है कि डाइट में मैग्नीशियम को शामिल करते हैं, उन लोगों के ब्रेन के फंक्शन्स बेहतर होते हैं और सुचारू रूप से काम करते हैं। पहले कॉग्निटिव फंक्शन्स में गड़बड़ी होना केवल बुजुर्ग लोगों में ही देखे जाते थे, लेकिन अब इसके मामले युवाओं में भी बढ़ रहे हैं।
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ब्रेन के लिए कैसे फायदेमंद होते हैं मैग्नीशियम और कैल्शियम?
स्टडी के मुताबिक कैल्शियम और मैग्नीशियम मेंटल हेल्थ के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। इन पोषक तत्वों को डाइट में शामिल करने से ब्रेन का विकास अच्छी गति से होता है। इन पोषक तत्वों को शामिल करने से न्यूरोट्रांसमिटर एक्टिवेट होते हैं साथ ही साथ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर से बचाव होता है। इससे कॉग्निटिव फंक्शन्स में सुधार होता है, जिससे मेमोरी पावर बढ़ने के साथ कुछ सीखने-समझने की क्षमता भी तेज होती है। इससे काफी हद तक डिमेंशिया और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से भी राहत मिलती है।