अगर आप वजन कम करना चाहते हैं तो लो फैट डाइट के बारे में आपने जरूर सुना होगा। यह डाइट आपकी सेहत के लिए कई तरह से लाभदायक मानी जाती है। इस डाइट में हानिकारक फैट्स नहीं होते। जिसके कारण आपका कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर और इन्फ्लेमेशन संतुलित रह पाने में मदद मिलती है। अगर आप पूरी तरह से स्वस्थ हैं तो ही इस डाइट का पालन करें। आकाश हेल्थकेयर, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सीनियर डाइटिशियन डॉक्टर अनुजा गौर के अनुसार लो फैट डाइट वजन कम करने में सहायक है, लेकिन इसके लिए आपको पूरी तरीके से सही डाइट जैसे कि अनसैचुरेटेड, सैचुरेटेड और ट्रांस फैट्स इंटेक पर ध्यान देना होगा। अगर आप बहुत अधिक मात्रा में ट्रांस फैट्स खाते हैं तो उस से वजन कम नहीं हो पाएगा। एक सबसे जरूरी ध्यान देने वाली बात यह है कि यदि आप जीरो कैलोरी ड्रिंक पीते हैं तो उनमें जीरो कैलोरी होने के बावजूद भी पोषक तत्वों की मात्रा नहीं होती। साथ ही वे ट्रांस फैट रिफाइंड शुगर आदि से भरपूर होते हैं, जो कि शरीर के लिए नुकसानदायक हैं।
क्या है लो फैट डाइट (What Is Low Fat Diet)
लो फैट डाइट में आपके रोजाना की डाइट से फैट की मात्रा को कम किया जाता है। इस डाइट में आपके खाने की 12%-15% कैलोरीज़ ही फैट से पूरी होनी चाहिए, जोकि बहुत कम है। इस डाइट में दस प्रतिशत सैचुरेटेड फैट, एक प्रतिशत ट्रांस फैट भी शामिल होते हैं। अगर आप किसी शारीरिक स्थिति से जूझ रहे हैं तो अपने डाइट प्लान में फैट की मात्रा और स्रोतों को जरूरत के मुताबिक ले सकते हैं।
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लो फैट डाइट में कौन सी चीजें शामिल करनी चाहिए (What To Include In Low Fat Diet)
1. हेल्दी फैट्स
इस श्रेणी में आप ऑलिव ऑयल, एवोकाडो ऑयल, अखरोट, बादाम, पिस्ता, चिया सीड, अलसी के बीज, पीनट बटर, बादाम का बटर, पपीता और घी आदि को शामिल कर सकते हैं।
2. प्रोटीन
मछली, स्किनलेस चिकन ब्रेस्ट, अंडे, मशरूम, टोफू, सोयाबीन, सोया चंक, लेंटिल्स, राजमा, स्प्राउट, काबुली चना, बंगाल ग्राम और मटर का सेवन प्रोटीन के लिए कर सकते हैं।
3. डेयरी
लो फैट मिल्क, लो फैट दही, लो फैट चीज। अगर वजन कम करना चाहते हैं तो फुल फैट डेयरी का सेवन करें। अपने डायटिशियन से भी इसके बारे में बात कर सकते हैं।
4. सब्जी
गाजर, ब्रोकली, पत्ता गोभी, चुकंदर, बोक चाय, स्केलियन, मूली, केल, पालक, टमाटर, घीया, खीरा, करेला, प्याज, ओकरा, बैंगन, चैरी टोमाटो।
5. फल
फलों में एवोकाडो, सेब, अनानास, आडू, नाशपाती, संतरे, नींबू, किन्नू का सेवन कर सकते हैं।
6. पेय पदार्थ
पानी, घर पर बनाया हुआ छाछ, ग्रीन टी, हर्बल टी, ब्लैक कॉफी, ताजा फलों का जूस और चीनी मुक्त स्मूदी आदि।
7. हर्ब्स और मसाले
सिलेंट्रो, ओरेगेनो, अदरक, लहसून, सौंफ, जीरा, धनिया, हल्दी, दालचीनी, केसर, चिली फ्लैक, तुलसी आदि।
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लो फैट डाइट में किन चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए (Food To Avoid)
- जंक फूड
- फ्राइड फूड, फ्रोजन फूड, जीरो कैलोरी ड्रिंक, सोडा, रिफाइंड शुगर और प्रोसेस किए गए खाद्य पदार्थ।
- प्रोटीन
- बीफ और पोर्क का फैटी पार्ट।
- डेयरी
- क्रीम चीज़, हाई फैट मिल्क
- पेय पदार्थ
- पैकेज फ्रूट जूस, पैक्ड स्मूदी, सोडा, डाइट सोडा, पैक्ड छाछ।
लो फैट डाइट और लो कार्ब डाइट में कौन सा बेस्ट है (Low Fat vs Low Carbs)
लो कार्ब डाइट में वजन कम होने के साथ साथ एलडीएल यानी बुरा कोलेस्ट्रॉल कम होता है और अच्छा यानी एचडीएल लेवल में वृद्धि होती है। अगर हृदय रोगों का रिस्क कम करना चाहते हैं और वजन घटाना चाहते हैं तो लो कार्ब डाइट ही बेस्ट रहती है।लो फैट डाइट से मेटाबॉलिक सिंड्रोम का खतरा बढ़ सकता है। लो फैट डाइट में एचडीएल लेवल कम होता है। दोनों डाइट के अपने लाभ और नुकसान हैं। हर व्यक्ति के शरीर पर इनके नतीजे अलग-अलग देखने को मिलते हैं। इसलिए अपने लिंग, उम्र और शारीरिक स्थिति देखने के बाद ही किसी एक डाइट का चुनाव करें।
अगर आप लो फैट डाइट का पालन लम्बे समय तक करते हैं तो इससे शरीर में हेल्दी फैट की भी कमी होने लगती है जोकि अच्छा नहीं। इसलिए इसका पालन कुछ ही समय तक करें।असल में शरीर को कुछ मात्रा में फैट की भी जरूरत होती है। अगर आप इस फैट से वंचित रह जाते हैं तो आपको कुछ शारीरिक स्थिति देखने को मिल सकती है।
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