Is High Fiber Diet Good for People With IBS : इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम यानी आईबीएस से ग्रस्त लोगों को अपनी डाइट का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। अक्सर उन्हें बिना सोचे समझे किसी भी नई चीज को ट्राई करने से बचने की सलाह दी जाती है। बता दें कि आईबीएस एक प्रकार की पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या है। इसमें पेट और आंतों में दर्द, ऐंठन, गैस, दस्त और कब्ज जैसी समस्याएं होती हैं। यह एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है, जो कई लोगों को प्रभावित करती है और उनके जीवन की क्वालिटी पर असर डालती है। इस स्थिति में व्यक्ति को कई तरह के परहेज और नियमों का पालन करते हुए जीना पड़ता है। ऐसे में कई लोग मानते हैं कि आईबीएस से ग्रस्त लोगों के लिए फाइबर युक्त भोजन फायदेमंद हो सकता है। यहां सवाल उठता है कि क्या सच में हाई फाइबर डाइट आईबीएस का सामना कर रहे लोगों के लिए फायदेमंद होती है? आइए इस सवाल का जवाब कनिका नारंग, उप प्रबंधक और एचओडी, आहार विज्ञान विभाग, इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल (Kanika Narang, Deputy Manager and HOD, Dietitics Department, Indraprastha Apollo Hospitals) से जान लेते हैं।
फाइबर के कितने प्रकार हैं- Types of Fiber
आहार फाइबर को आमतौर पर दो श्रेणियों में बांटा गया है:
- घुलनशील फाइबर (Soluble Fiber): यह प्रकार पानी में घुल जाता है और आंत में एक जेल जैसा पदार्थ बनाता है। यह जई, बीन्स, सेब और खट्टे फलों जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
- अघुलनशील फाइबर (Insoluble Fiber): यह प्रकार पानी में नहीं घुलता है और मल में मात्रा जोड़ने में मदद करता है। यह आमतौर पर साबुत अनाज और कुछ सब्जियों में पाया जाता है।
दोनों प्रकार के फाइबर ओवरऑल पाचन स्वास्थ्य (डाइजेशन) हेल्थ के लिए जरूरी हैं। हालांकि, IBS वाले लोग अक्सर घुलनशील फाइबर को अघुलनशील फाइबर की तुलना में ज्यादा अच्छा मानते हैं। फिर भी, फाइबर का आदर्श प्रकार और मात्रा प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग हो सकता है।
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फाइबर IBS को कैसे प्रभावित करता है?-How Does Fiber Affect IBS
बता दें कि आईबीएस से ग्रस्त कई लोगों के लिए डाइट में फाइबर को शामिल करना (विशेष रूप से घुलनशील फाइबर) फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इन लोगों को अपनी डाइट में फाइबर की मात्रा को धीरे-धीरे और संतुलित रूप से बढ़ाना चाहिए। आइए जानते हैं कि फाइबर आईबीएस से ग्रस्त लोगों की कैसे मदद कर सकता है?
- IBS -C (कब्ज-प्रमुख): फाइबर इंटेस्टाइन के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से मल नरम और बड़ा हो सकता है, जिससे मल त्यागना आसान हो जाता है और इस तरह कब्ज कम हो सकती है।
- IBS- D (डायरिया-प्रमुख): घुलनशील फाइबर आंतों में अतिरिक्त पानी को अब्सॉर्ब करने में मदद करता है, जो ढीले मल को मजबूत करने और दस्त की समस्या को कम करने में मदद करता है।
- IBS -M (मिश्रित-प्रकार): फाइबर सूजन, पेट दर्द और गैस को कम करने में भी मदद कर सकता है। हालांकि, इसकी प्रभावशीलता हर व्यक्ति में अलग-अलग होती है।
IBS वाले लोग डाइट में फाइबर को कैसे शामिल करें?- How Can People With IBS Incorporate Fiber into their Diet
लक्षणों को ट्रिगर करने से बचाने के लिए, IBS वाले व्यक्तियों को फाइबर का सेवन बढ़ाते समय इन टिप्स को फॉलो करना चाहिए:
- धीरे-धीरे शुरू करें: धीरे-धीरे अपने भोजन में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। इससे आपके पाचन तंत्र को एडजस्ट होने का समय मिलता है और असुविधा कम होती है।
- सही खाद्य पदार्थ चुनें: पोषक तत्वों से भरपूर, फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, फलियां, साबुत अनाज और बीज चुनें। अगर आप संवेदनशील हैं, तो कम-FODMAP ऑप्शन को प्राथमिकता दें।
- फाइबर सप्लीमेंट पर विचार करें: अगर भोजन के माध्यम से आपकी फाइबर की जरूरतों को पूरा करना चुनौतीपूर्ण है, तो आप साइलियम भूसी जैसे सप्लीमेंट्स पर विचार कर सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले किसी आहार विशेषज्ञ या चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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कुल मिलाकर, फाइबर आईबीएस का सामना कर रहे लोगों के लिए अच्छा और बुरा दोनों हो सकता है। यह आपकी बॉडी में कैसे रिएक्ट करेगा इसकी पूरी जिम्मेदारी बीमारी और उसके लक्षणों पर होती है। हालांकि, आपको डाइट में कोई भी बदलाव करने से पहले अनुभवी डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।