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सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है मालाबार नट, डाइट में करें शामिल

सर्दियों का ठंडा मौसम कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। यहां जानिए, इस मौसम में सेहतमंद रहने के लिए मालाबार नट के फायदे और सेवन का तरीका।
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सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है मालाबार नट, डाइट में करें शामिल


आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में शरीर की वात और कफ दोष बढ़ जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं का मुख्य कारण बनते हैं। लेकिन आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय मौजूद हैं जो सर्दियों के दौरान स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां जैसे मालाबार नट (वासा), अदरक, हल्दी, तुलसी और अश्वगंधा सर्दियों में इम्यूनिटी को बढ़ाने और बीमारियों से बचाव करने में सहायक होते हैं। मालाबार नट, जिसे वासा, अडूसा या अधाटोडा के नाम से भी जाना जाता है, एक औषधीय पौधा है। यह श्वसन तंत्र की समस्याओं, खांसी, सर्दी और ब्रोंकाइटिस के लिए बहुत प्रभावी उपाय है। इस लेख में आयुर्वेदिक डॉक्टर रेखा राधामोनी से जानिए, मालाबार नट के फायदे और उपयोग के तरीके।

मालाबार नट के फायदे - Malabar Nut Health Benefits

  • मालाबार नट में प्राकृतिक कफोत्सारक गुण होते हैं, जो बलगम को कम करने में मदद करते हैं। यह खांसी, सर्दी और ब्रोंकाइटिस जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है।
  • मालाबार नट के पत्ते क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस और ऊपरी श्वसन तंत्र संक्रमण के लिए उपयोगी हैं।
  • इसके नियमित सेवन से अत्यधिक बलगम कम होता है और सांस लेने में आसानी होती है।
  • मालाबार नट के पत्तों का रस रक्तस्राव को रोकने में सहायक होता है।
  • मालाबार नट लिवर को डिटॉक्स करने और उसकी कार्यक्षमता सुधारने में सहायक है।
  • मालाबार नट के पत्तों का लेप त्वचा रोगों में लाभदायक है।
  • मासिक धर्म के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग में मालाबार नट का सेवन राहत प्रदान करता है।

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Malabar Nut benefits

मालाबार नट का उपयोग कैसे करें - How to Use Malabar Nut

आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. रेखा राधामोनी के अनुसार, वासा यानी मालाबार नट का उपयोग करना आसान और सुरक्षित है। डॉ. रेखा राधामोनी के अनुसार, वासा के पत्तों को इकट्ठा करके छाया में 3-4 दिनों तक सुखाएं। सुखाने के बाद इन्हें हल्का भूनकर पाउडर बना लें। इस पाउडर का 3 ग्राम मात्रा में आधा चम्मच शुद्ध शहद के साथ दिन में 2-3 बार सेवन करें। यदि शुद्ध शहद उपलब्ध नहीं है, तो मिश्री के साथ भी इसे लिया जा सकता है। यह मिश्रण बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उपयुक्त है। यदि शुद्ध शहद उपलब्ध नहीं है, तो मिश्री का उपयोग किया जा सकता है। गर्भवती महिलाओं को वासा के सेवन से पहले चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। यह औषधि निर्धारित मात्रा में ही लेनी चाहिए।

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अगर आप भी सर्दियों में बीमारियों से बचना चाहते हैं और अपनी सेहत को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर प्राकृतिक तरीके से अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें। यह न केवल आपको बीमारियों से बचाएगा, बल्कि आपको सर्दियों का आनंद लेने के लिए फिट और एनर्जेटिक भी बनाएगा।

निष्कर्ष

मालाबार नट या वासा एक बहुउपयोगी औषधीय पौधा है, जो विशेषकर श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों में बेहद लाभकारी है। आयुर्वेद में इसके उपयोग की प्राचीन परंपरा है। सही मात्रा और विधि से इसका सेवन विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं में राहत प्रदान कर सकता है। इसके अलावा, आयुर्वेद में सही खानपान और दिनचर्या का पालन करने पर भी जोर दिया गया है। इस मौसम में गर्म पेय जैसे अदरक की चाय, हल्दी वाला दूध और तुलसी का काढ़ा पीना और शरीर को गर्म रखने के लिए तेल मालिश करना फायदेमंद हो सकता है।

 

 

 

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All Images Credit- Freepik

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