Is Punarnava Beneficial In Diabetes In Hindi: डायबिटीज एक तरह की लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारी है। इस बीमारी की वजह से इंसुलिन प्रोडक्शन पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है या बॉडी सेल्स इंसुलिन के प्रति सही तरह से रेस्पॉन्ड नहीं करते हैं। इसकी वजह से बॉडी में ब्लड शुगर का स्तर कम या ज्यादा हो जाता है। दोनों ही स्थितियां गंभीर होती हैं, क्योंकि भविष्य में ऐसे लोगों को किडनी से संबंधित बीमारी होने का रिस्क रहता है। बहरहाल, आयुर्वेद में डायबिटीज को मैनेज करने के लिए कई तरह के हर्ब्स का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें से एक है, पुनर्नवा। यह ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करता है और मेडिकल पर्पस के लिए कई सालों से उपयोग में लाया जा रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि यह डायबिटीज में किस तरह लाभकारी है और इसका उपयोग कैसे किया जाना चाहिए। आइए, जानते हैं रामहंस चैरिटेबल अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे आयुर्वेदचार्य डॉ. श्रेय शर्मा (Dr. Shrey Sharma, Ayurvedacharya, Sirsa) से Diabetes Me Punarnava Ke Fayde-
डायबिटीज के रोगी कैसे खाएं पुनर्नवा- How To Consume Punarnava In Diabetes Hindi
- एक गिलास गुनगुना पानी लें।
- इसमें एक चम्मच पुनर्नवा का पाउडर मिक्स करें।
- मिश्रण को अच्छे से चम्मच की मदद से मिला लें।
- तैयार मिश्रण को रात को सोने से पहले पिएं।
- आप चाहें, तो तैयार मिश्रण को सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं।
डायबिटीज में पुनर्नवा के फायदे- Is Punarnava Beneficial In Diabetes In Hindi
हाइपोग्लाइसेमिक प्रॉपर्टी
पुनर्नवा में हाइपोग्लाइसेमिक प्रॉपर्टी होती है। यह ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसका मतलब है कि जिन डायबिटीज के मरीजों का ब्लड शुगर हाई है, वे एक्सपर्ट की सलाह पर पुनर्नवा को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। हालांकि, इस संबंध में उन्हें एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।
पाचन क्षमता में सुधार
डायबिटीज के मरीजों को अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। वहीं, अगर आप पुनर्नवा का सेवन करते हैं, तो इसकी वजह से पाचन क्षमता में सुधार होता है और मल त्याग प्रक्रिया आसान होती है। ध्यान रखें कि डायबिटीज के रोगियों के लिए यह अहम फैक्टर है। जब पाचन क्षमता में सुधार होता है, इससे ओवर ऑल हेल्थ बेहतर होती है। ब्लड शुगर के स्तर पर भी इसका पॉजिटिव असर देखने को मिलता है।
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किडनी हेल्थ में सुधार
हमने शुरू में ही जिक्र किया है कि डायबिटीज के मरीजों में किडनी से संबंधित बीमारी होने का जोखिम हमेशा रहता है। खासकर, जो लोग लंबे समय से इस बीमारी से पीड़ित हैं, उन्हें ज्यादा कॉन्शस रहने की आवश्यक है। डायबिटीज के रोगी जब पुनर्नवा का सेवन करते हैं, तो इससे किडनी डिस्ऑर्डर और यूरिनरी डिस्ऑर्डर का रिस्क कम हो जाता है।
ब्लड ग्लूकोज का स्तर स्थिर रहता है
डायबिटीज के रोगियों में सबसे बड़ी दिक्कत यही होती है कि उनका ब्लड शुगर का स्तर बहुत ज्यादा फ्लक्चुएट होता है। ऐसा किसी भी वजह से हो सकता है, जैसे लाइफस्टाइल में बदलाव, खराब डाइट फॉलो करना और ऐसी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करना, जिससे ब्लड शुगर स्पाइक हो सकता है। खैर, पुनर्नवा का सेवन करने से ब्लड ग्लूकोज के स्तर को स्थिर करने में मदद मिलती है।
FAQ
पुनर्नवा कौन-कौन सी बीमारी में काम आता है?
पुनर्नवा कई बीमारियों में फायदेमंद हो सकता है, जैसे लिवर या किडनी से जुड़ी बीमारी में यह कारगर तरीके से काम करता है। इसके अलावा, यह किडनी को डिटॉक्स करता है, सूजन कम होती है और ब्लड प्रेशर को भी संतुलित रखने में मददगार साबित होता है।क्या पुनर्नवा मधुमेह को कम करता है?
पुनर्नवा डायबिटीज के रोगियों के कारगर माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि डायबिटीज में किडनी के डैमेज होने का रिस्क रहता है। पुनर्नवा के सेवन से किडनी डिटॉक्स होती है और ओवर ऑल हेल्थ में सुधार होता है। यह प्लाज्मा इंसुलिन के स्तर को भी बढ़ाता है जो डायबिटीज को मैनेज करने में मदद करता है।पुनर्नवा कितने दिन पीना चाहिए?
पुनर्नवा कितने दिन पीना चाहिए, इस संबंध में में आपको एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसके डोज व्यक्ति की बीमारी और स्वास्थ्य पर निर्भर करते हैं। हालांकि, सामान्यत तौर पर गिलास गुनगनु पानी में एक चम्मच पुनर्नवा पाउडर को मिक्स करके पिया जा सकता है। सप्ता हमें एक या दो गिलास पीना पर्याप्त होता है।