आपकी डाइट का असर आपकी सेहत पर देखने को मिलता है। भोजन में पौष्टिक डाइट लेने से आपको कई बीमारियों से बचाव होता है। लेकिन, आज के समय कामकाज के चलते लोगों को खाने का समय ही नहीं मिल पाता है। इसका सीधा प्रभाव सेहत पर पड़ता है। वहीं, दूसरी ओर, कई तरह की फिटनेस डाइट लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही है। ऐसे में कई लोगों द्वारा डाइट से कार्बोहाइइड्रेट को हटाया (Zero Carb Diet) जाने लगा है। हालांकि कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है, लेकिन सभी के लिए इसमें एक जैसा प्रभाव नहीं देखा जाता है। इस तरह की डाइट का प्रभाव ब्रेन हेल्थ पर पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार कार्बोहाइड्रेट ब्रेन के लिए एनर्जी का सोर्स होता है। इससे ब्रेन से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा बढ़ सकता है। आगे एसेंट्रिक डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता से जानते हैं कि जीरो कार्ब डाइट से सेहत को क्या नुकसान हो सकते हैं।
कार्बोहाइड्रेट क्या होते हैं? - What Is Carbohydrate In Hindi
एक्सपर्ट के अनुसार कार्बोहाइडेट दो तरह के होते हैं। इनको सिंपल कार्ब्स और कॉम्पलेक्स कार्ब्स के रूप में जानते हैं। सिंपल कार्ब्स मिठाई और शुगर ड्रिंक्स में पाया जाता है। जबकि, कॉम्पलेक्स कार्ब्स, सिंपल कार्ब्स की तुलना में अधिक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है और ये धीरे-धीरे पचते हैं। इससे वजन कंट्रोल में रहता है।
जीरो कार्ब डाइट से होने वाले नुकसान - Zero Carb Diet Side Effects In Hindi
पोषक तत्वों की कमी - Nutrient Deficiencies
जीरो कार्ब डाइट पोषक तत्वों की कमी का कारण बन सकता है। फलों, सब्जियों और साबुत अनाज में विटामिन, मिनरल्स और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। जीरो कार्ब्स डाइट फॉलो करने के लिए आपको कई तरह की चीजों को डाइट से हटाना होता है। ऐसे में आपको पोषण की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होना - Impact on Mental Health
कार्बोहाइड्रेट मस्तिष्क के कार्य के लिए आवश्यक हैं। यह ग्लूकोज प्रदान करते हैं, जो ब्रेन की एनर्जी का प्राइमरी सोर्स होता है। डाइट से कार्ब्स को कम करने से आपका मूड और मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकती है। जीरो डाइट से लोगों में चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग हो सकता है। इसके अलावा, कार्ब्स की कमी से सेरोटोनिन का लेवल कम हो सकता है, जो स्ट्रेस और एंग्जायटी को कारण बन सकता है।
हृदय रोग का जोखिम - Increased Risk of Heart Disease
जीरो डाइट अक्सर वजन कम करने के लिए ली जाती है, यह आपके हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है। सैचुरेटेड फैट लेने से खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल का स्तर बढ़ सकता है, जिससे नसों में प्लाक बन सकता है। यह हृदय रोग और स्ट्रोक कारण बन सकता है। वहीं, फाइबर युक्त आहार न लेने से भी हार्ट पर बुरा असर पड़ सकता है।
कीटोसिस और कीटो फ्लू - Ketosis and Keto Flu
जीरो कार्ब डाइट कीटोसिस स्थिति को एक्टिवेट कर सकती है। इसमें शरीर कार्बोहाइड्रेट की जगह एनर्जी के लिए फैट बर्न करता है। कुछ लोग इसे फायदे की तरह देखते हैं, लेकिन यह सभी के लिए फायदेमंद नहीं हो सकता है। इसके साइड इफेक्ट को कीटो फ्लू के रूप में जाना जाता है। इसमें सिरदर्द, थकान, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन व सोने में परेशानी को शामिल किया जाता है।
मांसपेशियों का नुकसान - Loss of Muscle Mass
कार्बोहाइड्रेट मांसपेशियों के बनने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। एक्सरसाइज के दौरान ग्लाइकोजन को दोबारा से स्टोर करने के लिए कार्बोहाइड्रेट आवश्यक होते हैं। लेकिन, जीरो कार्ब डाइट से मसल्स लॉस हो सकता है। पर्याप्त ग्लाइकोजन के बिना शरीर एनर्जी के लिए अमीनो एसिड का उपयोग करने के लिए मांसपेशियों के टिश्यू को ब्रेक कर सकता है।
इसे भी पढ़ें: कीटो डाइट फॉलो करते समय न करें ये गलतियां, शरीर को हो सकता है नुकसान
Zero Carbs Diet Side Effects: जीरो कार्ब्स डाइट के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। यह व्यक्ति के शरीर की प्रकृति के आधार पर निर्भर करता है। कुछ लोगों को जीरो कार्ब्स डाइट से वजन घटाने, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। लेकिन, कुछ लोगों में इसकी वजह से पोषण में कमी, मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ना और हार्ट संबंधी समस्याएं देखने को मिल सकती है।