Is it safe to eat Plums with diabetes: आजकल डायबिटीज एक आम समस्या बनती जा रही है। कई लोग इस परेशानी से जूझ रहे हैं। ऐसे में लोगों के मन में यह सवाल भी रहता है कि इस बीमारी में क्या खाएं और क्या नहीं। तो वहीं कई लोगों के मन में यह दुविधा भी रहती है कि क्या डायबिटीज में आलूबुखारा फल खा सकते हैं या नहीं। हालांकि, खट्टा-मीठा फल आलूबुखारा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के और फोलेट की मात्रा पाई जाती है। ऐसे में इस फल को खाने के बहुत फायदे हैं। तो आइए जानते हैं कि क्या डायबिटीज के मरीज यह फल खा सकते हैं। हमने इस विषय पर रीन्यूर्चर की संस्थापक की क्लिनिकल डाइटिशियन रीना पोपटानी (Reena Poptani, Clinical Dietitian, Founder of Reenurture) से विस्तार में बात की।
क्या डायबिटीज के मरीज आलूबुखारा खा सकते हैं-Can diabetic patients eat plums?
क्लिनिकल डाइटिशियन रीना पोपटानी कहती हैं कि जी हां, आलूबुखारा मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होता है। आलूबुखारा कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला फल है और फाइबर का अच्छा स्रोत है। इसलिए, यह मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद फल है। डाइटिशियन ने यह भी बताया कि अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो दिन में 1-2 आलूबुखारा खा सकते हैं। यह आपको नुकसान नहीं करेगा। दरअसल, आलूबुखारे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 40 होता है।
इसे भी पढ़ें- हाई बीपी के मरीज जरूर खाएं आलूबुखारा, एक्सपर्ट से जानें क्यों है फायदेमंद
डायबिटीज के मरीज आलूबुखारा क्यों खा सकते हैं-Why can diabetic patients eat plums?
दरअसल, आलूबुखारा क्लोरोजेनिक एसिड से भरपूर होता है। क्लोरोजेनिक एसिड एक पॉलीफेनोल है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने और भूख को संतुलित करने में मदद करता है। पॉलीफेनोल और फ्लेवोनोइड जैसे यौगिकों की वजह से, ये एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी प्रभाव दिखाते हैं। आलूबुखारा ऑक्सीडेटिव तनाव, सूजन और इंसुलिन प्रतिरोध से बचाने में मदद करता है, जिससे ग्लूकोज कंट्रोल में सुधार होता है और मधुमेह का खतरा कम होता है।
आलूबुखारे में मौजूद फाइबर इन शर्कराओं के अवशोषण को धीमा करने में मदद करता है, जिससे ब्लड शुगर में तेजी से बढ़ने को रोका जा सकता है। आलूबुखारा इंसुलिन संवेदनशीलता में भी सुधार करता है, जो मधुमेह को मैनेज करने के लिए जरूरी है।
इसे भी पढ़ें- सूखा आलूबुखारा किसे नहीं खाना चाहिए? आयुर्वेदाचार्य से जानें
आलूबुखारे को कैसे खाएं-How to eat plums?
आलूबुखारे को मुट्ठी भर मेवों या बीजों के साथ नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है, और प्रोटीन और स्वस्थ वसा के लिए ग्रीक योगर्ट के साथ भी खाया जा सकता है। आलूबुखारे को प्रोटीन या स्वस्थ वसा के साथ लेने से शुगर के अवशोषण को धीमा करने और आनंद को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। स्टडी से पता चलता है कि आलूबुखारे के अर्क के साथ आहार लेने से रक्त शर्करा के स्तर, इंसुलिन संवेदनशीलता और लिपिड प्रोफाइल में सुधार हुआ।
निष्कर्ष
आलूबुखारा डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जिस कारण इसके कई फायदे हैं। यह स्वाद में खट्टा-मीठा होता है, और यह फल शुगर को भी कंट्रोल रखता है। बता दें कि आलू बुखारा खाने से वेट भी कंट्रोल होता है, हड्डियां मजबूत होती हैं, आंखों की सेहत अच्छी होती है, और यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होता है। आप नाश्ते के रूप में इस फल का सेवन कर सकते हैं, या फिर शाम को भी खा सकते हैं।
FAQ
क्या शुगर में आलू बुखारा खा सकते हैं?
हां, आप शुगर में आलू बुखारा खा सकते हैं। इसमें जरूरी पोषक तत्व फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के और फोलेट की मात्रा होती है। साथ ही यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी मदद करता है। जब आप इसे छिलके के साथ खाते हैं तो यह और भी ज्यादा फायदा करता है। हालांकि इसे खाने के कई अन्य फायदे हैं, जैसे वजन कम करना या हड्डियों को मजबूत करना।आलू बुखारा कब नहीं खाना चाहिए?
अगर आपको किसी भी खाने से एलर्जी होती है, तो जाहिर सी बात है कि आप उस फल को नहीं खाएंगे। ऐसे में अगर आपको आलू बुखारा से एलर्जी है, तो आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए। अगर आप ज्यादा आलू बुखारा खाते हैं, तो यह पेट में जलन, उल्टी, या मतली जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।क्या मधुमेह रोगी आड़ू और आलूबुखारा खा सकते हैं?
हां, मधुमेह रोगी आड़ू और आलूबुखारा खा सकते हैं।