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Is Neem Karela Jamun Juice Good For Liver In Hindi: नीम, करेला और जामुन तीनों में भरपूर मात्रा में औषधीय गुण होते हैं। इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई लाभ मिलते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, जामुन, नीम और करेला स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं को दूर करने में सहायक हैं। ऐसे में कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अक्सर लोगों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करने की सलाह भी दी जाती है। इनका सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने, शरीर को डिटॉक्स करने, स्किन को हेल्दी रखने, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने, घाव को तेजी से भरने, इम्यूनिटी को बूस्ट करने और बीमारियों से बचाव करने में मदद मिलती है, लेकिन क्या यह लिवर के लिए भी फायदेमंद हो सकता है? ऐसे में आइए मेवाड़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एवं प्राकृतिक चिकित्सालय बापू नगर, जयपुर की वरिष्ठ चिकित्सक योग, प्राकृतिक चिकित्सा पोषण और आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. किरण गुप्ता (Dr. Kiran Gupta, Yoga, Naturopathy, Nutrition and Ayurveda Specialist, Professor at Mewar University and Senior Physician at Naturopathy Hospital, Bapunagar, Jaipur) से जानें क्या नीम, करेले और जामुन के जूस लिवर के लिए फायदेमंद है?
क्या नीम, करेले और जामुन के जूस लिवर के लिए फायदेमंद है? - Is Neem, Karela And Jamun Juice Beneficial For The Liver?
डॉ. किरण गुप्ता के अनुसार, नीम, करेला और जामुन के जूस का सेवन करना लिवर के लिए फायदेमंद है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और कई अन्य औषधीय गुण होते हैं, जिससे टॉक्सिन्स को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है, जिससे लिवर के कार्य बेहतर होते हैं और इससे जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है।
बता दें, इनके जूस का सेवन करने से खून को साफ करने, सूजन कम करने, लिवर के सेल्स का डैमेज से बचाव करने, इम्यूनिटी को बूस्ट करने, लिवर पर जमा फैट को कम करने, ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने, लिवर के कार्यों को बेहतर करने, पाचन को दुरुस्त करने और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने में मदद मिलती है।
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लिवर के कार्यों को बेहतर करे
नीम, करेले और जामुन के जूस का सेवन करने से खून को साफ कर, शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और लिवर के कार्यों को बेहतर करने में मदद मिलती है। इससे लिवर पर पड़ने वाले दबाव को भी कम करने में मदद मिलती है।
पित्त के स्राव में सहायक
नीम, करेला और जामुन के जूस का सेवन करने से पित्त के स्राव में मदद करता है, जिससे पाचन प्रक्रिया में सुधार करने, पाचन संबंधी समस्याओं से बचाव करने, मेटाबॉलिज्म में दुरुस्त करने और लिवर के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है।
लिवर के सेल्स का डैमेज से बचाव
नीम, करेले और जामुन के जूस में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से लिवर के सेल्स का डैमेज से बचाव करने, लिवर को हेल्दी रखने और इसके कार्यों को बेहतर करने में मदद मिलती है।
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शरीर को डिटॉक्स करे
नीम, करेले और जामुन के जूस में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को नेचुरल रूप से डिटॉक्स कर टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और खून को साफ करने में मदद मिलती है, जिससे लिवर को हेल्दी रखने और स्किन से जुड़ी समस्याओं से भी बचाव करने में मदद मिलती है।
बीमारियों से बचाव करे
नीम, करेले और जामुन तीनों में ही एंटी-डायबिटीक गुण होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिससे लिवर को भी हेल्दी रखने में भी मदद मिलती है। ध्यान रहे, इसका सेवन सीमित मात्रा में करें और लो ब्लड शुगर में इसका सेवन करने से बचें।
निष्कर्ष
औषधीय गुणों से भरपूर नीम, करेले और जामुन के जूस में औषधीय गुण होते हैं। इसके जूस का सेवन करने से लिवर के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। इसका सेवन करने से लिवर के सेल्स का डैमेज से बचाव करने, लिवर के कार्यों को बेहतर करने, पित्त के स्राव को बेहतर करने, पाचन को दुरुस्त करने, शरीर को डिटॉक्स करने और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे, इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के साथ सीमित मात्रा में ही करें। इसके अलावा, किसी मेडिकल कंडीशन या लो ब्लड शुगर की समस्या इसका सेवन करने से बचें और डॉक्टर की सलाह के साथ ही इसका सेवन करें।
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FAQ
करेला खाने से कौन सी बीमारी दूर होती है?
करेले में बहुत से पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से पाचन को दुरुस्त कर, इससे जुड़ी समस्याओं से राहत देने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, वजन कम करने, स्किन और बालों को हेल्दी रखने, शरीर को डिटॉक्स करने, ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है।जामुन कब नहीं खाना चाहिए?
जामुन का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। इसके अलावा, पाचन के कमजोर होने, किडनी स्टोन, खून के थक्के जमने और इनसे एलर्जी की समस्या होने पर व्यक्ति को जामुन का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ सकती हैं।सुबह खाली पेट नीम के कितने पत्ते खाने चाहिए?
सुबह खाली पेट नीम के 2-5 पत्तों को चबाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसका सेवन करने से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने, स्किन से जुड़ी समस्याओं से राहत देने, शरीर को डिटॉक्स करने, इम्यूनिटी के कमजोर होने, स्कैल्प की समस्या से राहत देने, बालों को हेल्दी रखने, घावों को भरने और ओरल हेल्थ को हेल्दी रखने में मदद मिलती है।
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Oct 08, 2025 10:52 IST
Modified By : Priyanka SharmaOct 08, 2025 10:52 IST
Published By : Priyanka Sharma