
करेला, जिसे आमतौर पर स्वास्थ्य का सुपरफूड कहा जाता है, अपनी कड़वाहट के बावजूद भारतीय रसोई और आयुर्वेद में सदियों से अहम स्थान रखता है। इसका सेवन खासतौर पर ब्लड शुगर कंट्रोल करने, पाचन सुधारने और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए किया जाता है। आज के समय में सोशल मीडिया और इंटरनेट की दुनिया ने इसे और भी फेमस बना दिया है। कई लोग इसे सिर्फ वजन घटाने, ब्लड शुगर कम करने या डिटॉक्स के चक्कर में रोजाना करेले को जूस के रूप में पीने लगे हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि करेला जूस का अति सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है? अक्सर देखा गया है कि लोग इसे खाली पेट पीना या रोजाना कई ग्लास पीना शुरू कर देते हैं, यह सोचकर कि जितना अधिक, उतना बेहतर। सोशल मीडिया पर वायरल टिप्स और अनजान सोर्स की सलाह के कारण लोग करेला के सही तरीके और मात्रा को नजरअंदाज कर देते हैं। इस लेख में सिरसा के रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, क्या करेला जूस पीने के नुकसान भी हैं?
क्या करेला जूस पीने के नुकसान भी हैं? - Are There Any Side Effects Of Karela Juice
डॉक्टर श्रेय शर्मा के अनुसार, करेले को आयुर्वेद में धातुक्षय करने वाला माना गया है। इसका मतलब है कि यह शरीर के कुछ आवश्यक पोषक तत्वों को कम कर सकता है। पुराने समय में लोग करेले को हमेशा तेल में भूनकर इस्तेमाल करते थे, ताकि इसकी तीव्रता और रूक्ष्ता कम हो जाए और शरीर को नुकसान न पहुंचे। तेल में भूनकर करेले का सेवन सुरक्षित और लाभकारी होता है। यदि कोई व्यक्ति करेले का जूस पीता है, तो यह धातुक्षय कर सकता है। इसके कारण कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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- लंबे समय तक करेले जूस का सेवन करने से यौन स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
- जूस शरीर से आवश्यक पोषक तत्वों को निकाल सकता है, जिससे वजन अचानक घट सकता है।
- धातुक्षय से शरीर की उम्र बढ़ सकती है और त्वचा या मांसपेशियों पर असर पड़ सकता है।
- डॉ. शर्मा के अनुसार, अगर किसी को करेले का जूस पीना ही है, तो इसे कम मात्रा में और कुछ समय के लिए ही लेना चाहिए।
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करेले को तेल में भूनकर खाना क्यों फायदेमंद है?
तेल में भूनकर करेले का सेवन करने से यह शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता। भूनने से करेले की तीव्रता कम होती है और शरीर के पोषक तत्वों पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता। यह तरीका ब्लड शुगर कंट्रोल, डाइजेशन सुधारने और स्वास्थ्य लाभ के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है।
करेले के सेवन का तरीका
- करेले को तेल में हल्का भूनकर सब्जी के रूप में शामिल करें।
- जूस का सेवन केवल कम मात्रा में और सीमित समय तक करें।
- करेले के साथ हल्के मसाले और तेल मिलाकर पकाने से यह शरीर के लिए फायदेमंद बनता है।
- अगर किसी को डायबिटीज या ब्लड शुगर की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह के बाद ही करेले का सेवन करें।
निष्कर्ष
करेला अपने औषधीय गुणों के कारण स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, लेकिन इसका जूस हमेशा सुरक्षित नहीं होता। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से, करेले का जूस धातुक्षय कर सकता है, जिससे वजन घटना, सेक्सुअल समस्याएं और एजिंग बढ़ सकती है। इसलिए डॉ. श्रेय शर्मा के अनुसार करेले का सेवन तेल में भूनकर करना सबसे सुरक्षित और लाभकारी तरीका है। जूस लेने की स्थिति में इसे कम मात्रा में और कुछ समय के लिए ही लें। सही मात्रा और तरीका अपनाकर करेले का सेवन शरीर की सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इसके अति सेवन से बचना जरूरी है।
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Current Version
Oct 10, 2025 15:15 IST
Published By : Akanksha Tiwari