
हमारे देश में सीजनल फ्लू, सर्दियों और मानसून के दौरान सबसे ज्यादा फैलता है। इसका असर खासतौर पर स्कूल जाने वाले बच्चों पर पड़ता है। फ्लू सिर्फ नाक बहने जैसे सामान्य लक्षण तक सीमित नहीं होता, कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों में यह निमोनिया जैसी गंभीर परेशानियां भी पैदा कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, सीजनल फ्लू एक तेज फैलने वाला श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है और बुखार, खांसी, गले में खराश जैसे लक्षण देता है। यह गंभीर बीमारी या मौत का जोखिम बढ़ा सकता है।
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अच्छी बात यह है कि बच्चे की नेचुरल डिफेंस सिस्टम यानी इम्यूनिटी को मजबूत करने के लिए दवाओं या इंजेक्शन की जगह पोषक तत्वों से भरपूर डाइट सबसे कारगर होती है। फ्लू वायरस से बचाव के लिए माता-पिता को विटामिन-सी, विटामिन-डी जैसे 5 जरूरी न्यूट्रिएंट्स पर ध्यान देना चाहिए। इस लेख में जानेंगे 5 ऐसे न्यूट्रिएंट्स जिन्हें बच्चों की डाइट में शामिल करने से सीजनल फ्लू से बचाव संभव है। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने Dr. Suresh Kumar Panuganti, Lead Consultant, Pediatric Critical Care And Pediatrics At Yashoda Hospitals, Hyderabad से बात की।
1. विटामिन-सी: इम्यूनिटी बढ़ाने वाला पोषक तत्व

- विटामिन-सी (Vitamin C) एक ताकतवर एंटी-ऑक्सीडेंट है, जो व्हाइट ब्लड सेल्स (White Blood Cells) को बढ़ाता है और इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
- बच्चों को रोज 25 से 45 एमजी विटामिन-सी की जरूरत होती है।
- इसके लिए अमरूद, स्ट्रॉबेरी, संतरा और आंवला बेहतरीन और आसानी से मिलने वाले विकल्प हैं।
- रोज एक गिलास ताजा संतरे का जूस या थोड़ा सा आंवला मुरब्बा खाकर फ्लू की गंभीरता को कम करने में मदद मिलती है और फ्लू से रिकवरी भी तेज होती है।
2. विटामिन-डी: सनशाइन विटामिन
- आजकल कई बच्चे घर के अंदर रहते हैं और प्रदूषण की वजह से धूप भी कम मिलती है, जिससे विटामिन-डी (Vitamin D) की कमी हो जाती है।
- यह विटामिन इम्यून सेल्स को वायरस से लड़ने के लिए एक्टिव करता है।
- बच्चों को रोज करीब 0.015 एमजी विटामिन-डी देना चाहिए, जो अंडे, फोर्टिफाइड दूध या सुबह 15 मिनट धूप से मिल सकता है।
- Dr. Suresh Kumar Panuganti ने बताया कि धूप में रखे गए मशरूम का सेवन भी विटामिन-डी की मात्रा को बढ़ाने का अच्छा विकल्प है। रिसर्च बताती है कि जिन बच्चों में विटामिन-डी की कमी होती है, उन्हें फ्लू होने का खतरा दोगुना रहता है इसलिए इन चीजों को डाइट का हिस्सा बनाएं ताकि विटामिन-डी की कमी न हो।
3. जिंक: वायरस से बचाने वाला मिनरल

- जिंक (Zinc) वायरस को बढ़ने से रोकता है और फ्लू की अवधि को कम करता है।
- बच्चों को रोज 5 से 10 एमजी जिंक की जरूरत होती है।
- दही, काजू, चना और कद्दू के बीज जिंक से भरपूर होते हैं।
- भुना चना एक आसान और टेस्टी स्नैक है, जो बुखार और खांसी के दौरे को कम करने में मदद करता है।
4. प्रोबायोटिक्स: गट के रक्षक
- हमारी इम्यूनिटी का करीब 70 % हिस्सा पेट (गट) से जुड़ा होता है। दही, छाछ और फर्मेंटेड इडली जैसे प्रोबायोटिक फूड्स (Probiotics Foods) गट बैक्टीरिया को संतुलित रखते हैं और फ्लू से होने वाली सूजन को कम करते हैं।
- रोज खाने के साथ दही या रायता लेने से यह सुरक्षा और मजबूत होती है, खासकर तब जब बच्चे एंटीबायोटिक ले रहे हों। ध्यान रखें कि सर्दियों में दही का सेवन रात में करने के बजाय दिन में करें।
5. ओमेगा-3 फैटी एसिड: सूजन कम करने वाला पोषक तत्व
- अखरोट, अलसी के बीज और सार्डिन (Sardines) जैसी फैटी फिश में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega 3 Fatty Acid), फ्लू के कारण फेफड़ों में होने वाली सूजन (Lung Inflammation) को कम करते हैं।
- शाकाहारी बच्चों के लिए स्मूदी में चिया सीड्स मिलाना अच्छा विकल्प है, जिससे सीजनल फ्लू का खतरा काफी हद तक कम हो सकता है।
Dr. Suresh Kumar Panuganti ने बताया कि इन सभी न्यूट्रिएंट्स को बच्चे की बैलेंस्ड डाइट में शामिल करें। बच्चों को रंग-बिरंगी थाली दें जिसमें फल, डेयरी प्रोडक्ट्स और नट्स हों। साथ ही पूरी नींद, पर्याप्त पानी और हाथ धोने की आदत सिखाना भी जरूरी है।
निष्कर्ष:
सीजनल फ्लू से बच्चों को बचाने के लिए दवाओं पर निर्भर रहना सही नहीं है। बच्चों की डाइट में विटामिन-सी, विटामिन-डी, जिंक, प्रोबायोटिक्स और ओमेगा-3 जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स को शामिल करें। साथ ही पर्याप्त नींद, साफ-सफाई जैसी आदतें भी इम्यूनिटी को मजबूत बनाती हैं।
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FAQ
सीजनल फ्लू क्या होता है?
सीजनल फ्लू एक वायरल श्वसन संक्रमण है। यह इन्फ्लुएंजा वायरस से फैलता है। यह सर्दी और मानसून में ज्यादा होता है और खांस-बुखार का कारण बन सकता है।सीजनल फ्लू के लक्षण क्या हैं?
सीजनल फ्लू में तेज बुखार, खांसी, जुकाम, गले में खराश, बदन दर्द, सिर दर्द, थकान, उल्टी या दस्त जैसे लक्षण नजर आते हैं।सीजनल फ्लू से कैसे बचें?
सीजनल फ्लू से बचने के लिए बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें, भीड़ से बचें, पर्याप्त नींद लें और बीमार व्यक्ति से दूरी बनाएं।
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Dec 15, 2025 12:39 IST
Published By : Yashaswi Mathur