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क्या आप दाल पकाते समय कर रहे हैं ये गलतियां? पोषण हो रहा है बर्बाद

दालों में बहुत पोषक तत्व होते हैं लेकिन हम लोग कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जिनके कारण दाल से भरपूर पोषण नहीं मिल पाता। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि दाल पकाने में कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए।
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क्या आप दाल पकाते समय कर रहे हैं ये गलतियां? पोषण हो रहा है बर्बाद


आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों की लाइफस्टाइल और खानपान में बड़े बदलाव आ गए हैं। समय की कमी, बाहर के जंक फूड्स का बढ़ता चलन और अनियमित दिनचर्या के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं आम हो गई हैं, जैसे मोटापा, थकान, पाचन की समस्या, एनीमिया और पोषण की कमी। हैरानी की बात ये है कि जो लोग घर का खाना खाते हैं और हेल्दी समझे जाने वाले विकल्प जैसे दाल, सब्जी और रोटी का सेवन करते हैं, उन्हें भी अक्सर जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते। दालें भारतीय भोजन का एक बेहद अहम हिस्सा हैं। ये प्रोटीन, आयरन, फाइबर, फोलेट और कई अन्य जरूरी विटामिन व मिनरल्स का बेहतरीन सोर्स होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर दालों को सही तरीके से न पकाया जाए, तो उनके कई पोषक तत्व पकने के दौरान ही नष्ट हो जाते हैं?

घर में खाना बनाते समय हम जाने-अनजाने में ऐसी कई गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे दाल का पोषण बहुत हद तक कम हो जाता है। इसलिए यह समझना जरूरी है कि दाल पकाते समय कौन-सी बातें ध्यान में रखनी चाहिए और कौन-सी आम गलतियों से बचना चाहिए ताकि हमें उससे पूरा पोषण मिल सके और हमारा स्वास्थ्य बेहतर रह सके। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से बात की-

दाल पकाने में की जाने वाली आम गलतियां - Lentils Cooking Mistakes That Destroy Nutrients

1. दाल को बिना भिगोए पकाना

बहुत से लोग समय की कमी या आदत के कारण दाल को बिना भिगोए ही पकाने लगते हैं। लेकिन ऐसा करने से न केवल पकाने का समय बढ़ता है, बल्कि दाल की पौष्टिकता भी कम हो जाती है। भिगोने से दाल के भीतर मौजूद न्यूट्रिएंट्स कम (how to cook lentils) हो जाते हैं। दाल को कम से कम 3-4 घंटे के लिए या रातभर भिगोकर रखें। इससे उसकी पाचन क्षमता बढ़ती है और जरूरी मिनरल्स शरीर में अच्छी तरह अवशोषित होते हैं।

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2. दाल का पानी फेंक देना

दाल उबालने के बाद कुछ लोग उसका पानी छानकर अलग कर देते हैं, जो कि बिलकुल नहीं करना चाहिए। उबालते समय दाल में मौजूद कई घुलनशील विटामिन और मिनरल्स पानी में घुल (What is the proper way to cook lentils) जाते हैं। जब आप वह पानी फेंकते हैं, तो असल में पोषक तत्वों को ही फेंक रहे होते हैं। दाल को उतने ही पानी में पकाएं जितना जरूरी हो और अगर ज्यादा पानी रह जाए तो उसे भी अलग से पी सकते हैं।

3. दाल में बेकिंग सोडा मिलाना

कुछ लोग दाल, राजमा और छोले को जल्दी पकाने के लिए उसमें बेकिंग सोडा डालते हैं। यह भले ही दाल को जल्दी नरम कर देता हो, लेकिन इससे दाल में मौजूद B-विटामिन्स और फोलेट पूरी तरह खत्म हो जाते हैं। बेकिंग सोडा का प्रयोग बिलकुल न करें। दाल को प्रेशर कुकर में भिगोने के बाद पकाना ही सबसे बेहतर तरीका है।

how to cook lentils

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4. तेज आंच पर दाल पकाना

तेज आंच पर दाल पकाने से वह ऊपर से तो पक जाती है, लेकिन अंदर से कच्ची रह सकती है। साथ ही तेज आंच पर लंबे समय तक पकाने से दाल के विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स टूटने लगते हैं, ऐसे में दाल से भरपूर पोषण पाने के लिए इसको मध्यम या धीमी आंच पर पकाएं। इससे दाल समान रूप से पकती है और पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं।

5. एल्यूमिनियम बर्तनों का इस्तेमाल

एल्यूमिनियम के बर्तन सस्ते आते हैं और लोग इन्हें आमतौर पर खाना पकाने में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन जब दाल जैसी चीजें एल्यूमिनियम से क्रिया करती हैं, तो एल्यूमिनियम के अंश खाने (What are the tips for cooking with lentils) में मिल सकते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। दाल पकाने के लिए स्टेनलेस स्टील, मिट्टी या पीतल के बर्तन का उपयोग करें।

निष्कर्ष

दालों से शरीर को अच्छा पोषण मिलता है। लेकिन इन्हें पकाते समय की गई छोटी-छोटी गलतियां इनके पोषण को बेअसर बना सकती हैं। यदि आप इन सामान्य गलतियों से बचें और ऊपर बताए गए तरीकों को अपनाएं, तो आपकी दाल स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक भी रहेगी।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • कौन-कौन सी दाल मिक्स करके खा सकते हैं?

    आप अलग-अलग दालों को मिलाकर खा सकते हैं, जिससे न सिर्फ स्वाद बढ़ता है बल्कि शरीर को पोषण भी ज्यादा मिलता है। मूंग दाल, मसूर दाल, अरहर दाल, चना दाल और उड़द दाल को आप मिक्स करके बना सकते हैं। अलग-अलग दालों में अलग पोषक तत्व होते हैं, जैसे मूंग दाल हल्की और पचने में आसान होती है, जबकि चना और उड़द दाल में प्रोटीन ज्यादा होता है। इनका मिश्रण शरीर को सभी जरूरी अमीनो एसिड, विटामिन्स और मिनरल्स देता है।
  • दाल कैसे बनानी चाहिए?

    दाल बनाने से पहले उसे अच्छी तरह धोकर 4–6 घंटे भिगोना चाहिए, ताकि पोषक तत्व अच्छी तरह से अवशोषित हो सकें और पाचन आसान हो। फिर दाल को प्रेशर कुकर में हल्के नमक, हल्दी और पानी के साथ मध्यम आंच पर पकाएं। आप चाहें तो कम देसी घी में जीरा डालकर दाल में तड़का भी लगा सकते हैं। दाल को ज्यादा देर तक या बार-बार गर्म न करें। 
  • क्या दाल रोज खाना अच्छा होता है?

    हां, दाल रोजाना खाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दालें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, फोलेट और अन्य जरूरी विटामिन्स व मिनरल्स का बेहतरीन सोर्स हैं। रोज दाल खाने से मांसपेशियां मजबूत रहती हैं, पाचन बेहतर होता है और शरीर में एनर्जी बनी रहती है। साथ ही, यह दिल और हड्डियों की सेहत के लिए भी अच्छी होती है। लेकिन इसे संतुलित मात्रा में खाना जरूरी है और दाल के साथ हरी सब्जियां, अनाज और फल भी शामिल करने चाहिए पूरा पोषण मिले।

 

 

 

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