Expert

लो-कार्ब डाइट क्या है और यह कैसे मदद करती है? जानें इसके फायदे और सावधानियां

आजकल हेल्थ और फिटनेस के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण लो-कार्ब डाइट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यहां जानिए, लो-कार्ब डाइट क्या है?
  • SHARE
  • FOLLOW
लो-कार्ब डाइट क्या है और यह कैसे मदद करती है? जानें इसके फायदे और सावधानियां


आजकल हेल्थ और फिटनेस के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण लो-कार्ब डाइट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। वजन घटाने और शरीर में ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने के लिए यह डाइट खासतौर पर फायदेमंद मानी जाती है। लो-कार्ब डाइट में मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा को सीमित कर दिया जाता है, जिससे शरीर ऊर्जा के लिए फैट और प्रोटीन का उपयोग करने लगता है। लो-कार्ब डाइट की खास बात यह है कि इसे अपनाने पर इंसुलिन का लेवल कम होता है, जिससे शरीर अधिक फैट बर्न करने लगता है। इसके अलावा, इस डाइट से भूख का अहसास भी कम होता है, जो वजन घटाने की प्रक्रिया को सरल बनाता है। इस लेख में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कीटो कोच राहुल कामरा से जानिए, लो-कार्ब डाइट क्या है?

लो-कार्ब डाइट क्या है?

लो-कार्ब डाइट का मतलब है कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करना। कार्बोहाइड्रेट आमतौर पर अनाज, फल, दूध और सब्जियों में पाए जाते हैं। जब हम कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करते हैं, तो शरीर ऊर्जा के लिए फैट और प्रोटीन का उपयोग करने लगता है।

लो-कार्ब डाइट के फायदे

  • लो-कार्ब डाइट का सबसे बड़ा फायदा वजन घटाने में होता है। जब आप कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करते हैं, तो शरीर में इंसुलिन का स्तर कम होता है, जिससे फैट में कमी आती है।
  • यह डाइट डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होती है। कम कार्बोहाइड्रेट का सेवन करने से ब्लड शुगर का लेवल कंट्रोल में रहता है।
  • जब आप कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करते हैं, तो आपका शरीर फैट को ऊर्जा में परिवर्तित करना शुरू करता है, जिससे ऊर्जा स्तर में वृद्धि होती है।
  • लो-कार्ब डाइट का पालन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) का स्तर कम हो सकता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए लाभदायक होता है।
  • हाई फैट और प्रोटीन युक्त आहार भूख को कम करने में मदद करता है, जिससे आप कम मात्रा में भोजन कर सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: प्रेग्नेंसी में कुंदरू खाने से सेहत को मिलते हैं ये 5 जबरदस्त फायदे, जरूर करें डाइट में शामिल

लो-कार्ब डाइट के लिए कुछ सावधानियां

  • कम कार्ब्स वाले आहार में फाइबर की मात्रा कम हो सकती है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है। इसलिए सब्जियां, सलाद और फाइबर युक्त फल लें।
  • सिर्फ कम कार्ब्स का सेवन करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि सही और पौष्टिक भोजन चुनना जरूरी है। ताजे फल, सब्जियां और हाई-क्वालिटी प्रोटीन चुनें।
  • लो-कार्ब डाइट से शरीर में पानी की कमी हो सकती है, इसलिए रोजाना अधिक पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें।
  • यदि आप लो-कार्ब डाइट को लंबे समय तक अपनाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाएं।

इसे भी पढ़ें: फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं ये 10 फूड आइटम, आज ही बनाएं इससे दूरी

Low carb diet

किन्हें लो-कार्ब डाइट नहीं अपनानी चाहिए?

  1. जो लोग किडनी या लीवर से जुड़ी समस्याओं से पीड़ित हैं, उन्हें इस डाइट को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
  2. गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं इस डाइट से बचें। ऐसा इसलिए, क्योंकि उन्हें सही बैलेंस डाइट की जरूरत होती है।

निष्कर्ष

लो-कार्ब डाइट वजन घटाने और स्वास्थ्य सुधारने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, लेकिन इसे अपनाते समय सही जानकारी और बैलेंस डाइट का ध्यान रखना जरूरी है। लो-कार्ब डाइट में क्वालिटी का ध्यान रखें।

 

 

 

View this post on Instagram

A post shared by Ketorets (@ketorets)

All Images Credit- Freepik

 

Read Next

फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं ये 10 फूड आइटम, आज ही बनाएं इससे दूरी

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version