Benefits of Punarnava in Liver Disease: आज के शहरी माहौल में ज्यादातर युवा काम की टेंशन के चलते अपने खानपान पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। साथ ही, लोगों की जंक फूड के प्रति बढ़ती रुचि भी इनके मोटापे का कारण बनती जा रही है। अनियमित और जंक फूड खाने की वजह से शरीर में मोटापा बढ़ने के साथ ही लोगों को लिवर से जुड़ी समस्याओं का भी सामना करना पड़ रहा है। लिवर से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए आयुर्वेद में कई तरह की जड़ी बूटियों का जिक्र मिलता है। यही वजह है कि फैटी लिवर और लिवर से जुड़ी कई समस्याओं में डॉक्टर आपको पुनर्नवा को औषधि रूप में लेने की सलाह देते हैं। एक्सपर्ट बताते हैं कि आज के समय में शराब का अधिक सेवन करना, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज व अन्य रोग के कारण लिवर पर दबाव पड़ता है। लिवर पर दबाव पड़ने की वजह से वह भोजन को पचाने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने का कार्य सही तरह से नहीं कर पाता है। इस स्थिति में शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ने लगते हैं और आपको कई तरह की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। इस स्थिति में पनुर्नवा का इस्तेमाल किया जा सकता है। इस लेख में वेव क्योर सेंटर के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर एस के पाठक से जानते हैं कि लिवर की समस्याओं को दूर करने के में पुनर्नवा के क्या फायदे होते हैं।
लिवर की समस्याओं में पुनर्नवा के फायदे - Benefits Of Punarnava To Reduce Liver Diseases In Hindi
ड्यूरेटिक गुण
लिवर की समस्या में आप आयुर्वेदिक औषधि पुनर्नवा का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह लिवर को नेचुरल डिटॉक्सिफाइ करती है। इसमें ड्यूरेटिक गुण होते हैं, जो यूरिन की बार-बार लाने में सहायक होते हैं। इससे लिवर से टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही, लिवर साफ होने से उसका कार्य बेहतर होता है।
फैटी लिवर डिजीज को कम करें
आज के समय में मोटापा और शराब के अधिक सेवन की वजह से फैटी लिवर एक सामान्य समस्या बनती जा रही है। अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के कारण फैटी लिवर की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में पुनर्नवा शरीर के मोटापे के साथ ही लिवर के फैट को भी कम करने में मदद करती है। (Benefits of Punarnava in Fatty Liver in Hindi)
लिवर सिरोसिस में आराम
लिवर सिरोसिस एक गंभीर स्थिति है, जिसमें लिवर की कोशिकाएं डैमेज हो जाती है और लिवर पर गहरे निशान बन जाते हैं। पुनर्नवा के उपयोग से डैमेज कोशिकाओं को रिपेयर करने में मदद कर सकते हैं।
लिवर इंफेक्शन से बचाएं
पुननर्वा में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो हेपेटाइटिस जैसे लिवर इंफेक्शन को रोकने और ठीक करने में मदद कर सकते हैं। यह लिवर की सूजन को कम करने में भी कारगर होती है।
पीलिया को कम करने में मददगार
पीलिया (Jaundice) एक लिवर संबंधी रोग है, जिसमें व्यक्ति या मरीज के शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है। ऐसे में पुनर्नवा लिवर को दोबारा से सही करने और स्थिति को कम करने में मदद करता है।
पुनर्नवा का सेवन कैसे करें? - How To Eat Punarnava In Liver Diseases In Hindi
- पुनर्नवा के काढ़े का सेवन करें। लिवर की समस्याओं के लिए पुनर्नवा की जड़ या पत्तियों का काढ़ा बहुत फायदेमंद होता है।
- खाने के बाद पुनर्नवा चूर्ण ले सकते हैं। यह चूर्ण आसानी से उपलब्ध होता है और इसे गर्म पानी या शहद के साथ लिया जा सकता है।
- पुनर्नवा की टैबलेट का सेवन करें। बाजार में पुनर्नवा से बने कैप्सूल और टेबलेट भी उपलब्ध हैं, जो लिवर हेल्थ को सुधारने में सहायक होते हैं।
- पुनर्नवा के जूस का सेवन करें। यह एक पौधा होता है, इसका जूस नियमित रूप से पीने से लिवर डिटॉक्स होता है और उसकी कार्यक्षमता बढ़ती है।
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लिवर से जुड़ी समस्याओं में मरीज को खाना पचाने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह पाचन के लिए बाइल जूस बनाने में मदद करता है। लेकिन, जंक फूड, शराब और मोटापे की वजह से लिवर के कार्यों पर दबाव पड़ता है। ऐसे में आप लिवर से जुड़ी समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इस समस्याओं में पुनर्नवा फायदेमंद मानी जाती है। लेकिन, यदि आपको लिवर में समस्या की वजह से उल्टी और अन्य समस्या हो रही है तो ऐसे में तुरंत डॉक्टर से मिलें। साथ ही, दिनचर्या में वॉकिंग को शामिल करें।
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